निसान ने भारत से 10 लाख वाहन निर्यात करने का आंकड़ा पार किया
हाइलाइट्स
निसान मोटर इंडिया ने दस लाख निसान वाहनों के निर्यात का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया है. 'मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड' के अपने दर्शन से प्रेरित होकर, निसान ने सितंबर 2010 में निर्यात शुरू होने के बाद से चेन्नई में अपने रेनॉ-निसान ऑटोमोटिव इंडिया लिमिटेड प्लांट से 108 देशों को वाहनों का निर्यात किया है. कंपनी के मुताबिक उसने हाल के महीनों में भारतीय और विदेशी बाजारों में निसान मैग्नाइट की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए प्लांट में कामकाज की रफ्तार बढ़ाई है.
भारत और विदेशी बाजारों में निसान मैग्नाइट की सफलता ने इस आंकड़े को पाने में एक एहम भूमिका निभाई है.
निसान मोटर इंडिया के एमडी राकेश श्रीवास्तव ने कहा, "निसान इंडिया हमारे 'मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड' दर्शन की सोच को दर्शाता है. निर्यात निसान इंडिया की व्यापार रणनीति का एक मजबूत स्तंभ है, और हम अपने श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ कारों, नई तकनीकों, मजबूत प्रदर्शन और सुरक्षा पर ध्यान देकर विभिन्न बाजारों में अपने ग्राहक आधार को बढ़ाना जारी रखेंगे. भारत और विदेशी बाजारों में निसान मैग्नाइट की सफलता ने इस आंकड़े को पाने में एक एहम भूमिका निभाई है".
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निसान इंडिया ने चेन्नई के कामराजर पोर्ट लिमिटेड (पूर्व में एन्नोर पोर्ट लिमिटेड) से मध्य पूर्वी देशों सहित विभिन्न क्षेत्रों में वाहनों का निर्यात किया है. इसमें यूरोप, लैटिन अमेरिका, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण - पूर्व एशिया, सार्क देश और उप सहारा और अफ्रीका शामिल हैं. हाल के वर्षों में, निसान इंडिया ने यूरोप की जगह मध्य पूर्व के देशों में निर्यात पर ज़्यादा ध्यान दिया है. इसमें सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, ओमान, कतर, बहरीन और कुवैत शामिल हैं.