स्कोडा ऑटो फोल्क्सवैगन इंडिया ने 5 लाख कारें निर्यात करने का आंकड़ा छुआ
हाइलाइट्स
स्कोडा ऑटो फोल्क्सवैगन इंडिया प्रा. लिमिटेड (SAVWIPL) ने लाख कारें भारत में बनाकर निर्यात करने का आंकड़ा छुआ है. कंपनी अपने पुणे कारख़ाने से बाएं-हाथ-ड्राइव और दाहिने हाथ-ड्राइव दोनो बाज़ारों के लिए वाहनों का निर्यात करती है. 500,000 वीं कार मुंबई बंदरगाह से मैक्सिको के लिए जा रही थी. यह एक सफ़ेद रंग का लेफ्ट हैंड ड्राइव फोल्क्सवैगन वेंटो है. इस कार को 982 कारों के शिपमेंट के हिस्से के रूप में भेजा गया है जो मैक्सिको गई हैं और कंपनी ने 2020 में ही 25,000 से अधिक कारों का निर्यात किया है.
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कंपनी कुल 61 देशों में भारत-निर्मित कारों का निर्यात करती है.
कंपनी ने कहा कि कोरोनोवायरस संकट के कारण वैश्विक मंदी के दौरान भी उसने अपने निर्यात को जारी रखा है. SAVWIPL के एमडी गुरप्रताप बोपाराय ने कहा, "निर्यात हमारी रणनीति का एक अभिन्न हिस्सा हैं और पांच लाख यूनिट हासिल करना कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. स्कोडा ऑटो फोल्क्सवैगन मैन्युफैक्चरिंग में बनाई गई कारें विश्व स्तर पर और भारत में उच्च मानकों का पालन करती हैं. आने वाले सालों में, हम नए MBQ A0 IN प्लेटफॉर्म पर कारों का उत्पादन और निर्यात करेंगे.”
इस साल कुल बनाई गई कारों में से लगभग 45 प्रतिशत निर्यात हुई हैं.
फिल्हाल कंपनी दक्षिण अमेरिका, मध्य अमेरिका, अफ्रीका, भारत - उप महाद्वीप, दक्षिण पूर्व एशिया, खाड़ी सहयोग परिषद (GCC) देशों और कैरेबियन क्षेत्र में 61 देशों में भारत-निर्मित कारों का निर्यात करती है. SAVWIPL ने 2010 में दक्षिण अफ्रीका के बाजार के लिए भारत-निर्मित फोल्क्सवैगन वेंटो की 65 इकाइयों के साथ अपना निर्यात कार्यक्रम शुरू किया और तब से 61 देशों में 'मेड इन इंडिया' की उपस्थिति की निरंतर वृद्धि की गई है. निर्यात कार्यक्रम कंपनी को घरेलू और निर्यात बाजारों के बीच एक स्वस्थ उत्पादन हिस्सेदारी बनाने में मदद करता है. इस साल कुल बनाई गई कारों में से लगभग 45 प्रतिशत निर्यात हुई हैं.