होंडा ने पेटेंट किया 2WD रीजनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम, जानें कैसे काम करती है तकनीक
हाइलाइट्स
होंडा द्वारा फाइल किए गए हालिया पेटेंट की फोटो में सामने आया है कि कंपनी इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड दो-पहिया बाज़ार में लाने वाली है जिसे अधिक किफायती बनाने के लिए इसमें रीजनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम दिया जाएगा. रीजनरेटिव ब्रेकिंग के अंतर्गत जब इलेक्ट्रिक दो-पहिया की रफ्तार कम की जा रही होती है तब यह ताकत के बहाव को विपरीत दिशा में घुमाने लगता है जिससे बैटरी चार्ज होती है. मोटरसाइकिल में रिजनरेटिव ब्रेकिंग का इस्तेमाल अमूमन पिछले पहिए में किया जाता है. ब्रेकिंग के समय बाइक का ज़्यादातर भार आगे की तरफ होता है, तो पिछले पहिए पर रीजनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम लगाना हमेशा किफायती नहीं होता.
होंडा का उपाय हाइब्रिड या पूरी तरह इलेक्ट्रिक बाइक पर केंद्रित है जिसमें दो-पहिया के अगले पहिए पर छोटी इलेक्ट्रिक मोटर या जनरेटर लगाया जाए, लेकिन इस डिज़ाइन में अगले पहिए पर इलेक्ट्रिक कनेक्शन से आगे भी कुछ दिख रहा है. होंडा की डिज़ाइन हाइड्रॉलिक पर भी काम करती है ताकि बेकिंग के समय व्हील से अधिकतम ताकत पैदा की जा सके. इस सिस्टम में दो हाइड्रॉलिक पंप या मोटर लगाई गई हैं जिसमें से एक पहिए पर और दूसरी बाइक के इंजन अथवा मोटर पर लगी है.
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अगले पहिए के हब पर मोटर के इर्द-गिर्द कई छोटे पिस्टन लगाए गए हैं जो ब्रेकिंग के समय हाइड्रॉलिक फ्लूड को पंप करते हैं और 2 व्हील ड्राइव मोड पर फ्लूड द्वारा आगे भी बढ़ाए जाते हैं. चूंकि यह सिस्टम हाइड्रॉलिक है, तो इसमें सिर्फ दो लचीले होस की आवश्यक्ता होती है. होस की दूसरी तरफ एक और वेरिएबल हाइड्रॉलिक मोटर/पंप लगा है जो फ्लूड की हलचल को ब्रेकिंग के समय रोटरी मोशन में बदलती है. इस सिस्टम की मदद से बैटरी की रेन्ज बढ़ेगी और हाइब्रिड दो-पहिया को यह किफायती बनाएगा. इस बात पर कोई जानकारी नहीं मिली है कि नया रीजनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम की मौजूदा स्थिति क्या है और इसका उत्पादन कब से शुरू होगा.
सोर्सः Cycle World