दो-पहिया वाहनों की GST दर में होना चाहिए बदलाव, सरकार ने माना
हाइलाइट्स
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अनुसार, दुपहिया वाहनों पर माल और सेवा कर यानि जीएसटी में ऑटो उद्योग की मांग को बढ़ाने के लिए कमी देखी जा सकती है. केंद्र सरकार के मंत्री कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज (CII) द्वारा आयोजित एक वर्चुअल फोरम के दौरान बोलते हुए उन्होंने कहा कि दोपहिया वाहन "न तो लक्जरी हैं और न ही अय्याशी हैं", और इसलिए दर में संशोधन हो सकता है. यह बयान दोपहिया वाहनों के लिए बिक्री की भावना को बेहतर बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम होगा क्योंकि निर्माता लगभग दो वर्षों से कम बिक्री से जूझ रहे हैं.
दोपहिया वाहन निर्माता सरकार से जीएसटी में कटौती करके इसको 18 प्रतिशत पर लाने के लिए अनुरोध कर रहे हैं.
वित्त मंत्री ने कहा कि दोपहिया वाहनों के लिए जीएसटी कटौती के बारे में आने वाली जीएसटी कॉउनसिल में चर्चा की जाएगी. इसपर प्रिक्रिया देते हुए टीवीएस मोटर कंपनी के संयुक्त एमडी सुदर्शन वेणु ने कहा, "हम दोपहिया वाहनों के लिए जीएसटी कर में कमी के बारे में विचार करने वाले वित्त मंत्रियों के बयान का स्वागत करते हैं और यह कहते हैं कि दोपहिया वाहन लोगों के लिए एक आवश्यक उपकरण हैं. COVID-19 के कारण मंदी के बाद, जल्द से जल्द जीएसटी दर कम करने के लिए, यह एक स्वागत योग्य कदम होगा क्योंकि यह त्योहारी सीजन से पहले मांग में जरूरी बढ़ोतरी देगा. इसके अलावा, सामाजिक दूरी के युग में, ग्राहक सस्ते विकल्पों की तलाश कर रहे हैं और यह कमी, यदि लागू की जाती है, तो उनके फायदे की बात होगी”
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फिल्हाल दोपहिया वाहन कार और एसयूवी की तरह 28 प्रतिशत जीएसटी आकर्षित करते हैं. दोपहिया वाहन निर्माता सरकार से जीएसटी में कटौती करके इसको 18 प्रतिशत पर लाने के लिए अनुरोध कर रहे हैं. इससे स्कूटर और मोटरसाइकिलों की कीमतों में काफी कमी आएगी और आने वाले समय में मांग को बढ़ाने में मदद करेगी.