टाटा मोटर्स ने 2 लाख नेक्सॉन एसयूवी बनाने का आंकड़ा पार किया

हाइलाइट्स
टाटा मोटर्स ने महाराष्ट्र में पुणे के पास अपने रंजनगांव प्लांट में 2 लाख नेक्सॉन सबकॉम्पैक्ट एसयूवी बनाने का आंकड़ा पार कर लिया है. कंपनी का दावा है कि कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल और स्वच्छता मानदंडों का पालन करते हुए इस मील के पत्थर को हासिल किया गया है. दिलचस्प बात यह है कि नवंबर 2020 में ही कंपनी ने डेढ़ लाख नेक्सॉन बनाने का आंकड़ा छुआ था, जिसका अर्थ है कि पिछले छह महीनों में शेष 50,000 कारों का उत्पादन किया गया है.

मई 2021 में, नेक्सॉन देश की दूसरी सबसे ज़्यादा बिकने वाली सबकॉम्पैक्ट एसयूवी बनी.
नेक्सॉन ग्लोबल एनकैप से 5-स्टार सुरक्षा रेटिंग पाने वाली टाटा मोटर्स और भारत की पहली कार थी. तब से यह SUV भारतीय खरीदारों के बीच काफी लोकप्रिय हो गई है. फिल्हाल, यह टाटा मोटर्स के सबसे अधिक बिकने वाले मॉडलों में से एक है और इसकी 6000 से 7000 इकाइयों की औसत मासिक बिक्री होती है. मार्च 2021 में तो नेक्सॉन ने 8,683 यूनिट्स की रिकॉर्ड मासिक बिक्री हासिल की थी. मई 2021 में, नेक्सॉन 6,439 इकाइयों के साथ देश की दूसरी सबसे ज़्यादा बिकने वाली सबकॉम्पैक्ट एसयूवी बनी. कार किआ सॉनेट के ठीक पीछे थी, जिसकी 6,627 इकाइयां बिकी थीं.
नेक्सॉन को देश में सबसे पहले 2017 में लॉन्च किया गया था और टाटा मोटर्स ने 2020 की शुरुआत में कार के फेसलिफ़्ट को पेश किया. फिल्हाल कार को 20 वेरिएंट्स में पेश किया जाता है जिसमें पेट्रोल के 12 और डीजल के 8 वेरिएंट हैं.
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