क्या आपको पसंद आई नई जनरेशन महिंद्रा थार की ग्रिल?
हाइलाइट्स
भारत में यूटिलिटी वाहन बनाने वाली महिंद्रा ने नई थार से पर्दा हटा लिया है और ये कार सभी कयासों और उम्मीदों पर खरी उतरी है. नई महिंद्रा थार को आधुनिक लुक, बेहतर फिनिश और बहुत अच्छे केबिन के लिए काफी सराहा गया है जो रोजमर्रा के इस्तेमाल में आने वाला मॉडल है. मैं अकेला ऐसा खुशनसीब हूं जिसे ये कार ऑफ-रोडिंग के लिए मिली है जो 4 बाय 4 है और काफी दमदार है. दिखने में ये एसयूवी बहुत दमदार और आकर्षक है और यही चीज़ मीडिया की नज़र में सबसे पहले आई थी, इसके साथ ही आलोचकों की नज़र में भी यही आया है और उन्होंने कहा कि इस ग्रिल में ऐसा क्या खास है, और किस तरह ये नई जनरेशन थार को मुकाबले से अलग बनाती है.
2020 थार को क्यूं दी गई नई ग्रिल
तो जवाब काफी आसान है. ये डिज़ाइन टीम द्वारा किया गया काम है और इसका नेतृत्व कर रहे रामक्रिपा अनंथन ऐसा चाहते थे. ग्रिल इस हिसाब से बनाई गई है कि उल्लंघन का कोई कानूनी मामला खड़ा ना हो जाए. ये कहानी भारत की स्वतंत्रता से पहले पुरानी सीजे-3बी या विल्लीस जीप से शुरू होती है जब महिंद्रा ने सबसे पहले इन्हें बनाना शुरू किया था. इन वाहनों को जीप के लायसेंस पर बनाया जाता था. कई सालों बाद महिंद्रा ने अपने वाहनों का उत्पादन शुरू कर दिया, यहां तक कि 2010 तक किसी ना किसी माध्यम से बेची जाती रही.
इसके बाद थार को पहली बार पेश किया गया और इसकी तमाम स्टाइल और डीएनए इसी से लिया गया था. थार के साथ जीप से मिलता हुआ फैंडर लगाया गया, वहीं इसकी ग्रिल महिंद्रा एंड महिंद्रा वाली बनी रही. साल दर साल थार में बदलाव किए जाते रहे. जब क्रिस्लर कॉर्पोरेशन ने 1987 में जीप ब्रांड खरीदा तब उसने नए एग्रिमेंट पर दस्तख़त किए जिसमें जीप को दुनियाभर में पेश करने की बात रखी गई. और ये दोनों कंपनियां अबतक शांति से अपना काम कर रही थीं. अब जो ड्रामा शुरू हुआ है इसकी जानकारी मैं आपको आगे दे रहा हूं.
अगले हिस्से में 5-स्लॉट ग्रिल क्यों नहीं?
लेकिन पहले मैं आपसे पूछता हूं - क्या नई ग्रिल एक समस्या है? मुझे ये इतनी भी बुरी नहीं लगी, और ग्राहकों के हिसाब से देखा जाए तो नई जनरेशन थार के लिए ये सिर्फ एक नई डिज़ाइन है. आखिर किसी ने भी ह्यून्दे वर्ना या स्विफ्ट की ग्रिल में हुए बदलावों पर कोई सवाल नहीं उठाया, है ना? लेकिन थार की इन कारों से तुलना भी नहीं की जा सकती, क्योंकि ये सामान्य मॉडल नहीं है और वर्ग विशेष के लिए बनाई गई है. तो मेरा इस बारे में ये कहना है कि, 5-स्लॉट ग्रिल की जगह 7-स्लॉट ग्रिल का इस्तेमाल क्यों नहीं किया गया जो जीप को टक्कर दे सकता है. इतिहास उठाकर देखेंगे तो पाएंगे कि जीप ने फोर्ड की 9-स्लॉट ग्रिल के उल्लंघन से बचने के लिए 7-स्लॉट ग्रिल का रास्ता अपनाया था.
