टाटा मोटर्स को साल की पहली तिमाही में हुआ घाटा, कोरोना महामारी इकलौती वजह
हाइलाइट्स
वित्तीय वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही के परिणाम आने शुरू हो गए हैं और टाटा मोटर्स (जगुआर लैंड रोवर बिज़नेस) ने इसमें 56.42 प्रतिशत की घाटा दर्ज किया है. कंपनी को पिछले साल इसी तिमाही में हुए रु 3,679.66 करोड़ नुकसान के मुकाबले इस साल की पहली तिमाही में रु 8,443.98 करोड़ घाटा हुआ है. साल 2019-20 की पहली तिमाही में रु 61,466.99 करोड़ रेवेन्यू के मुकाबले कंपनी को हालिया बीती तिमाही में रेवेन्यू के तौर पर रु 31,983.06 मिला है. कुल मिलाकर कंपनी को रेवेन्यू के मामले में 47.96 प्रतिशत का नुकसान झेलना पड़ा है. टाटा मोटर्स का ईबीआईडीटीए मार्जिन भी इसी अवधि में 3.5 प्रतिशत दर्ज किया गया है.
कंपनी का कहा है कि बिक्री में भारी गिरावट का कारण एकमात्र कोरोना वायरस महामारी है जिसके चलते घरेलू और विदेशी बाज़ार में व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ है. साल की पहली तिमाही में निर्यात को मिलाकर होलसेल डीलर्स को 25,294 यूनिट के साथ 81.5 प्रतिशत नुकसान हुआ है. इस तिमाही के अंत तक कंपनी रु 6,09,000 लिक्विडिटी पोजिशन बनाने में सफल हुई है.
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कोविड-19 महामारी के चलते पूरी दुनिया के साथ-साथ भारत के व्यापारों पर भी बहुत बुरा असर पड़ा है जो लगातार जारी है, हालांकि भारत सरकार द्वारा कुछ राहत मिलने के बाद ऑटोमोटिव कंपनियों ने आंशिक रूप से उत्पादन शुरू कर दिया है. हालांकि लॉकडाउन की स्थिति में जगुआर लैंड रोवर को कई दिनों तक अपने प्लांट को बंद रखना पड़ा था जिसके चलते कंपनी की बिक्री काफी प्रभावित हुई है. जेएलआर की रिटेल बिक्री 74,067 वाहन रही जो 42.44 प्रतिशत की हानि हो दर्शाता है और इसी तिमाही में कंपनी को रु 41.3 करोड़ का घाटा हुआ है.