मारुति सुजुकी चिप की कमी के कारण नहीं कर पाई है करीब 2 लाख कारों की डिलीवरी
हाइलाइट्स
मारुति सुजुकी ने बताया है कि कंपनी वर्तमान में भारत में 2 लाख से अधिक कारों की डिलेवरी नहीं कर पाई है. कंपनी का कहना है कि यह मुख्य रूप से इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की सप्लाय में वैश्विक कमी के कारण है, जिसने वाहन उत्पादन पर बड़ा प्रभाव डाला है. यह घोषणा वित्त साल 2022 की दूसरी तिमाही के लिए कंपनी के वित्तीय परिणामों के एक हिस्से के रूप में आई, जिसके मुताबिक इस दौरान कंपनी का मुनाफा 65 प्रतिशत से अधिक घटकर रु 475 करोड़ हो गया.
कंपनी का कहना है कि वह डिलीवरी में तेजी लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.
मारुति सुजुकी इंडिया का कहना है कि 30 सितंबर, 2021 को समाप्त तिमाही के दौरान, इलेक्ट्रॉनिक्स पार्ट्स की कमी के कारण अनुमानित 1.16 लाख वाहनों का उत्पादन नहीं किया जा सका, जो ज्यादातर घरेलू बाजा़र के लिए बनाए जाने थे. वास्तव में, मारुति सुजुकी ने इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स की कमी के कारण अक्टूबर 2021 में वाहन उत्पादन में 40 प्रतिशत की गिरावट आने की आशंका जताई है. कंपनी का कहना है कि वह डिलीवरी में तेजी लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.
यह भी पढ़ें: मारुति सुज़ुकी का शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में 65% गिरकर ₹ 475 करोड़ पहुंचा
जुलाई-सितंबर 2021 तिमाही के दौरान, मारुति सुजुकी इंडिया की कुल बिक्री 379,541 वाहनों की रही, जो वित्त वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में बेची गई 393,130 इकाइयों की तुलना में 3.4 प्रतिशत की मामूली गिरावट है. दूसरी ओर, इस दौरान कंपनी का निर्यात 59,408 वाहनों का रहा, जो अब तक किसी भी तिमाही में सबसे अधिक है. सितंबर में, मारुति सुजुकी इंडिया की कुल बिक्री 86,380 वाहनों की रही, जो सितंबर 2020 में बेचे गए 160,442 वाहनों की तुलना में 46 प्रतिशत की बड़ी गिरावट है.