2021 मर्सिडीज़-बेंज़ ए-क्लास लिमोज़िन इंडिया रिव्यूः पैसा वसूल एंट्री-लेवल सेडान
हाइलाइट्स
पिछले कुछ सालों से ए-क्लास कारें बाज़ार से नदारद थीं और वाक़ई हमें इन कारों की कमी इस दौरान काफी खली, चाहे हैचबैक हो, या एसयूवी, या फिर सेडान. खासतौर पर सेडान जिसकी झलक हमें ऑटो एक्सपो 2020 में देखने को मिली थी. मर्सिडीज़-बेंज़ इंडिया इस कार को भारत में 2020 में ही लॉन्च करना चाहती थी, लेकिन कोविड-19 महामारी के चलते इस काम में देरी हुई है. अब इस कार को 25 मार्च 2021 को भारतीय बाज़ार में लॉन्च किया जाएगा. लेकिन लॉन्च से पहले मर्सिडीज़-बेंज़ इंडिया ने हमें यह कार सौंपी जिसे हमने गोआ के गर्म और उमस भरे मौसम में चलाकर देखा है.
डिज़ाइन
इसे देखते ही जो चीज़ सबसे पहले दिमाग में आएगी, वो सीएलएस है, खासतौर पर इसका अगला हिस्सा. प्रोफाइल की बात करें तो यह सी-क्लास का कॉम्पैक्ट अवतार लगती है, लेकिन इसे बिल्कुल अलग पहचान दी गई है. एलईडी डीआरएल अनोखे दिखते हैं और यहां आपको आकर्षक ग्रिल और अगले बंपर पर लगे बड़े इंटेक्स मिलते हैं. नई कार भले ही दिखने में आपको अच्छी ना लगे या फिर इसका डिज़ाइन उतना आकर्षक ना लगे, लेकिन जो इसकी खसियत है वो इसकी मौजूदगी और शानदार अंदाज़ है जो निश्चित तौर पर पहली बार इसे खरीदने वालों को काफी पसंद आएगा.
कार के पिछले हिस्से में टेललैंप्स इसे बेहतर लुक देते हैं और नई ए-क्लास लिमोज़िन की डिज़ाइन समय के साथ-साथ बेहतर होती गई है. इसके बाद आने वाले लंबे समय तक भी कार का डिज़ाइन आपको पसंद आता रहेगा क्योंकि यह असल में इसी हिसाब से तैयार किया गया है. नई ए-क्लास लिमो ने सीएलए की जगह ली है और अब इस सेगमेंट में कार का मुकाबला भी आ चुका है, तो 4549 मिमी लंबाई के साथ बाज़ार में नई कार लंबी दिखने वाली है. तो चलिए आपको इस कार का लिमोज़िन हिस्सा दिखाते हैं जिसके हिसाब से इसे बनाया गया है.
केबिन
ए-क्लास लिमोज़िन का असली मज़ा इसकी पिछली सीट पर है. कार में आपको सेगमेंट का सबसे अच्छा 2729 मिमी व्हीलबेस दिया गया है जो इसके सबसे नज़दीकी मुकाबले से 59 मिमी ज़्यादा है. तो यहां आपका कम ठीक-ठाक होने पर भी घुटनों और सर के लिए पर्याप्त से ज़्यादा जगह मिलती है, लेकिन जांघ को बेहतर सहारा मिलता तो और भी अच्छा होता. तो हां, लंबी यात्रा में थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. सीटिंग व्यवस्था कार में बेतर हो सकती थी. पिछले हिस्से में आपको एसी वेंट्स मिलते हैं लेकिन पिछली सीट पर बैठकर आप इसका तापमान या पंखे की रफ्तार बदल नहीं सकते. इसके अलावा यहां आपको यूएसबी सी-टाइप चार्जिंग पॉइंट पिछले यात्रियों के लिए मिलता है.
कुल-मिलाकर केबिन खासा जगहदार है, लेकिन अगली सीट पर बैठकर ही आपको इस कार के फीचर्स का अंदाज़ा होगा. ए लिमोज़िन में मर्सिडीज़-बेंज़ ने बड़े आकार के 10.25-इंच स्क्रीन दिए हैं जिसमें एक इंस्ट्रुमेंट क्लस्टर के लिए है और दूसरा इंफोटेनमेंट सिस्टम के लिए. दोनों स्क्रीन हाई डेफिनेशन हैं और दिखने में बेहतरीन हैं. केबिन में आपको दो रंगों - बेज और ब्लैक इंटीरियर मिलता है, लेकिन यहां गौर फरमाने वाला रंग बेज है जिसे साफ-सफाई की बहुत ज़रूरत होती है. और हां, यहां बेहतर अनुभव कराने के लिए पैनोरमिक सनरूफ भी दी गई है.
