महिंद्रा को एडिसन मोटर्स के रुप में सैंगयॉन्ग के लिए मिला ख़रीदार: रिपोर्ट
हाइलाइट्स
अप्रैल 2021 में हमने आपको कोरियाई ब्रांड की आवश्यकता के अनुसार SsangYong को तकनीक देकर SsangYong के EV कारोबार का समर्थन करने के लिए महिंद्रा के इरादों के बारे में बताया था. अब, महिंद्रा नए MESMA 350 प्लेटफॉर्म पर बनी इलेक्ट्रिक एसयूवी और पावरट्रेन बनाने पर काम कर रही है, जो निश्चित रूप से SsangYong के लिए अपने EV पोर्टफोलियो का विस्तार करने के काम आएगा. महिंद्रा ने SsangYong को 2010 में खरीदा था, जब कंपनी दिवालिया होने के करीब थी.
कोरियाई कार कंपनी में भारतीय ऑटो दिग्गज की 74.65 प्रतिशत हिस्सेदारी है
लेकिन दुर्भाग्य से महिंद्रा कोरियाई कंपनी के भाग्य को बदलने में सक्षम नहीं था और वास्तव में एक खरीदार भी नहीं ढूंढ पा रहा थी, लेकिन अब ऐसी अफवाहें चल रही हैं कि ईवी स्टार्ट-अप, एडिसन मोटर्स दक्षिण कोरिया की चौथी सबसे बड़ी ऑटोमोटिव निर्माता SsangYong में रुचि दिखा रही है. निक्केई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एडिसन महिंद्रा को सैंगयॉन्ग ब्रांड के लिए करीब ₹ 1754 करोड़ (170 मिलियन यूरो) का भुगतान करेगा. इस साल नवंबर के अंत तक समझौते को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है. हमने बयान के लिए महिंद्रा से संपर्क किया लेकिन हमारे ईमेल का कोई जवाब नहीं आया.
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कोरियाई कार कंपनी में भारतीय ऑटो दिग्गज की 74.65 प्रतिशत हिस्सेदारी है, लेकिन पिछले साल से महिंद्रा अपनी हिस्सेदारी बेचने की सोच रही है. 2020 के लिए, SsangYong का घाटा 449 बिलियन वॉन था जो $ 401.76 मिलियन के बराबर है. 2019 में कंपनी का ऑपरेटिंग घाटा 282 बिलियन वॉन था. एडिसन फिल्हाल इलेक्ट्रिक बस और कमर्शल ट्रक बनाती है और सैंगयोंग खरीदकर यात्री कार बाजार में पैर जमा सकती है.