महिंद्रा कोरोना से जान गंवाने वाले कर्मचारियों के परिवारों को देगी वित्तीय सहायता
हाइलाइट्स
महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (एमएंडएम) ने कहा है कि अपने परिवार सहायता कार्यक्रम के तहत कंपनी कोरोना से जान गंवाने वाले कर्मचारियों के परिवारों को वित्तीय सहायता देगी. किसी भी कर्मी की मौत होने पर कंपनी अगले 5 साल तक परिवार को उसका मासिक वेतन देना जारी रखेगी. इसके अलावा कर्मी की सालाना आय की दोगुनी राशि भी परिवार के हवाले की जाएगी. मृतक के पति या पत्नी या परिवार जनों को परिभाषित दिशानिर्देशों के अनुसार वेतन का भुगतान किया जाएगा.
महिंद्रा समूह के एमडी और सीईओ अनीश शाह ने करीब 25,000 कर्मचारियों को लिखे पत्र में यह जानकारी दी है.
महिंद्रा समूह के एमडी और सीईओ अनीश शाह ने कंपनी के करीब 25,000 कर्मचारियों को लिखे एक पत्र में कहा," हम यहां COVID-19 से प्रभावित परिवारों के बोझ को साझा करने और हल्का करने में मदद करने के लिए हैं. कुछ परिवारों को किसी प्रियजन के अचानक नुकसान का सामना करना पड़ा और घर चलाने की अप्रत्याशित जिम्मेदारी लेनी पड़ी. हम चाहते हैं कि आप जान लें कि आप अकेले नहीं हैं, और हम यहां आपका समर्थन करने के लिए हैं."
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एमएंडएम ने अपने कर्मचारियों के लिए एक परिवार सहायता नीति शुरू की है, जिसके तहत कंपनी अपने मृत कर्मचारियों के लिए प्रति वर्ष रु 2 लाख प्रति बच्चा देने के साथ बारहवीं कक्षा तक बच्चों की शिक्षा का समर्थन करेगी. एमएंडएम ने किसी भी कर्मचारी या परिवार के सदस्यों में लक्षण दिखाने के मामले में उनके के लिए पूरे भारत में 27 डॉक्टरों की एक टीम उपलब्ध कराई है. यदि अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होती है, कंपनी सभी खर्च उठाएगी जिसका अलावा प्रति दिन रु 1000 भी देगी.