रेनॉ काइगर ने ग्लोबल एनकैप क्रैश टेस्ट में 4 स्टार हासिल किए
हाइलाइट्स
2022 में ग्लोबल एनकैप के Safer Cars For India कार्यक्रम के तहत कुछ नए क्रैश टैस्ट किए गए हैं. इनमें से कुछ कारें हैं निसान मैग्नाइट और रेनॉ काइगर. दोनो ही रेनॉ-निसान के CMFA प्लेटफॉर्म पर बनी हैं जो छोटी कारों के लिए तैयार किया गया है. टैस्ट की गई इन दोनो कारों में काफी कुछ एक समान है जिसमें प्लेटफॉर्म, इंजन और कई पार्ट्स शामिल हैं. carandbike को मिली है इस टैस्ट की एक्लुसिव झलक जिसे जर्मनी में ADAC लैब में अंजाम दिया गया है.
कार में सीटबेल्ट का इस्तेमाल करके बच्चों की सीट लगाई गई थीं, आईसोफिक्स के बिना.
पिछले साल ट्राइबर एमपीवी को मिली शानदार 4-स्टार रेटिंग के बाद मेरी उम्मीद इस रेनॉ काइगर से काफी ज़्यादा थी. टैस्ट में काइगर को भी प्रशंसनिय 4 स्टार मिले हैं. इसने ट्राइबर और यहां तक के मैग्नाइट को भी पीछे छोड़ दिया. बच्चों की सुरक्षा के लिए कार को मैग्नाइट जैसी ही 2-स्टार रेटिंग मिली है. कार में सीटबेल्ट का इस्तेमाल करके बच्चों की सीट लगाई गई थीं, आईसोफिक्स के बिना. हालंकि कार को यह फीचर मिला है लेकिन इसको इस्तेमाल करना आसान नही है.
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ट्राइबर की तरह ही काइगर के बॉडी शेल को अस्थिर रेटिंग मिली है.
यह कुछ जगहों पर चैसीस की बनावट की वजह से हुआ. हां मैग्नाइट की बॉडी को स्थिर रेटिंग मिली है. तो एक ही प्लेटफॉर्म पर बने होने के बावजूद दोनो कारों में काफी फर्क है. काइगर और मैग्नाइट में एक जैसे कई पार्ट्स हैं और यह एक ही प्लेटफॉर्म पर बनी हैं. लेकिन इनका निर्माण अलग तरीके से हुआ है और चैसिस और सामान में भी फर्क है. उम्मीद है कि 2022 के दूसरे हिस्से तक ग्लोबल एनकैप भारत के टैस्ट नियमों में साइड से क्रैश को भी शामिल करेगा.