अमेरिकी बाज़ार में महिंद्रा को रॉक्सर के लिए मिली राहत, बेची जा सकेगी ऑफ-रोडर
हाइलाइट्स
महिंद्रा एंड महिंद्रा को अमेरिकी बाज़ार में रॉक्सर ऑफ-रोडर के लिए बड़ी राहत मिली है. यूनाइटेड स्टेट्स रेगुलेटर ने बुधवार को महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के रॉक्सर ऑफ रोडर यूटिलिटी वाहन के लिए फैसला सुनाया है जिसमें कहा गया है कि रॉक्सर की नई डिज़ाइन फीएट क्राइस्लर ऑटोमोबाइल के जीप ब्रांड की संपदा अधिकार का उल्लंघन नहीं करती है, इस वाहन के पुराने मॉडल की बिक्री पर पिछले 6 महीनों से प्रतिबंध लगा हुआ था. अंतर्राष्ट्रीय व्यापार आयोग ने 2020 में बनाए गए रॉक्सर मॉडल को लेकर कहा कि यह एफसीए की जीप रैंगलर एसयूवी की ट्रेड ड्रेस का उल्लंघन नहीं करता. न्यायाधीश द्वारा अक्टूबर की सिफारिश महिंद्रा द्वारा डिज़ाइन में बदलाव के बाद आए नए मॉडल बाज़ार में बेचे जा सकते हैं.
महिंद्रा ने इसे लेकर कहा कि, “यह फैसला बहुत प्रचलित रॉक्सर ऑफ-रोडर वाहन की नई डिज़ाइन पर सुनाया गया है. अब दोबारा डिज़ाइन की गई 2021 रॉक्सर के उत्पादन और बिक्री की अनुमति मिल गई है.”
एफसीए ने अपने बयान में कहा कि, “जहां एफसीए द्वारा दूसरी डिज़ाइन पर सुनाए फैसले से हम निराश हैं, वहीं हमारा विश्वास है कि इस फैसले पर अपील करने में हम सफल होंगे.”
बता दें कि ट्रेड ड्रेस के अंतर्गत किसी उत्पादन को अनोखा और अलग बनाने वाले पुर्ज़ों को शामिल किया जाता है. मसलन, एफसीए जीप रैंगलर की चौकोर आकार, अगली ग्रिल और गोल हैंडलैंप्स को इसे अलग बनाने वाले पहलुओं में गिनती है. जून 2020 में आईटीसी ने एफसीए के 2019 मॉडल जीप ब्रांड की आपत्ति पर महिंद्रा के इस मॉडल की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था जो सवालों के घेरे में था.
महिंद्रा ने कहा है कि 2020 मॉडल रॉक्सर ऑफ-रोडर को अलग अंदाज़ में पेश किया गया है और सवाल ना उठाए जा सकें, इस हिसाब से तैयार किया गया है. लेकिन आयोग ने उस समय यह तय नहीं किया कि नए और बाद के मॉडल ने जीप की ट्रेड ड्रेस का उल्लंघन किया है या नहीं. रॉक्सर का उत्पादन उत्तरी डेट्रॉइट के ऑबर्न हिल स्थित असेंबली में किया जाता है.
(इस खबर को एनडीटीवी स्टाफ द्वारा एडिट नहीं किया गया है, यह सिंडिकेट फीड से आई खबर है.)