इस नई तकनीक से कार की बैटरी ख़ुद होती है चार्ज, मिलती है दोगुनी रेंज
हाइलाइट्स
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) और इज़रायली स्टार्ट-अप फिनर्जी ने भारत में एल्यूमिनियम-एयर सिस्टम बनाने के लिए एक करार किया है. Phinergy एक ऐसी कंपनी है जो हाइब्रिड लिथियम-आयन और एल्यूमीनियम-एयर या ज़िंक-एयर बैटरी बनाने में माहिर है. भारत सरकार का मानना है कि यह जेवी इलेक्ट्रिक गतिशीलता के संबंध में देश की आकांक्षाओं को बढ़ावा देगा. बैटरी सिस्टम वायु से ऑक्सीज़न का उपयोग करके एल्यूमीनियम और ज़िंक से बिजली बनाता है, जिसका अर्थ है कि बैटरी को चार्ज करने के लिए वाहन को प्लग करने की आवश्यकता नहीं होती. साथ ही सिस्टम केवल एक पानी आधारित इलेक्ट्रोलाइट का उपयोग करता है, जो एक पारंपरिक लिथियम-आयन बैटरी सिस्टम की तुलना में इको-फ्रेंडली है और दोगुनी बैटरी रेंज का वादा करता है.
इस तकनीक में बैटरी को चार्ज करने के लिए वाहन को प्लग करने की आवश्यकता नहीं होती.
एसएम वैद्य, चेयरमैन, इंडियन ऑयल ने कहा, "अल-एयर तकनीक ई-वाहनों के सामने आने वाली अधिकांश चुनौतियों का सामना करने में मदद करेगी और संभावित ग्राहकों की चिंताओं को संबोधित करेगी, जिसमें रेंज, खरीद की उच्च लागत और सुरक्षा मुद्दे शामिल हैं. यह तकनीक भारत के मौजूदा एल्यूमीनियम उद्योग को भी बढ़ावा देगी और राष्ट्र को ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने में मदद करेगी और 'मेक इन इंडिया' अभियान को बढ़ावा देगी."
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नई JV ने भारत में तकनीक का परीक्षण करने के लिए पहले से ही अशोक लीलैंड और मारुति सुजुकी इंडिया के साथ एक लेटर ऑफ इंटेंट (LOI) पर हस्ताक्षर किए हैं. अशोक लीलैंड और मारुति सुजुकी इलेक्ट्रिक बसों और इलेक्ट्रिक कारों में फिनर्जी की तकनीक का इस्तेमाल करेंगे. ये महिंद्रा इलेक्ट्रिक के साथ फिनर्जी की मौजूदा साझेदारी के अलावा होगा, जो एल्यूमीनियम-एयर बैटरी का उपयोग करके इलेक्ट्रिक रिक्शा के लिए एक प्रोटोटाइप पर काम कर रही है.