IIT रुड़की के छात्रों ने बनाया एयरबैग वाला हैलमेट, कम कीमत पर होगा उपलब्ध!

जब इस हैलमेट का तैयार उत्पादन मॉडल सामने आएगा, उसकी कीमत लगभग 2,000 रुपए हो सकती है. टैप कर जानें कैसे काम करता है एयरबैग वाला ये हैलमेट?
हाइलाइट्स
इसमें कोई दोराय नहीं कि भारतीय सड़कें दुनिया की कुछ सबसे खतरनाक सड़कों में शुमार हैं और यही कारण है कि भारत में एक साल में टू-व्हीलर दुर्घनाओं में लगभग 27 प्रतिशत बाइक सवार अपनी जान सिर पर चोट की वजह से गंवा देते हैं. इससे बचने के लिए IIT रुड़की के छात्रों ने एक ऐसा हैलमेट तैयार किया है जिसमें एयरबैग लगा है. दोपहिया वाहन चलाने वालों के लिए इन्फ्लेटेबल एयरबैग हैलमेट बनाने वाले IIT रुड़की की मैकेनिकल इंजीनियरिंग फाइनल इयर के तीन छात्र - राजवर्घन सिंह, सारंग नागवंशी और मोहित सिद्धा हैं. यह आईडिया इन्फ्लेटेबल स्पेस स्ट्रक्चर से प्रेरित होकर लिया गया है जो ज़्यादा खर्चीले नहीं होते. जब इस हैलमेट का तैयार उत्पादन मॉडल सामने आएगा, उसकी कीमत लगभग 2,000 रुपए हो सकती है.
आसान भाषा में कहा जाए तो इस हैलमेट के साथ लगी कॉलर को केवलर (बुलर-प्रूफ वेस्ट्स बनाने में इस्तेमाल किया जाने वाला मटेरियल) दिया गया है जो लीन एंगल, वेलॉसिटी, एक्सेलरेशन जैसी कई चीज़ों पर काम करता है. जब भी यह कॉलर टकराव या झटका महसूस करेगी, इससे हैलमेट में तकियानुमा कवर बन जाएगा जो सर को सभी ओर से घेरेगा और गंभीर चोट से बचाएगा.
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इस एयरबैग से दुर्घटना के समय गंभीर परिस्थिति में भी बचा जा सकता है. साधारण हैलमेट से ना तो प्रेशर को डिस्ट्रिब्यूट करते हैं और ना ही बेहद तेज़ रफ्तार को कम करते हैं. IIT रुड़की टीम द्वारा करवाए गए टेस्ट्स में चार बार डमी के साथ टकराव की दशा में इन्फ्लेटेबल एयरबैग हैलमेट ने टकराव को कम किया है. बता दें कि यह हैलमेट आपकी स्पीड को कम कर देता है.
आसान भाषा में कहा जाए तो इस हैलमेट के साथ लगी कॉलर को केवलर (बुलर-प्रूफ वेस्ट्स बनाने में इस्तेमाल किया जाने वाला मटेरियल) दिया गया है जो लीन एंगल, वेलॉसिटी, एक्सेलरेशन जैसी कई चीज़ों पर काम करता है. जब भी यह कॉलर टकराव या झटका महसूस करेगी, इससे हैलमेट में तकियानुमा कवर बन जाएगा जो सर को सभी ओर से घेरेगा और गंभीर चोट से बचाएगा.
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इस एयरबैग से दुर्घटना के समय गंभीर परिस्थिति में भी बचा जा सकता है. साधारण हैलमेट से ना तो प्रेशर को डिस्ट्रिब्यूट करते हैं और ना ही बेहद तेज़ रफ्तार को कम करते हैं. IIT रुड़की टीम द्वारा करवाए गए टेस्ट्स में चार बार डमी के साथ टकराव की दशा में इन्फ्लेटेबल एयरबैग हैलमेट ने टकराव को कम किया है. बता दें कि यह हैलमेट आपकी स्पीड को कम कर देता है.
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