स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया ने 20 लाख कारें बनाने का आंकड़ा पार किया

हाइलाइट्स
- SAVWIPL की पहली स्थानीय रूप से असेंबल की गई कार 2001 में बाज़ार में आई
- भारत में 5 लाख से ज़्यादा MQB AO-IN कारों का निर्माण
- फोक्सवैगन समूह की भारतीय सहायके कंपनी ने 25 वर्ष पूरे कर केएक बड़ी उपलब्धि हासिल की
फोक्सवैगन समूह की भारतीय बांच, स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (SAVWIPL) ने घोषणा की है कि उसने देश में 20 लाख से ज़्यादा कारों का स्थानीय कारों का निर्माण पूरा कर लिया है. यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब कंपनी भारत में अपने 25 साल पूरे कर रही है, जहाँ 2001 में स्कोडा ऑक्टेविया के साथ पहली स्थानीय निर्मित कारें लॉन्च की गई थीं.
इस उपलब्धि पर टिप्पणी करते हुए, स्कोडा ऑटो फोक्सवैगन इंडिया के सीईओ और एमडी, पीयूष अरोड़ा ने कहा, "भारत में हमारी हर उपलब्धि देश की क्षमता में हमारे दृढ़ विश्वास को दर्शाती है - न केवल एक बाज़ार के रूप में, बल्कि मोबिलिटी के भविष्य में एक प्रेरक शक्ति के रूप में भी. 20 लाख का आंकड़ा लोगों, तकनीक और स्थानीय क्षमता में निरंतर निवेश का परिणाम है. यह भारतीय ग्राहकों के हमारे छह ब्रांडों में असाधारण विश्वास को भी दर्शाता है."

SAVWIPL वर्तमान में स्थानीय स्तर पर स्कोडा, फोक्सवैगन और ऑडी ब्रांडों के तहत मॉडलों की एक सीरीज़ का निर्माण करती है, जो चाकन और छत्रपति संभाजीनगर (पूर्व में औरंगाबाद) में स्थित इसके संयंत्रों में फैले हुए हैं.
कंपनी ने बताया कि 20 लाख कारों में से 5 लाख से ज़्यादा उसके भारत 2.0 मॉडल - स्कोडा काइलाक, कुशक और स्लाविया, के साथ-साथ फोक्सवैगन टाइगुन और टिगुआन - की थीं. कंपनी ने यह भी बताया कि स्थानीय स्तर पर बनी आखिरी 5 लाख कारें पिछले 3.5 वर्षों में बनी थीं.
इंडिया 2.0 योजना का उद्देश्य हाल के वर्षों में भारत में स्कोडा और फोक्सवैगन दोनों के बिक्री प्रदर्शन को फिर से जीवित करना है. स्लाविया और कुशक के लॉन्च के बाद, स्कोडा ने 2022 में भारत में अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दर्ज किया और वर्तमान में 2025 में एक नया रिकॉर्ड बनाने की राह पर है. चेक कार निर्माता ने साल के दो महीने बाकी रहते हुए ही 2022 की बिक्री के अपने आंकड़े पहले ही पार कर लिए हैं - यह सफलता इस साल की शुरुआत में लॉन्च हुई काइलाक सबकॉम्पैक्ट एसयूवी की ज़ोरदार मांग से मिली है.
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के मोर्चे पर, SAVWIPL ने बताया कि भारत से निर्यात 7 लाख कारों का आंकड़ा पार कर गया है.


















































