लैंबॉर्गिनी ने 20,000 उरुस एसयूवी बनाने का आंकड़ा पार किया
हाइलाइट्स
लेम्बोर्गिनी उरुस की बढ़िया बिक्री जारी है और अब कंपनी ने एसयूवी की 20,000 यूनिट बनाने की घोषणा की है. कार निर्माता ने पिछले साल जुलाई में 15,000 कारों को बनाने का आंकड़ा छुआ था, जिसका अर्थ है कि सुपर एसयूवी की अंतिम 5,000 इकाइयों को पिछले 12 महीनों में बनाया गया है. कंपनी को 20,000 का आंकड़ा छूने में सिर्फ 4 वर्ष लगे हैं, जबकि हुराकन ने 8 सालों में समान संख्या हासिल की थी. 20,000वीं कार को 7 जून को बनाया गया और इसे अज़रबैजान में इसके मालिक को सौंपा जाएगा.
कार निर्माता ने अपनी सुपर एसयूवी की अंतिम 5,000 इकाइयों को पिछले 12 महीनों में बनाया है.
वैश्विक स्तर पर उरुस पिछले साल में लेम्बोर्गिनी का सबसे अधिक बिकने वाला मॉडल था, जो कंपनी की कुल बिक्री के आधे से अधिक के लिए जिम्मेदार था. कंपनी ने पिछले साल 8,405 कारों को बनाया, उनमें से सुपर एसयूवी की हिस्सेदारी 5,021 युनिट की थी.
उरुस ने भारत में भी लेम्बोर्गिनी की बिक्री को भी बढ़ावा दिया है. कार निर्माता ने इस साल की शुरुआत में देश में अपनी 400 कारों की बिक्री को पार किया और 100वीं उरुस की डिलीवरी की घोषणा की. कंपनी की आखिरी 100 कारें सितंबर 2021 और मार्च 2022 के बीच बेची गईं.
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अपने वैश्विक लॉन्च के बाद से उरुस ने कुछ उपलब्धियां भी हासिल की हैं जैसे रूस की बैकाल झील पर बर्फ पर एक नया स्पीड रिकॉर्ड बनाना और लद्दाख में दुनिया की सबसे ऊंची सड़क उमलिंग ला पास पर जाना जो 19,300 फीट की ऊंचाई पर है.