टाटा मोटर्स ने 3 साल में पार किया 1.5 लाख नैक्सॉन SUV के उत्पादन का आंकड़ा
हाइलाइट्स
टाटा मोटर्स ने पुणे के नज़दीक रंजनगांव में अपने प्लांट से डेढ़ लाख टाटा नैक्सॉन रॉलआउट कर दी हैं. कंपनी ने 2017 में यह सबकॉम्पैक्ट SUV लॉन्च की थी और लॉन्च के बाद से ही भारतीय बाज़ार में इसे काफी पसंद किया जा रहा है. उत्पादन में पहला मील का पत्थर कंपनी ने सितंबर 2018 में कायम किया था, तब टाटा मोटर्स ने 50,000 कारें बेची थीं, इसके एक साल बाद 1 लाख यूनिट उत्पादन का आंकड़ा कंपनी ने छू लिया था. टाटा नैक्सॉन देश की सबसे सुरक्षित कारों में एक है जिसे ग्लोबल एनसीएपी ने सुरक्षा में 5-स्टार रेटिंग दी हैं. इसके अलावा टाटा की अल्ट्रोज़, टिआगो और टिगोर ने भी सुरक्षा के मामले में दमदार अंक हासिल किए हैं.
टाटा मोटर्स ने जनवरी 2020 में BS6 इंजन वाली नैक्सॉन बाज़ार में उतारी है और इसे नई ग्रिल और चंकी बंपर के साथ बीचों-बीच काला बार दिया गया है जिससे इसे कोणाकार लुक मिलता है. नैक्सॉन के बंपर पर भी दोबारा काम किया गया है और यह स्किड प्लेट के साथ आता है, इसके अलावा फॉगलैंप्स के लिए नई हाउसिंग सी-आकार के क्रोम एलिमेंट दिए गए हैं. कार के साथ नए 16-इंच डायमंड कट अलॉय व्हील्स दिए गए हैं और नई नैक्सॉन के हैडलैंप्स में बदलाव के साथ इसे नए एलईडी डेटाइम रनिंग लाइट्स के साथ पेश किया गया है.
ये भी पढ़ें : दिवाली 2020: कंपनियां दे रहीं कॉम्पैक्ट SUV पर डिस्काउंट, जानें किन पर मिली छूट
2020 की शुरुआत में लॉन्च की गई टाटा नैक्सॉन के फेसलिफ्ट मॉडल को पहले से ज़्यादा दमदार इंजन दिया गया है. नैक्सॉन BS6 के साथ 1.2-लीटर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन मिला है जो 118 बीएचपी पावर जनरेट करता है जो BS4 मॉडल के मुकाबले 10 बीएचपी अधिक है. बता दें कि सबकॉम्पैक्ट SUV सेगमेंट में दिया गया यह सबसे दमदार इंजन है लेकिन इसमें पहले इससे अधिक ताकत थी.