ओला इलेक्ट्रिक ने नई सर्विस पहल की घोषणा की, 2025 के अंत तक 1000 सर्विस सेंटर भी खोलेगी कंपनी
हाइलाइट्स
- ओला इलेक्ट्रिक ने अपने सर्विस नेटवर्क को दोगुना कर 1,000 केंद्रों तक पहुंचाने की योजना बनाई है
- यदि सर्विस में 1 दिन से अधिक समय लगता है तो ग्राहकों को एवज में ओला एस1 स्कूटर दिया जाएगा
- यह कदम सर्विस संबंधी मुद्दों के बारे में ग्राहकों की कई शिकायतों के बाद उठाया गया है
ओला इलेक्ट्रिक ने दिसंबर 2024 तक अपने सर्विस नेटवर्क को दोगुना कर 1,000 सेंटर तक पहुंचाने की योजना की घोषणा की है. यह कदम ग्राहकों की सर्विस-संबंधी समस्याओं के बारे में कई शिकायतों के बाद आया है और इसका उद्देश्य बढ़ते सर्विस बैकलॉग से निपटने में मदद करना है जो वर्तमान में उसके पास है. कंपनी के बयान के मुताबिक, वह तुरंत सर्विस गारंटी देगी, जिसके तहत 10 अक्टूबर से चरणबद्ध तरीके से सर्विस संबंधी मुद्दों को एक दिन में संबोधित किया जाएगा. इसमें यह भी कहा गया है कि जिन ग्राहकों की सर्विस के मामले में एक दिन से अधिक समय लगता है, उन्हें उनके दोपहिया वाहन की सर्विस होने तक एवज के रूप में ओला एस1 स्कूटर दिया जाएगा.
जिन ग्राहकों की सर्विस के मामले में एक दिन से अधिक समय लगेग, उन्हें एवज के रूप में ओला एस1 स्कूटर दिया जाएगा
घोषणा पर बोलते हुए, ओला इलेक्ट्रिक के अध्यक्ष और एमडी, भाविश अग्रवाल ने कहा, “पिछले 3 वर्षों में, हमने 7L+ समुदाय और अग्रणी बाजार स्थिति बनाई है. हमारे पास लगभग 800 बिक्री स्टोर हैं लेकिन केवल लगभग 500 सर्विस सेंटर हैं. हम अपने नेटवर्क का विस्तार कर रहे हैं और ऑन-डिमांड और एआई-संचालित सर्विस के साथ बेस्ट इन क्लास सर्विस का निर्माण भी कर रहे हैं. हाइपरसर्विस अभियान हमारे समुदाय की सर्विस और स्वामित्व अनुभव को बढ़ाने पर स्पष्ट फोकस के साथ बनाया गया है, और हम देश भर में हमारे तेजी से बढ़ते समुदाय को पूरा करने वाली अभिनव सर्विस पहल के साथ सीमाओं को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे.
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पिछले कुछ दिनों में, ओला इलेक्ट्रिक ग्राहकों की कई शिकायतों के परिणामस्वरूप रडार पर आ गई है, जिनमें से कुछ ने अपने वाहनों के महीनों तक रखरखाव सुविधाओं पर अटके रहने की शिकायत की है. हाल की मीडिया रिपोर्टों से पता चला है कि वर्तमान में देश भर में ओला इलेक्ट्रिक के सर्विस सेंटर पर बड़ी संख्या में दोपहिया वाहन बिना सर्विस के पड़े हैं, जिसके परिणामस्वरूप सर्विस की आवश्यकता वाले वाहनों का बैकलॉग बढ़ रहा है.