ग्लोबल NCAP ने कारएंडबाइक के एडिटर की सुरक्षित कारों के अभियान में भूमिका की सराहना की

हाइलाइट्स
ग्लोबल NCAP ने भारत में वाहनों के सुरक्षा मानकों में तेज़ी से सुधार का उल्लेख किया है. संस्था ने अपनी नई रिपोर्ट में विशेष रूप से घरेलू कार निर्माताओं महिंद्रा और टाटा मोटर्स की प्रशंसा की है. साथ ही #safercarsforIndia अभियान में कारएंडबाइक के संपादक सिद्धार्थ विनायक पाटनकर की भूमिका की सराहना भी की गई है. रिपोर्ट में टाटा नेक्सॉन और नई टिगोर का भी उल्लेख किया गया है, जिसमें पहली पांच कारें टाटा और महिंद्रा की हैं. टाटा नेक्सॉन 2018 में ग्लोबल NCAP से 5-स्टार रेटिंग पाने वाली पहली भारतीय कार बनी थी.
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रिचर्ड वुड्स, ग्लोबल NCAP के उपाध्यक्ष और संचार के प्रमुख ने ट्वीट किया, "शुरू से भारत में Global NCAP के बेबाक समर्थक. @safercarsforindia की उपलब्धियां सिद्धार्थ विनायक पाटनकर के बिना संभव नहीं हैं".

टाटा नेक्सॉन 2018 में ग्लोबल NCAP से 5-स्टार रेटिंग पाने वाली पहली भारतीय कार बनी थी.
रिपोर्ट में महिंद्रा XUV300 और नई टाटा अल्ट्रोज़ जैसी कारों की बेहतर क्रैश टेस्ट नतीजों पर गौर किया गया है. Tata Altroz को भारत में सबसे सुरक्षित हैचबैक के रूप में देखा जा रहा है, यहां तक कि ग्लोबल NCAP की रिपोर्ट भी देश में सबसे सुरक्षित हैचबैक के रूप में इसकी कार की पुष्टि करती है. दोनों कारें 5-स्टार रेटिंग के साथ सामने आई हैं, हालांकि XUV300 में सबसे ज्यादा अंक हैं.
"भारत में वाहन सुरक्षा में तेज़ी से विकास टाटा मोटर्स और महिंद्रा के नेतृत्व में हुआ है. यह स्पष्ट है कि ग्लोबल NCAP के आकलन में अच्छा करना भारतीय वाहन निर्माताओं के लिए एक आवश्यक बन गया है" ग्लोबल NCAP ने एक ट्वीट में कहा. महिंद्रा और टाटा के अलावा फोल्क्सवैगन, टोयोटा और मारुति सुज़ुकी कारों ने भी अच्छे अंक हासिल किए हैं.