टाटा पंच का रिव्यू: छोटी मगर दमदार एसयूवी
हाइलाइट्स
टाटा मोटर्स के लिए पंच बहुत अहम कार है, और भारतीय कार बाजार के लिए और भी ज्यादा. ऐसा इसलिए है क्योंकि यह कई मायनों में एक नए सेगमेंट की शुरुआत करती है. निश्चित रूप से आप कह सकते हैं कि मारुति सुजुकी एस-प्रेसो, रेनॉ क्विड, मारुति सुजुकी इग्निस इसका सामना करने के लिए तैयार हैं, लेकिन यह हकीकत में ह्यून्दे ग्रैंड i10 निऑस और मारुति स्विफ्ट से मुकाबला करेगी. यह हैचबैक खरीदार को लुभा रही है और शायद जल्द आने वाली Citroën C3 और ह्यून्दे कैस्पर को भी निशाना बना रही है. अगर सफल हुई, तो टाटा पंच एक नई सोच को जन्म देगी, माइक्रो-एसयूवी.
डिज़ाइन
कार में चौकोर व्हील ऑर्च और 16 इंच के अलॉय व्हील दिए गए हैं.
पंच को एक एसयूवी की तरह आकार दिया गया है. फिर भी यह केवल 3827 मिमी लंबी और 1615 मिमी ऊंची है. यह इसे क्विड से बड़ा बनाता है, और ग्रैंड i10 निऑस से भी कुछ बड़ा, हालाँकि ह्यून्दे का व्हीलबेस 5 मिमी ज़्यादा है. हमारे पास मौजूद कारें ड्यूल टोन रूफ के साथ सबसे महंगे ट्रिम हैं. मैनुअल काले रंग की छत के साथ मीटिओर ब्रॉंज़ में है, जबकि एएमटी को सफेद छत के साथ टॉरनेडो ब्लू में तैयार किया गया है. नीला और लाल केवल सबसे महंगे वेरिएंट पर ही मिलेंगे.
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कार में कुछ जगह आपको ईस्टर एग्ज़ दिख जाएंगे जैसे यह गेंडा.
कार का डिजाइन एचबीएक्स कॉन्सैप्ट से मिलता-जुलता है जिसको 2020 ऑटो एक्सपो में दिखाया गया था. चहरे पर आपको तुरंत हैरियर, सफारी जैसी कंपनी की बड़ी कारों की झलक मिल जाएगी. और सिर्फ स्प्लिट लाइट ही इसकी वजह नहीं है. पंच की अलग पहचान है सामने लगा प्लास्टिक पैनल जो बहुत अलग है और आधुनिक भी. इसके अलावा आपको कार को चारों ओर क्लैडिंग मिल जाएगी और हर तरफ कंपनी का जाना-माना ट्राए-एयरो पैटर्न भी. साथ ही चौकोर व्हील ऑर्च और 16 इंच के अलॉय व्हील भी दिए गए हैं. यह सब उस एसयूवी के एहसास में योगदान देते हैं. हमारे हिसाब से यह एक बहुत ही स्मार्ट डिज़ाइन है.
कैबिन
इस्तेमाल किए गए प्लास्टिक की क्वॉलिटी बढ़िया है और डैश पर अलग-अलग रंग दिए गए हैं.
