एस्सेल ग्रुप इलैक्ट्रिक चार्जिंग इंप्रा पर निवेश करेगा Rs. 1750 करोड़, जल्द मिलेगी सर्विस!
कई पड़ावों में होने वाले काम में UP के 20 शहरों में 250 चार्जिंग और 1000 बैटरी स्विपिंग स्टेशन्स तैयार किए जाएंगे. जानें कितनें लोगों को मिलेंगी जॉब्स?
हाइलाइट्स
एस्सेल इंफ्राप्रोजेक्ट्स ने इलैक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग और बैटरी स्विपिंग (बदलने) के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर लॉन्च किया है, एस्सेल ग्रीन मोबिलिटी लिमिटेड ने इसे लखनउ में शुरू किया है. इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत EIL 1,750 करोड़ रुपए निवेश करने वाली है, कई पड़ावों में होने वाले इस काम में उत्तर प्रदेश के 20 शहरों में 250 चार्जिंग और 1000 बैटरी स्विपिंग स्टेशन्स तैयार किए जाएंगे. EIL प्रोजेक्ट EV ईकोसिस्टम को जल्द ही शुरू करेगी क्योंकि EIL ने 25,000 ई-रिक्शा बनाने में भी निवेश किया है जिससे राज्य में 50,000 लोगों को रोज़गार मुहैया कराया जाएगा.
बैटरी चार्जिंग की कीमतें इससे कम हो जाएंगी और यह CNG और बाकी अल्टरनेटिव इंधन को लाने में सहायक भी होगा. EIL के प्रोजेक्ट की मानें तो हर 2 वर्ग किमी में ये बैटरी स्वैपिंग विकल्प उपलब्ध कराया जाएगा और यह एक डिजिटन एप से चलेगा जो ड्राइवर को नज़दीकी चार्जिंग स्टेशन के बारे में जानकारी देगी. महज़ 2-3 मिनट में ही बैटरी बदलने का काम किया जाएगा जिससे ज़्यादा वाहनों को कतार में खड़ा नहीं होना पड़ेगा.
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ऑपरेटर इसकी शुरुआत गाजियाबाद से करेंगे और लखनउ, कानपुर, आगरा, नोएडा, मेरठ, वाराणसी, गोरखपुर और अलाहबाद जैसे शहरों में इस सेवा को उपलब्ध कराया जाएगा. एस्सेल ग्रुप के चेयरमैन सुभाष चंद्रा ने बताया कि, “इस इनिशिएटिव के लॉन्च के साथ हमने राज्य के साथ अपने संबंधों का विस्तार किया है और सरकार के क्लीन मोबिलिटी के विज़न को पूरा करने में अपनी भूमिका निभा रहे हैं. इलैक्ट्रिक वाहनों के लॉन्च से राज्य परिवहन मजबूत होगा और इससे प्रदेश में काफी रोज़गार भी मुहैया कराया जाएगा.”
बैटरी चार्जिंग की कीमतें इससे कम हो जाएंगी और यह CNG और बाकी अल्टरनेटिव इंधन को लाने में सहायक भी होगा. EIL के प्रोजेक्ट की मानें तो हर 2 वर्ग किमी में ये बैटरी स्वैपिंग विकल्प उपलब्ध कराया जाएगा और यह एक डिजिटन एप से चलेगा जो ड्राइवर को नज़दीकी चार्जिंग स्टेशन के बारे में जानकारी देगी. महज़ 2-3 मिनट में ही बैटरी बदलने का काम किया जाएगा जिससे ज़्यादा वाहनों को कतार में खड़ा नहीं होना पड़ेगा.
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ऑपरेटर इसकी शुरुआत गाजियाबाद से करेंगे और लखनउ, कानपुर, आगरा, नोएडा, मेरठ, वाराणसी, गोरखपुर और अलाहबाद जैसे शहरों में इस सेवा को उपलब्ध कराया जाएगा. एस्सेल ग्रुप के चेयरमैन सुभाष चंद्रा ने बताया कि, “इस इनिशिएटिव के लॉन्च के साथ हमने राज्य के साथ अपने संबंधों का विस्तार किया है और सरकार के क्लीन मोबिलिटी के विज़न को पूरा करने में अपनी भूमिका निभा रहे हैं. इलैक्ट्रिक वाहनों के लॉन्च से राज्य परिवहन मजबूत होगा और इससे प्रदेश में काफी रोज़गार भी मुहैया कराया जाएगा.”
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