टाटा मोटर्स को वित्त वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में हुआ Rs. 307 करोड़ का घाटा
हाइलाइट्स
कोविड-19 महामारी की मार से उबरने के लिए जूझ रही भारतीय निर्माता टाटा मोटर्स ने वित्तीय वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही के परिणामों का ऐलान किया है. कंपनी ने रु 307 करोड़ का बड़ा नुकसान दर्ज किया है जो वित्तीय वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में हुए रु 188 करोड़ के मुकाबले काफी ज़्यादा है. इस नुकसान के साथ कंपनी ने लगातार तीसरी तिमाही में नुकसान दर्ज किया है. 30 सितंबर 2020 को खत्म हुई दूसरी तिमाही कंपनी का संयुक्त रेवेन्यू रु 53,530 करोड़ रहा जो पिछले साल इसी समयावधि में रु 65,431 करोड़ था, यह आंकड़ा 18 प्रतिशत की गिरावट को दिखाता है.
सिर्फ टाटा मोटर्स का दूसरी तिमाही में प्रदर्शन देखें तो इसे रु 1,212 करोड़ का नुकसान हुआ है जो पिछले साल इसी दौरान हुए रु 1,281 करोड़ के नुकसान से कुछ कम है. अकेले टाटा मोटर्स का रेवेन्यू जुलाई से सितंबर 2019 में रु 10,000 करोड़ के मुकाबले रु 9,668 करोड़ रह गया है जो 3 प्रतिशत की गिरावट की ओर इशारा करता है. जगुआर लैंड रोवर की बात करें तो टाटा मोटर्स के मालिकाना हक वाले लग्ज़री कार निर्माता ने रु 4,449 करोड़ का कैश फ्लो देखा है. दूसरी तिमाही में जेएलआर ने 1,13,569 वाहन बेचे हैं जो पिछली तिमाही के मुकाबले 53.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी दिखाता है, हालांकि साल-दर-साल तुलना में यह 11.9 प्रतिशत की गिरावट दिखाता है.
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टाटा मोटर्स का कहना है कि वित्तीय वर्ष 2020-21 की दूसरी छःमाही में कंपनी अच्छे व्यापार की उम्मीद कर रही है जिसमें मांग और पूर्ती दोनों में पर्याप्त तेज़ी देखने को मिलेगी. कंपनी ने कहा है कि पिछले समय में आई अस्थिरता को संतुलित करने के लिए लागत को बदला गया है और काम में तेज़ी लाने के लिए कंपनी ने रु 6,000 करोड़ का कैश इंप्रेवमेंट प्रोग्राम भी चलाया है. कंपनी का मानना है कि यह सब करने के बाद साल के अंत तक बाज़ार में बिक्री की स्थिति मजबूत हो जाएगी.