पंच 4 ट्रिम्स में आई है - प्योर जिसमें डुअल एयरबैग, आइसोफिक्स, सेंट्रल लॉकिंग, टिल्ट स्टीयरिंग, दरवाजों पर 90 डिग्री ओपनिंग, अगली ग्रिल पर क्रोम और हेडलैंप हाउसिंग, अगली रो में पावर विंडो और 15 इंच के स्टील व्हील्स हैं. इसके बाद एडवेंचर लाइन है जो 16 इंच स्टील रिम्स के साथ जाती है, आपको यहां 4 इंच की इंफोटेनमेंट स्क्रीन, स्टीयरिंग माउंटेड कंट्रोल, इलेक्ट्रिकली एडजस्ट होने वाले शीशे, यूएसबी पोर्ट और पीछे की तरफ पावर विंडो मिल जाएगी. तीसरे ट्रिम को अकंपलिश्ड कहा गया है, और इसमें ऐप्पल कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो के साथ हरमन की 7-इंच टचस्क्रीन, रीयर व्यू कैमरा, स्टार्ट स्टॉप बटन, एलईडी टेललाइट्स और क्रूज़ कंट्रोल जैसे फीचर्स दिए गए हैं. और अंत में है क्रिएटिव जिसे हम चला रहे हैं, इसमें 7-इंच टीएफटी इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर स्क्रीन, प्रोजेक्टर हेडलाइट्स, एलईडी डीआरएल, ऑटो हेडलैम्प और वाइपर, रियर वाइपर और डिफॉगर और रूफ रेल शामिल हैं.
कार में छोटे-मोटे सामान रखने के लिए कई सारी जगह दी गई है.
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कैबिन में 2 चीजें आपको खासतौर से प्रभावित करती हैं. सबसे पहले इस्तेमाल किए गए प्लास्टिक की क्वॉलिटी और डैश पर अलग-अलग रंग और बनावट. फिर 7 इंच का टच स्क्रीन सिस्टम है जो कई तरह से आपके काम आता है. यह ऐप्पल कार प्ले और एंड्रॉइड ऑटो के साथ भी चलता है और कार को आईआरए कनेक्टेड कार तकनीक भी मिली है. आप यहां विभिन्न रंग थीम भी चुन सकते हैं, उन्हें ज़ेन, ज़िंग और ज़ील कहा गया है. फिर आपको 7 इंच का इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर मिल जाएगा जिसका कुछ हिस्सा डिजिटल है औऱ कुछ एनालॉग. यह आपको बहुत सारी जानकारी देता है लेकिन शायद थोड़ा और आधुनिक दिख सकता था. एसी वेंट्स पर नीले रंग के घेरे हैं जो सिर्फ नीले रंग की कार पर दिए गए हैं. अधिकांश अन्य रंगों के साथ ऐसा नहीं है, जहां ग्रे घेरे आते हैं. दरवाजे में बोतलों के लिए खास जगह है और यहां दो बार तह करके छाता भी रख सकते हैं. क्रिएटिव में कूल्ड ग्लोवबॉक्स भी है.
कुल मिलाकर टाटा पंच की दूसरी रो से आपको कुछ खास शिकायत नही होगी.
दूसरी रो में लेग रूम ठीक-ठाक है. मैं इस कॉम्पैक्ट आकार की कार से बहुत अधिक उम्मीद नहीं कर सकता. लेकिन सीट काफी बड़ी है और हेडरूम भी अच्छा है. आपको यहां एक सेंटर आर्मरेस्ट भी मिलता है और एडजस्टेबल हेडरेस्ट भी. एएमटी पर भी फ्लोर टनल लगभग सपाट है. तो कुल मिलाकर टाटा पंच की दूसरी रो से आपको कुछ खास शिकायत नही होगी. कार को 366 लीटर का बूटस्पेस मिला है जो सेगमेंट के हिसाब से काफी अच्छा है.
इंजन
पंच पर अकेला इंजन 1.2 लीटर रेवोट्रॉन पेट्रोल है.
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सेगमेंट, आकार और कीमत को ध्यान में रखें कार काफी उत्साहित करती है.
टाटा की कारों में गियरशिफ्ट में भी काफी सुधार हुआ है. कुछ सालों पहले मैनुअल से लड़ना और संघर्ष करना पड़ता है, अब कहानी एकदम बदल गई है. यह न केवल इस्तेमाल करने में आसान है बल्कि अच्छा प्रदर्शन भी करता है. सस्पेंशन, स्टीयरिंग, राइड क्वालिटी और हैंडलिंग कहना होगा पंच वाकई में शानदार है. सेगमेंट, आकार और कीमत को ध्यान में रखें कार काफी उत्साहित करती है. हाँ, एक तेज इंजन निश्चित रूप से और मदद करेगा. टाटा ने कार के इलेक्ट्रिक अवतार से भी इंकार नहीं किया है.
