2022 मर्सिडीज़-बेंज़ सी-क्लास का रिव्यू
हाइलाइट्स
मर्सिडीज सी-क्लास का दुनिया में और भारत में भी एक लंबा और शानदार सफर रहा है. 1982 में यानि आज से 40 साल पहले कार का सबसे पहला मॉडल W201 पेश किया गया था. W206 या पांचवीं पीढ़ी की C को दुनिया में पहली बार 2021 में लाया गया और अब यह कार भारत आ गई है. यह देश में मर्सिडीज़-बेंज़ के सबसे अहम मॉडलों में से एक है, क्योंकि 2001 से अब तक यहां इसके 37,000 युनिट बिक चुके हैं. हम पहुंचे पहाड़ों की रानी मसूरी में इस कार की सवारी करने के लिए. हमें इससे बड़ी उम्मीदें थीं, और किस्मत से यह एक साफ और सुहाना दिन भी था.
सी-क्लास दो ट्रिम्स - एएमजी लाइन और अवंत गार्डे में हमारे पास आई है - और पहले में टू-टोन एएमजी अलॉय, एक शार्प बम्पर और डिफ्यूज़र और स्टार-स्टडेड फ्रंट ग्रिल मिलती है
डिज़ाइन
सी-क्लास कंपनी की नई ‘SENSUAL PURITY' डिज़ाइन भाषा पर तैयार की गई है और कहना गलत नही होगा कि यह अब तक की सबसे स्पोर्टी और शानदार C-CLASS दिखती है. यह पहले की तुलना में थोड़ी सी बड़ी हो गई है. लंबाई 65 मिमी ज़्यादा है जबकि व्हीलबेस भी 25 बढ़ गया है. कार अब करीब 10 मिमी चौड़ी भी है और सबसे ज़रूरी बात कि इसका ग्राउंड क्लियरेंस भी 7 मिमी बेहतर है. कार को कुल 3 वेरिएंट मिले हैं जिसमें C 200 और C 220d को AVANT GARDE ट्रिम मिला है जबकि C 300d केवल AMG लाइन में आई हैं. इसमें आपको अलग दिखने वाली एलईडी और 2-टोन अलॉय मिल जाते हैं.
अपने पावर डोम के साथ नया बोनट लुक को स्पोर्टी बनाता है. कोशिश है कार को चौड़ा दिखाकर इसके आकर्षण को बढ़ाने की. पीछे सिंगल पीस बंपर भी इसमें योगदान देता है. स्प्लिट टेल लाइट्स, दो एग्ज़हॉस्ट और साफ लाइनें लुक को और निखारती हैं. जहां C300 d पर दो एग्ज़हॉस्ट हैं, वहीं C200 और 220 d पर एक नकली दो एग्ज़हॉसिट लुक बंपर के निचले हिस्से में दिया गया है, बिल्कुल पुरानी कार की तरह.
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ड्राइव
आज हम इनमें से 2 की ड्राइव कर रहे हैं. C 300d में C 220d वाले इंजन ब्लॉक का ही इस्तेमाल हुआ है लेकिन ताकत ज़्यादा है. कार 0-100 किमी प्रति घंटे तक सिर्फ 5.3 सेकेंड में पहुंच जाती है और इसकी टॉप स्पीड है 250 किमी प्रति घंटा. वहीं 220d में भी आंकड़े कुछ कम नही हैं. यह भारत में कंपनी की सबसे ज़्यादा माइलेज वाली कार होने का दावा कर रही है, यानि 23 किमी प्रति लीटर जो सेगमेंट के देखते हुए वाकई लाजवाब है.
सी 200 को नई पीढ़ी के साथ अधिक मांग देखने की उम्मीद है और ईक्यू बूस्ट वास्तव में छोटे 1.5-लीटर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल मोटर को बहुत अधिक पंच देती है
अंत में है C 200 जो कार का अकेला पेट्रोल विकल्प है. इंजन के छोटे साइज़ से गलत अदाज़ा न लगाएं, यहां भी ताकत और टॉर्क की कमी नही है. तीनो ही इंजन के साथ 9-स्पीड ऑटोमैचिक गियरबॉक्स दिया गया है. कार में 48-वोल्ट का माइल्ड हाइब्रिड सिस्टम भी लगा है. इलेक्ट्रिक मोटर 15 बीएचपी तक अतिरिक्त ताकत और 200 एनएम टॉर्क दे देती है. यह सिस्टम कम रफ्तार पर इंजन का भार कम करता है जिससे बेहतर माइलेज पाने में मदद मिलती है.
