होंडा ने वैश्विक स्तर पर 50 करोड़ मोटरसाइकिलें बनाने का आंकड़ा पार किया

हाइलाइट्स
- यह मील का पत्थर पेट्रोल/मोटर से चलने वाली मोटरसाइकिलों के लिए है
- ब्रांड का 500 मिलियनवाँ वाहन एक्टिवा था
- होंडा के पास वर्तमान में 23 देशों में 37 प्लांट हैं
जापानी दोपहिया वाहन निर्माता होंडा ने वैश्विक स्तर पर पेट्रोल/मोटर से चलने वाली मोटरसाइकिल बनाने के मामले में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. ब्रांड ने घोषणा की है कि उसने ऐसे वाहनों के 50 करोड़ मोटरसाइकिल का आंकड़ा पार कर लिया है और ऐसा करने में उसे 76 साल लगे हैं. कंपनी ने 1949 में ड्रीम डी-टाइप के साथ मोटरसाइकिलों का बड़े पैमाने पर निर्माण शुरू किया था. 500 मिलियनवां वाहन, होंडा एक्टिवा कंपनी के गुजरात के विट्ठलपुर प्लांट से तैयार किया गया.

ड्रीम डी-टाइप निर्माता द्वारा बनी पहली मोटरसाइकिल थी
जापान के बाहर होंडा की पहली मोटरसाइकिल 1963 में बेल्जियम में अपनी पहली विदेशी प्रोडक्शन प्लांट में बनाई गई थी. ब्रांड को 100 मिलियन यूनिट बनाने की उपलब्धि हासिल करने में 48 साल (1997 में) लगे, जबकि 200 मिलियन का आंकड़ा 2008 में पार किया गया था. अगले 100 मिलियन सिर्फ 6 वर्षों (2014) में किए गए, जबकि संचयी वैश्विक निर्माण 2019 में 400 मिलियन यूनिट तक पहुंच गया.
होंडा मोटर कंपनी के निदेशक, अध्यक्ष और प्रतिनिधि कार्यकारी अधिकारी तोशीहिरो मिबे ने कहा, "मोटरसाइकिल व्यवसाय में, हमने अपने कई मॉडलों और सर्विस के माध्यम से अपने ग्राहकों का विश्वास बनाया है, जिससे हम 500 मिलियन यूनिट्स की कुल निर्माण क्षमता हासिल करने में सक्षम हुए हैं. मैं अपने ग्राहकों और सभी हितधारकों को धन्यवाद देना चाहता हूँ जो विकास से लेकर निर्माण, बिक्री और सर्विस तक इस मील के पत्थर को हासिल करने में शामिल थे."

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ब्रांड की वर्तमान में 23 देशों और क्षेत्रों तथा 37 प्लांटों में 20 मिलियन से अधिक यूनिच्स की वार्षिक उत्पादन क्षमता है. अकेले भारत में होंडा के 4 प्लांट हैं और उनमें से एक गुजरात में है जो 2027 तक योजनाबद्ध विस्तार के साथ इसका सबसे बड़ा वैश्विक प्लांट बन जाएगा.