जगुआर लैंड रोवर की कारों के इंटीरियर में होगा कचरे से बने प्लास्टिक का इस्तेमाल
हाइलाइट्स
जगुआर लैंड रोवर अपने वाहनों के उच्च गुणवत्ता वाले इंटीरियर को बनाने में ईकोनिल नायलोन का इस्तेमाल कर रही है जो ज़मीन पर समुद्र के कचरे से बनाया जाता है. नई जनरेशन वाले जगुआर और लैंड रोवर के वाहनों की फ्लोर मैट्स और ट्म्सि में ईकोनिल फाइबर का इस्तेमाल किया जाएगा जो दोबारा इस्तेमाल होने वाले इंडस्ट्रियल प्लास्टिक, कपड़ा बनाने वाले निर्माताओं के बचे हुए खराब कपड़े फार्मिंग इंडस्ट्री से मछली पकड़ने के जाल और घोस्ट नेट्स कहे जाने वाले लावारिस जाल जिन्हें समुद्र में फेंक दिया जाता है, इन सबको मिलाकर तैयार किया जाएगा.
ईकोनिल दोबारा इस्तेमाल किया जाने वाला नायलोन है जिसे एक्वाफिल नामक कंपनी बनाती है और इसका इस्तेमाल पहले से उच्च स्तर के फैशन, खेल-कूल के कपड़े और लग्ज़री घड़ियां बनाने वाले ब्रांड्स द्वारा किया जा रहा है जहां इस मटेरियल का इस्तेमाल से हैंडबैग, बैगपैक, तैराकी के कपड़े और घड़ियों के पट्टे बनाने में किया जाता है. एक्वाफिल दुनियाभर से नायलोन को दोबारा एकत्र करती है और कंपनी एक साल में लगभग 40,000 टन कचरे को दोबारा इस्तेमाल करने लायक बनाती है, इससे इंधन से बनाए जाने वाले उत्पाद के मुकाबले ग्लोबल वार्मिंग को 90 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है.
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ईकोनिल नायलोन पॉलिमर का एक प्रकार है जिसमें समान केमिकल और क्षमता होती है जैसी कच्चे माल में होती है, इसकी मदद से कार्पेट फ्लोरिंग और कपड़ा उद्योग में फाइबर के तौर पर इसका इस्तेमाल किया जा रहा है. इस उत्पाद का उपयोग आगामी जगुआर और लैंड रोवर कारों के लिए फ्लोर मैट्स बनाने में किया जाएगा ताकि ग्राहकों को प्रिमियम क्वालिटी उपलब्ध कराने के साथ-साथ पर्यावरण को भी कम से कम नुकसान पहुंचाया जाए.