इंजन
हमने पहले की C 300d की सवारी. इसके बढ़िया आंकड़े सड़क पर साफ नज़र आते हैं. पर्फोर्मेंस शानदार है और बढ़िया हैंडलिंग के साथ आपको मज़ेदार ड्राइव का अनुभव मिलता है. कार पहले से ज़्यादा चुस्त और संतुलित कार लगती है. C 300d में एक पैनापन दिखता है, हां आपको हल्का सा लैग ज़रूर महसूस होता है लेकिन कुल मिलाकर रिफाइंमेंट काबिलेतारीफ है. बड़ा सवाल यह था कि क्या का 1.5-लीटर इंजन कितना दमदार है. इसे माइल्ड हाइब्रिड सिस्टम का काफी फायदा मिलता है और अतिरिक्त टॉर्क चरित्र को बिल्कुल बदल देता है. हां, यही चीज़ डीज़ल कारों पर भी देखने तो मिलती है, लेकिन यहां C 200 पर यह एक बड़ा फर्क लाता है. हां ताकत में कभी-कभी कुछ कमी लग सकती है, लेकिन ज़्यादातर समय कार को चलाने में मज़ा आता है, खासतौर पर पहाड़ी सड़कों पर.
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कैबिन
सी-क्लास के कैबिन में बहुत सारी लग्ज़री है और यह नई एस-क्लास की याद दिलाता है. लुक एकदम नया है, और बीच में लगी नई 11.9-इंच की बड़ी और खड़ी टचस्क्रीन हल्की सी ड्राइवर की ओर मुढ़ी हुई है. कई आधुनिक कारों की तरह, इसमें तकरीबन सभी फीचर हैं जिससे डैशबोर्ड को एक साफ-सुथरा फिनिश मिलता है. कई सेटिंग्स के साथ डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर भी बढ़िया दिखता है. स्टीयरिंग पर टचपै़ड कंट्रोल पहले से बेहतर हैं और सनरुफ के लिए भी बटन के बजाए एक टच फीचर दिया गया है.
कार पर बर्मेस्टर साउंड सिस्टम, वायरलेस चार्ज़िंग, वायरलेस Apple CarPlay और Android Auto के साथ Alexa या गूगल होम मिल जाता है.
एक फिंगरप्रिंट सिस्टम के ज़रिए कार आपको पहचान लेती है और आपकी पसंद का संगीत, कनेक्टिविटी, तापमान, सीटें और शीशे दे देती है. कैबिन में कुछ रंग विकल्प हैं, लेकिन C 300d पर यह दो-टोन सियना ब्राउन और ब्लैक विकल्प नया है और अच्छा दिखता है. कार पर बर्मेस्टर साउंड सिस्टम, वायरलेस चार्ज़िंग, वायरलेस Apple CarPlay और Android Auto के साथ Alexa या गूगल होम मिल जाता है. लेकिन वेंटिलेटेड सीटें यहां नही दी गई हैं.
सुऱक्षा फीचर्स
कंपनी की CAR-TO-X पाने वाली दूसरी कार है सी-क्लास. यह MBUX सिस्टम से लैस कंपनी की सभी कारों के साथ काम करता है. लेकिन MBUX का NTG7 वर्ज़न ही क्लाउड और दूसरी कारों तक जानकारी पहुंचा सकता है. यह जानकारी 24-घंटों तक वैध रहती है क्योंकि सड़कों के हालात बदलते रहते हैं. सी-क्लास को नया MBUX भी मिलता है और MBUX असिसटेंट आपकी मदद के लिए हमेशा तैयार रहता है. कार का वॉयस असिसटेंट भी पहले से बेहतर हुआ और इसको इस्तेमाल करना पहले से ज़्यादा आसान है.
कीमतें और फैसला
सी-क्लास की पिछली पीढ़ी की कीमतें रु 50 लाख (एक्स-शोरूम) से शुरु होती थीं और नई कार उससे थोड़ी महंगी हो सकती है. हमारे हिसाब से कीमतें रु 50 से 60 लाख के बीच हो सकती हैं. नई सी-क्लास हर तरीके से प्रभावित करती है. तकनीक की भरमार, शानदार डिज़ाइन, बढिया कैबिन, सुरक्षा, कनेक्टिविटी और कई कई सारे इंजन विकल्प इसे एक विजेता बनाते हैं. यह मॉडल कार के वंश को सही तरीके से आगे बढ़ाता है. यह कार की अब तक की सबसे कामयाब पीढ़ी हो सकती है, भारत में और दुनियाभर में. मुकाबले में खड़े हैं BMW 3-Series, Audi A4, Volvo S60 और Jaguar XE जैसे दिग्गज.
Last Updated on May 9, 2022