फीचर्स
फीचर्स की फेहरिस्त यहां काफी लंबी है. ए-क्लास लिमोज़िन में आपको एमबक्स कनेक्टेड कार तकनीक मिलेगी जिसकी मदद से दरवाज़े खोलना बंद करना, खिड़की खेलना बंद करना, टायर का प्रेशर जांचना और वाहन का स्टेटस जानने जैसे और भी कई काम किए जा सकते हैं. मर्सिडीज़ मी कनेक्ट ऐप के ज़रिए आप जिओफेंस, लाइट सेटिंग में बदलाव और अपने वाहन की जगह पता कर सकते हैं. और यहां हे मर्सिडीज़ फीचर को मत भूलिए, इसकी मदद से होटल, रेस्टोरेंट और किसी का पता जैसे कई काम बोलकर किए जा सकते हैं.
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जहां वॉइस कमांड में यह सिस्टम स्थानीय भाषाएं समझता है, ऐसे में इसे हिंदी, मराठी और हम गोआ में है तो कोंकणी भाषा में आप इसे कमांड दे सकते हैं. मर्सिडीज़ ने इसके अलावा ऐलेक्सा और गूगल होम जैसे वॉइस असिस्टेंस फीचर भी दिए हैं जिनमें अपने सोफा से उठे बिना अपनी कार की जानकारी आप हासिल कर सकते हैं.
इंजन और ट्रांसमिशन
लेकिन इस कार में आप सिर्फ सोफा वाले मज़े लेकर रास्ते के देखते नहीं रहने वाले, आप इसकी अगली सीट पर बैठकर इसे चलाना भी चाहेंगे. हम इस कार का पेट्रोल वर्ज़न चला रहे हैं जो 1332 सीसी 4-सिलेंडर इंजन के साथ आता है, यह इंजन 161 बीएचपी ताकत और 250 एनएम पीक टॉर्क पैदा करता है. कार को 7-स्पीड डुअल-क्लच ट्रांसमिशन और पैडल शिफ्टर से लैस किया गया है जो बहुत अच्छी तरह काम करता है. मर्सिडीज़-बेंज़ की नई कार सिर्फ 8.3 सेकंड में 0-100 किमी/घंटा रफ्तार पकड़ लेती है और इस तेज़ रफ्तार के साथ एक लीटर पेट्रोल में कार 17.3 किमी तक चलती है.
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मर्सिडीज़-बेंज़ का दावा है कि ए-क्लास लिमोज़िन के साथ दुनिया में सबसे ज़्यादा एयरोडानामिक उत्पादन कार है जो कोएफिशिएंट ड्रैग .22 मिलता है और कार के साथ आपको कई ड्राइविंग मोड्स भी मिलते हैं. यहां स्पोर्ट मोड में कार का अंदाज़ पूरी तरह बदल जाता है. बढ़े हुए आरपीएम पर गियर बदलने में भी आपको काफी आसानी होगी और यह सिर्फ ड्राइवर के चलाने के हिसाब से तैयार की गई कार नहीं है. तेज़ रफ्तार पर कार की स्टीयरिंग काफी बेहतर तरीके से काम करती है और 17-इंच टायर्स इसकी राइड क्वालिटी को और बेहतर बनाते हैं.
राइड और हैंडलिंग
यूरोपीय मॉडल की तुलना में भारतीय ए-क्लास लिमोज़िन का कद 16 मिमी अधिक है तो यहां आपको भारतीय सड़कों के हिसाब से कार के लिए चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है. खराब रास्तों के हिसाब से कार के सस्पेंशन भी काफी अच्छे हैं और केबिन को आरामदायक बनाए रखते हैं. मर्सिडीज़-बेंज़ नई कार को 2-लीटर डीज़ल इंजन में भी पेश करेगी, यहां तक कि कार का एएमजी मॉडल भी पेश किया जाएगा और इन सबका उत्पादन कंपनी के चाकन प्लांट में किया जाएगा. कंपनी ने कार को 6 रंगों और कार्बन स्टाइल पैकेज के अलावा अर्बन पैकेज में लॉन्च किया है जहां आपको अलग से कई सारे फीचर्स मिलेंगे.
फैसला
ए लिमोज़िन का फिलहाल बाज़ार में सिर्फ एक मुकाबला है, वो है बीएमडब्ल्यू 2 सीरीज़ ग्रैन कूपे और यह कार पेट्रोल और डीज़ल दोनों इंजन विकल्पों में उपलब्ध है जिसकी शुरुआती कीमत रु 40.90 लाख है. मर्सिडीज़-बेंज़ नई कार की कीमत को आकर्षक रखना चाहती है, लेकिन मुकाबले के हिसाब से कोई आश्चर्य नहीं होगा कि ए लिमोज़िन की कीमत कुछ ज़्यादा हो. इसके बदले कंपनी इंजन और ट्रांसमिशन पर 8 साल की वॉरंटी दे रही है, इसके अलावा पैसा वसूल फीचर्स के चलते मर्सिडीज़-बेंज़ ए-क्लास लिमोज़िन इस सेगमेंट का दमदार मुकाबला बनती है. इसके अलावा यह एक लग्ज़री कार है तो इसके लिए भी कीमत पर काफी कुछ निर्भर करेगा.