टाटा मोटर्स और महाराष्ट्र सरकार ने ई-वाहनों पर साइन किया MoU, जानें क्या है MoU में
टाटा मोटर्स के CEO और MD ग्वेंटर बस्चेक ने यह MoU महाराष्ट्र के CM देवेंद्र फड़नवीस की मौजूदगी में साइन किया. टैप कर जानें किसने की टाटा से साझेदारी?
हाइलाइट्स
टाटा मोटर्स ने महाराष्ट्र राज्य सरकार के साथ एक मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग पर हस्ताक्षर किए हैं जिसमें टाटा मोटर्स पूरे राज्य में कमर्शियल वाहनों के रूप में चलाने के लिए 1000 यूनिट इलैक्ट्रिक वाहन बनाएगी. कंपनी इसके लिए महाराष्ट्र में कई चार्जिंग स्टेशन भी लगाने वाली है. इस मेमोरेंडर और अंडरस्टैंडिंग या MoU में महाराष्ट्र इलैक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी 2018 को आगे बढ़ाने और महाराष्ट्र में इलैक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देना शामिल है. टाटा मोटर्स की सीईओ और एमडी ग्वेंटर बस्चेक ने यह MoU महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की मौजूदगी में साइन किया. इसके अलावा देवेंद्र फड़नवीस ने मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर 5 इलैक्ट्रिक टिगोर को हरी झंडी भी दिखाई.
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टाटा मोटर्स और महाराष्ट्र सरकार के MoU साइन करने के मौके पर टाटा मोटर्स के मडी और सीईओ ग्वेंटर बश्चेक ने कहा कि, -“वाहनों की ई-मोबिलिटी भारत सरकार के विज़न को लेकर टाटा मोटर्स तत्पर है. इस सपने की तरफ तेज़ी से बढ़ने की चाह रखने वाली महाराष्ट्र सरकार के साथ कार करने के लिए हम उत्साहित हैं. ईवी के इकोसिस्टम को लेकर टाटा मोटर्स ग्रुप की बाकी सहयोगी कंपनियां काफी साथ निभा रही हैं. इलैक्ट्रिक वाहनों को लेकर हमारा पैसेंजर और कमर्शियल लाइनअप तैयार है और हम इस टेंडर के अलावा भी भारत में इन वाहनों की सप्लाई के अगले पड़ाव पर पहुंचना चाहते हैं.”
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टाटा टिगोर दिखने में इसकी स्टैंडर्ड सबकॉम्पैक्ट सिडान जैसी ही दिखती है और कार की ग्रिल पर लगा ईवी बैज ही बदलाव माना जा सकता है. सबसे बड़ा बदलाव जो कार में हुआ है वो इसका इलैक्ट्रिफिकेशन है, इसमें कार के इंजन की जगह बैटरी का इस्तेमाल किया गया है. टाटा ने इस कार में इलैक्ट्रिक ड्राइव सिस्टम लगाया है जिसका निर्माण और सप्लाई इलैक्ट्रा ईवी द्वारा किया जाता है. इलैक्ट्रा ईवी वो कंपनी है जो वाहनों के लिए इलैक्ट्रिक ड्राइव सिस्टम की सप्लाई करती है. टाटा मोटर्स पहले इस पहल के अंतर्गत दो पड़ावों में 250 इलैक्ट्रिक वाहनों का उत्पादन कर चुकी है.
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टाटा मोटर्स और महाराष्ट्र सरकार के MoU साइन करने के मौके पर टाटा मोटर्स के मडी और सीईओ ग्वेंटर बश्चेक ने कहा कि, -“वाहनों की ई-मोबिलिटी भारत सरकार के विज़न को लेकर टाटा मोटर्स तत्पर है. इस सपने की तरफ तेज़ी से बढ़ने की चाह रखने वाली महाराष्ट्र सरकार के साथ कार करने के लिए हम उत्साहित हैं. ईवी के इकोसिस्टम को लेकर टाटा मोटर्स ग्रुप की बाकी सहयोगी कंपनियां काफी साथ निभा रही हैं. इलैक्ट्रिक वाहनों को लेकर हमारा पैसेंजर और कमर्शियल लाइनअप तैयार है और हम इस टेंडर के अलावा भी भारत में इन वाहनों की सप्लाई के अगले पड़ाव पर पहुंचना चाहते हैं.”
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टाटा टिगोर दिखने में इसकी स्टैंडर्ड सबकॉम्पैक्ट सिडान जैसी ही दिखती है और कार की ग्रिल पर लगा ईवी बैज ही बदलाव माना जा सकता है. सबसे बड़ा बदलाव जो कार में हुआ है वो इसका इलैक्ट्रिफिकेशन है, इसमें कार के इंजन की जगह बैटरी का इस्तेमाल किया गया है. टाटा ने इस कार में इलैक्ट्रिक ड्राइव सिस्टम लगाया है जिसका निर्माण और सप्लाई इलैक्ट्रा ईवी द्वारा किया जाता है. इलैक्ट्रा ईवी वो कंपनी है जो वाहनों के लिए इलैक्ट्रिक ड्राइव सिस्टम की सप्लाई करती है. टाटा मोटर्स पहले इस पहल के अंतर्गत दो पड़ावों में 250 इलैक्ट्रिक वाहनों का उत्पादन कर चुकी है.
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