सस्पेंशन, स्टीयरिंग, राइड क्वालिटी और हैंडलिंग कहना होगा पंच वाकई में शानदार है.
एएमटी में पहली से दूसरी और दूसरी से तीसरी गियर शिफ्ट करने में थोड़ी झिझक होती है. लेकिन तीसरे से चौथे और चौथे से पांचवें, बहुत बेहतर है, और बहुत आसान भी. इसमें अच्छी मात्रा में लो-एंड टॉर्क मिल जाता है लेकिन यह कार को चलाने में पूरी तरह से मजेदार नही बनाता. यहां एक नियमित टॉर्क़ कनवर्टर होता तो बेहतर होता, लेकिन उन लोगों के लिए जो शहर में ड्राइविंग की सुविधा चाहते हैं, एएमटी ठीक काम करता है. याद रखिए KUV 100, स्विफ्ट, निऑस और यहां तक कि क्विड जैसी मुकाबले में खड़ी कारें सभी एएमटी की पेशकश करती हैं.
ऑफ-रोड
20.3 डिग्री का एप्रोच एंगल और 37.6 डिग्री का डिपार्चर एंगल ऑफ-रोड में काफी काम आता है.
पंच 4-व्हील ड्राइव नहीं है, और फिर भी टाटा ऑफ-रोडिंग के लिए इसके कुछ हद तक तैयार होने का का दावा कर रही है. कार को डायना प्रो फंक्शन मिला है, यह ज़्यादा लो-एंड टॉर्क देता है जिससे कार खड़ी ऊंचाई भी चढ़ जाती है. 16 इंच के पहिए और 187 मिमी ग्राउंड क्लियरेंस भी खराब रासतों पर मदद करते हैं. 20.3 डिग्री का एप्रोच एंगल और 37.6 डिग्री का डिपार्चर एंगल ऑफ-रोड में काफी काम आता है. हां, छोटे व्हीलबेस के चलते इसके निचले हिस्से ज़मीन से लग सकते है, और इसलिए थोड़ी सावधानी बरतनी होगा. पंच 365 मिमी गहरे पानी से निकल सकती है, मुकाबले में खड़ी हैचबैक में यह आंकड़ा 300 मिमी ही है.
कार को डायना प्रो फंक्शन मिला है, यह ज़्यादा लो-एंड टॉर्क देता है जिससे कार खड़ी ऊंचाई भी चढ़ जाती है.
एएमटी में भी अच्छी ऑफ-रोड क्षमता का दावा किया गया है. इसे ट्रैक्शन प्रो मोड नाम का एक नया फीचर मिला है जो कीचड़ वाली और कम पकड़ वाले रास्तों पर पकड़ बनाने में मदद करता है. इससे व्हील स्पिन भी कम होता है. एएमटी को एक खड़ी चढ़ाई पर चढ़ने में कुछ समय और मेहनत लगती है. मैनुअल पर यह थोड़ा आसान है, क्योंकि गियर नियंत्रण आपके पास रहता है.
कीमतें
उम्मीद है कि कीमत रु 4.5 लाख से शुरू होगी और रु. 7.5 लाख एक्स-शोरूम तक जाएगी.
यह देखते हुए कि टाटा इस कार को एस-प्रेसो या क्विड के बजाय स्विफ्ट और निओस के खिलाफ खड़ा करना चाहती है, उम्मीद है कि कीमत रु 4.5 लाख से शुरू होगी और रु. 7.5 लाख एक्स-शोरूम तक जाएगी. कस्टमाईज़ेशन को जोड़ दें तो भी यह रु 8 लाख से नीचे रहनी चाहिए. लॉन्च दो हफ्ते से कम समय में है. और हम इसका इंतजार कर रहे हैं.
Last Updated on October 9, 2021