स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया ने 15 लाख कारों को बनाने का मील का पत्थर हासिल किया
हाइलाइट्स
- स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया ने 15 लाख निर्माण मील का पत्थर हासिल कर लिया है
- इसने भारत में 2.0 कार रेंज की 3 लाख कारों का निर्माण पूरा कर लिया है
- चाकन में इंजन शॉप ने फोक्सवैगन समूह के लिए 3,00,000 से अधिक पावरट्रेन का निर्माण किया है
स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया ने अपने चाकन प्लांट में 15 लाख वाहनों को बनाने का मील का पत्थर हासिल किया है. यह घोषणा स्कोडा फैबिया के साथ प्लांट में निर्माण शुरू करने के 15 साल बाद आई है. प्लांट में बनने वाली कारों की सूची में फोक्सवैगन वेंटो और पोलो, स्कोडा फैबिया और रैपिड के साथ-साथ MQB-A0-IN प्लेटफॉर्म पर आधारित नए-पुराने मॉडल - फोक्सवैगन टाइगुन और वर्टुस, स्कोडा कुशाक और स्लाविया शामिल हैं.
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फोक्सवैगन ने भारत 2.0 कार रेंज की 3 लाख कारों का निर्माण किया है
इसके अतिरिक्त, ब्रांड ने यह भी घोषणा की कि उसने भारत 2.0 कार रेंज की 3 लाख कारों का निर्माण किया है, जिसमें फोक्सवैगन टाइगुन और वर्टुस, स्कोडा कुशक और स्लाविया शामिल हैं. ऑटोमेकर वर्तमान में अपने कुल निर्माण का 30 प्रतिशत चालीस देशों में निर्यात करता है. चाकन प्लांट में इंजन शॉप ने फोक्सवैगन समूह के लिए 3,00,000 से अधिक पावरट्रेन का निर्माण किया है.
स्कोडा ने हाल ही में घोषणा की थी कि वह कुशक और स्लाविया मॉडल के सभी वेरिएंट में छह एयरबैग मानक के रूप में पेश करेगी. इससे पहले कॉम्पैक्ट एसयूवी और सेडान के केवल सबसे महंगे स्टाइल वेरिएंट छह एयरबैग के साथ आते थे, जबकि सभी निचले ट्रिम्स में केवल डुअल फ्रंट एयरबैग मिलते थे. कुशक की कीमत रु.11.99 लाख से रु.19.79 लाख के बीच है, वहीं, स्लाविया की कीमत रु.11.63 लाख से रु.18.83 लाख के बीच है. (सभी कीमतें एक्स-शोरूम) भारत हैं.