तो 5-स्लॉट ग्रिल भी कुल मिलाकर कार को क्लासिक लुक देने के लिए पर्याप्त है जो थार की अपनी विरासत को वापस लाएगा, और उल्लंघन के कानूनी मामले से भी दूरी बनाए रहेगा. खैर ये तो महिंद्रा के विचार करने का विषय है और इसकी बाज़ार में बिक्री भी 2 अक्टूबर 2020 से शुरू की जाएगी और आपकी राय लॉन्च से पहले इस कार में बदलाव पर महिंद्रा की सोच को बदल सकते हैं. सुत्रों के हवाले से मुझे जानकारी मिली है कि महिंद्रा समूह में इसपर दोबारा विचार शुरू हो चुका है और जिस महिंद्रा थार से पर्दा हटाया गया है उसकी ग्रिल लॉन्च के समय कुछ अलग अंदाज़ की दिखाई दे सकती है. इसके अलावा अगर ग्रिल एसी रही भी तो इसे पूरी तरह काले रंग की जगह सिल्वर फिनिश के साथ आ सकती है.
एफसीए के साथ विवाद का इतिहास
मार्च 2018 में महिंद्रा ने अपना पहला उत्पाद रॉक्सर यूनाइटेड स्टेट्स के बाज़ार में उतारा जो कार सड़कों पर इस्तेमाल के लिए नहीं थी. इसी साल अगस्त में एफसीए ने यूएस के इंटरनेशनल ट्रेड कमिशन में एक शिकायत दर्ज की जिसमें दावा किया गया कि असली विल्लीस जीप को नए अंदाज़ में पेश करके महिंद्रा रॉक्सर बनाई गई है. एफसीए ने ये भी कहा कि महिंद्रा भारत से सस्ते पुर्ज़े बुलाकर डेट्रॉइट में इन वाहनों को असेंबल कर रही है जिससे जीप उत्पादों के मुकाबले इनके वाहनों की कीमत बहुत कम है. महिंद्रा ने अपने बचाव में कहा कि ये कार एफसीए के साथ पुराने रिश्तों और एग्रिमेंट्स का नतीजा है. इस दावे को एफसीए ने निराधार बताया है.
एफसीए ने कहा था कि रॉक्सर ने जीप की कुछ ट्रेड ड्रेस का इस्तेमाल किया है. इसे लेकर आइ्रटीसी ने फैसला सुनाया जिसमें महिंद्रा को कार में बदलाव कि निर्देश दिए गए. कंपनी ने स्टाइल में व्यापक बदलाव करते हुए कार को 2020 मॉडल में लॉन्च किया और कंपनी ने ये भी कहा कि अगर आईटीसी कहेगी तो हम कार में और भी बदलाव करने का तैयार हैं. लेकिन जून 2020 में यूनाइटेड स्टेट्स के रेग्युलेटर्स ने फैसला दिया कि महिंद्रा ने एफसीए के अधिकारों का उल्लंघन किया है और ये कहते हुए रॉक्सर की बिक्री पर रोक लगा दी.
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महिंद्रा का कहना है कि जिस कार पर असली विवाद था, उसका उत्पादन बंद कर दिया गया है और 2020 मॉडल को व्यापक बदलावों के साथ लॉन्च किया जाने वाला है. पिछले महीने ही कंपनी ने रॉक्सर की ताज़ा झलक जारी की है और वादा किया है कि इस कार को व्यापक बदलाव दिए गए हैं. जहां कंपनियों के बीच ये विवाद जारी है, वहीं भारतीय बाज़ार में महिंद्रा के पास 7-स्लॉट ग्रिल वाली थार लॉन्च करने का मौका है. हमारे बाज़ार में महिंद्रा कई उत्पादों को 7-स्लॉट ग्रिल के साथ पेश कर चुकी है, लेकिन किसी वाहन में थार जितनी बड़ी और आकर्षक ग्रिल नहीं दी गई है. हमने इस मामले में महिंद्रा से संपर्क किया है लेकिन इसे लेकर अबतक कंपनी का कोई जवाब हमें नहीं मिला है. तो अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि, क्या 2 अक्टूबर को हमें थार के साथ नई ग्रिल देखने को मिलेगी? और हमें बताइये की इस बारे में आप क्या सोचते हैं. ट्विटर, इंस्टाग्राम, सिद्धार्थ विनायक पाटणकर पर.