बिना एयरबैग वाली रेनो डस्टर ग्लोबल एनसीएपी के टक्कर परीक्षण में फेल
टक्कर परीक्षण के नतीजों से पता चलता है कि एयरबैग नहीं होने की वजह से टक्कर या दुर्घटना की स्थिति में ड्राइवर को लगने वाली चोट अस्वीकार्य रूप से काफी उंचे स्तर पर है. वहीं पीछे की सीट पर बच्चों की सुरक्षा की दृष्टि से डस्टर को दो स्टार दिए गए हैं.
हाइलाइट्स
- रेनो कई बाजारों के लिए डस्टर का विनिर्माण करती है
- एयरबैग वाली डस्टर संस्करण को तीन स्टार की रेटिंग मिली है
- ब्रिटेन की ग्लोबल एनसीएपी की ताजा रिपोर्ट में हुआ खुलासा
फ्रांसीसी कार कंपनी रेनो की भारत में बिकने वाली लोकप्रिय एसयूवी डस्टर टक्कर परीक्षण में फेल हो गई है. इस मॉडल का बिना एयरबैग वाला मूल संस्करण वाहन सुरक्षा समूह ग्लोबल एनसीएपी के टक्कर परीक्षण में खरा नहीं उतर पाया. ब्रिटेन की ग्लोबल एनसीएपी की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि बालिग व्यक्ति की सुरक्षा की दृष्टि से इस मॉडल को शून्य स्टार मिला है. टक्कर परीक्षण के नतीजों से पता चलता है कि एयरबैग नहीं होने की वजह से टक्कर या दुर्घटना की स्थिति में ड्राइवर को लगने वाली चोट अस्वीकार्य रूप से काफी उंचे स्तर पर है. वहीं पीछे की सीट पर बच्चों की सुरक्षा की दृष्टि से डस्टर को दो स्टार दिए गए हैं.
रेनो डस्टर टक्कर परिक्षण के दौरान
ग्लोबल एनसीएपी के महासचिव डेविड वार्ड ने कहा, ‘यह काफी चिंता की बात है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा सप्ताह के दौरान हमें भारत में एक और शून्य स्टार वाली कार देखने को मिली है.’ इस बारे में संपर्क किए जाने पर रेनो इंडिया ने कहा कि उसके सभी उत्पाद भारतीय नियामकीय प्राधिकरणों द्वारा तय आवश्यक सुरक्षा मानकों को पूरा करते हैं.
कंपनी ने कहा कि भारत सरकार ने घोषणा की है कि सभी मौजूदा कारों के लिए टक्कर परीक्षण मानक 2019 से और नई कारों के लिए 2017 से प्रभाव में आएंगे और रेनो पूर्ण रूप से इसका समर्थन करती है. रेनो इंडिया ने कहा कि भारत अधिक ठोस सुरक्षा नियमनों को शामिल कर अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों की ओर बढ़ रहा है. भारत एनसीएपी का आश्वासन इस दिशा में एक सकारात्मक कदम है.
ग्लोबल NCAP 2017 परिक्षण के परिणाम
हालांकि, वार्ड ने कहा कि रेनो कई बाजारों के लिए डस्टर का विनिर्माण करती है और ऐसा लगता है कंपनी भारत के लिए कम सुरक्षा स्तर वाले वाहन उपलब्ध करा कर संतुष्ट है.
वार्ड ने कहा, ‘एयरबैग वाली डस्टर संस्करण को तीन स्टार की रेटिंग मिली है. हालांकि एयरबैग का आकार छोटा होने की वजह से यह भी उम्मीदों से कम रही है. उचित आकार के एयरबैग वाले मॉडल को मानक माना जाता है.’
ग्लोबल एनसीएपी के महासचिव डेविड वार्ड ने कहा, ‘यह काफी चिंता की बात है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा सप्ताह के दौरान हमें भारत में एक और शून्य स्टार वाली कार देखने को मिली है.’ इस बारे में संपर्क किए जाने पर रेनो इंडिया ने कहा कि उसके सभी उत्पाद भारतीय नियामकीय प्राधिकरणों द्वारा तय आवश्यक सुरक्षा मानकों को पूरा करते हैं.
कंपनी ने कहा कि भारत सरकार ने घोषणा की है कि सभी मौजूदा कारों के लिए टक्कर परीक्षण मानक 2019 से और नई कारों के लिए 2017 से प्रभाव में आएंगे और रेनो पूर्ण रूप से इसका समर्थन करती है. रेनो इंडिया ने कहा कि भारत अधिक ठोस सुरक्षा नियमनों को शामिल कर अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों की ओर बढ़ रहा है. भारत एनसीएपी का आश्वासन इस दिशा में एक सकारात्मक कदम है.
हालांकि, वार्ड ने कहा कि रेनो कई बाजारों के लिए डस्टर का विनिर्माण करती है और ऐसा लगता है कंपनी भारत के लिए कम सुरक्षा स्तर वाले वाहन उपलब्ध करा कर संतुष्ट है.
वार्ड ने कहा, ‘एयरबैग वाली डस्टर संस्करण को तीन स्टार की रेटिंग मिली है. हालांकि एयरबैग का आकार छोटा होने की वजह से यह भी उम्मीदों से कम रही है. उचित आकार के एयरबैग वाले मॉडल को मानक माना जाता है.’
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