ह्यूंदैई ने सेल्फ ड्राइव शेयरिंग कार के लिए रेव से मिलाया हाथ, जानें क्या है इस साझेदारी में

साझेदारी में ह्यूंदैई द्वारा रेव में निवेश कारना पहली बार भारतीय मोबिलिटी बाज़ार में एंट्री की ओर कदम है. टैप कर जानें क्या है ह्यूंदैई का असली इरादा?
हाइलाइट्स
ह्यूंदैई मोटर कंपनी ने घोषणा की है कि वह भारत में इनोवेटिव कार शेयरिंग डेवेलप करने और देश में क्रिएटिव मार्केटिंग करने के लिए बिना ड्राइवर वाली के चलने वाली कार बनाने वाली कंपनी रेव के साथ साझेदारी की है. इस साझेदारी में ह्यूंदैई मोटर्स द्वारा रेव में निवेश कारना पहली बार भारतीय मोबिलिटी बाज़ार में एंट्री की ओर पहला कदम भी है. इस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट और साझेदारी के अंतर्गत ह्यूंदैई मोटर्स और रेव दोनों मुकाबला तैयार करने और ज़रूरी तकनीक पर काम करेंगी जिससे भारतीय ऑटोमोबाइल बाज़ार के आने वाले समय के लिए तैयार हो सकें. भारत के कार शेयरिंग वाहनों की संख्या 15,000 से बढ़कर 2020 तक 50,000 होने का अनुमान है और 2022 तक यह आंकड़ा 1,50,000 यूनिट तक पहुंच सकता है.
भारत में कार शेयर करने वालों की संख्या करोड़ों में है और देश की जनसंख्या का कुल 35 प्रतिशत हिस्सा शेयरिंग कारों का इस्तेमाल करता है. ह्यूंदैई मोटर इकलौती ऐसी कंपनी है जिसने रेव में निवेश किया है, रेव वो कंपनी है जो ग्राहकों को शेयरिंग कार मुहैया कराती है. ऐसे में ह्यूंदैई रेव शेयरिंग सर्विस के लिए कार शेयरिंग उत्पादों की सप्लाई से लेकर नए मोबिलिटी सर्विस प्लैटफॉर्म और प्रोडक्ट मार्केटिंग जैसे कार करेगी. कंपनी भारतीय ग्राहकों को इस सेवा के अंतर्गत अपने कई सारे अलग-अलग वाहनों को चलाने का मौका भी देगी.
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ह्यूंदैई मोटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ वाय के कू ने इस मौके पर बताया कि, “ह्यूंदैई मोटर इंडिया बेहद तेज़ी से आगे उन्नती कर रही है और यह इसे भारतीय ऑटोमोबाइल बाज़ार का लीडर बनाने की ओर ले जा रहा है. फ्यूचर मोबिलिटी को ध्यान में रखते हुए हमने रेव में निवेश किया है जो इस राह में आगे बढ़ने का एक और कदम है. ह्यूंदैई मोटर इंडिया तेज़ी से बढ़ रही सेल्फ-ड्राइव कार शेयरिंग सिस्टम बनाने वाली रेव के साथ मिलकर आदर्श सिस्टम बनाएगी, इसमें ओपन इन्विटेशन की मदद भी ली जाएगी.”
भारत में कार शेयर करने वालों की संख्या करोड़ों में है और देश की जनसंख्या का कुल 35 प्रतिशत हिस्सा शेयरिंग कारों का इस्तेमाल करता है. ह्यूंदैई मोटर इकलौती ऐसी कंपनी है जिसने रेव में निवेश किया है, रेव वो कंपनी है जो ग्राहकों को शेयरिंग कार मुहैया कराती है. ऐसे में ह्यूंदैई रेव शेयरिंग सर्विस के लिए कार शेयरिंग उत्पादों की सप्लाई से लेकर नए मोबिलिटी सर्विस प्लैटफॉर्म और प्रोडक्ट मार्केटिंग जैसे कार करेगी. कंपनी भारतीय ग्राहकों को इस सेवा के अंतर्गत अपने कई सारे अलग-अलग वाहनों को चलाने का मौका भी देगी.
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ह्यूंदैई मोटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ वाय के कू ने इस मौके पर बताया कि, “ह्यूंदैई मोटर इंडिया बेहद तेज़ी से आगे उन्नती कर रही है और यह इसे भारतीय ऑटोमोबाइल बाज़ार का लीडर बनाने की ओर ले जा रहा है. फ्यूचर मोबिलिटी को ध्यान में रखते हुए हमने रेव में निवेश किया है जो इस राह में आगे बढ़ने का एक और कदम है. ह्यूंदैई मोटर इंडिया तेज़ी से बढ़ रही सेल्फ-ड्राइव कार शेयरिंग सिस्टम बनाने वाली रेव के साथ मिलकर आदर्श सिस्टम बनाएगी, इसमें ओपन इन्विटेशन की मदद भी ली जाएगी.”
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