मारुति सुजुकी ने मानेसर प्लांट की निर्माण क्षमता को 9 लाख वाहनों तक बढ़ाया
हाइलाइट्स
- मारुति सुजुकी ने अर्टिगा को नई असेंबली लाइन से लॉन्च की है
- मानेसर प्लांट की वाहन निर्माण क्षमता 1 लाख प्रति वर्ष बढ़ी
- मानेसर प्लांट ने 2007 से 95 लाख से अधिक वाहनों का निर्माण किया है
मारुति सुजुकी ने अपने मानेसर प्लांट में एक नई असेंबली लाइन का उद्घाटन किया है, जिससे प्लांट की कुल निर्माण क्षमता 9 लाख वाहन प्रति वर्ष हो जाएगी. नई असेंबली लाइन से कार निर्माता की कुल निर्माण क्षमता प्रति वर्ष 1 लाख वाहन बढ़ जाएगी. फिलहाल नई प्रोडक्शन लाइन का इस्तेमाल अर्टिगा एमपीवी के निर्माण के लिए किया जाएगा. हालाँकि, भविष्य में अन्य मॉडल भी असेंबली लाइन से बाहर आ सकते हैं.
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नई असेंबली लाइन के चालू होने पर बोलते हुए, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के एमडी और सीईओ, हिसाशी ताकेउची ने कहा, “हमारा लक्ष्य अगले 7-8 वर्षों में अपनी क्षमता को लगभग दोगुना कर 40 लाख वाहन प्रति वर्ष करना है और इस क्षमता में वृद्धि होगी. प्रति वर्ष 100,000 वाहन इस लक्ष्य की ओर एक कदम है. इससे हमें अपने ग्राहकों को तेजी से सर्विस देने में मदद मिलेगी और प्रति वर्ष 23.5 लाख वाहन तक निर्माण करने की हमारी समग्र क्षमता बढ़ेगी."
फिलहाल नई असेंबली लाइन अर्टिगा एमपीवी को पेश करेगी, हालांकि आगे चलकर और भी मॉडल जोड़े जा सकते हैं
मारुति सुजुकी ने जनवरी 2007 में अपनी मानेसर प्रोडक्शन प्लांट A का उद्घाटन किया, प्लांट B और प्लांट C क्रमशः 2011 और 2013 में ऑनलाइन आए. कार निर्माता ने भारत में मानेसर प्लांट से 95 लाख से अधिक कारों का निर्माण किया है, जब से उसने अर्टिगा, XL 6, ब्रेज़ा, वैगन आर, डिजायर, एस-प्रेसो और सेलेरियो जैसे मॉडलों का परिचालन शुरू किया है, जो वर्तमान में प्लांट में लाइन में हैं.
नई असेंबली लाइन के साथ, जो वर्तमान में पूरी तरह से अर्टिगा पर के लिए है, खरीदार आने वाले महीनों में एमपीवी के लिए प्रतीक्षा अवधि कम होने की उम्मीद कर सकते हैं. दिसंबर 2023 तक, मारुति की 2 लाख से अधिक ओपन बुकिंग में अर्टिगा की हिस्सेदारी लगभग एक तिहाई थी. एमपीवी की प्रतीक्षा अवधि 4 से 6 महीने के बीच थी और सभी अर्टिगा बुकिंग में सीएनजी मॉडल की हिस्सेदारी लगभग 70 प्रतिशत थी.