कोलकाता में सनरूफ से बाहर निकलने पर कटेगा चालान

हाइलाइट्स
अधिकांश कार खरीदारों के लिए सनरूफ एक वास्तविक आवश्यकता बन गया हैं और हाल ही के दिनों में अधिकांश कारों में सनरूफ देखा जा सकता है और यह सड़क सुरक्षा के लिए एक मुख्य मुद्दा बनता जा रहा है. कई बार बच्चे और लोग अक्सर चलाती गाड़ी के दौरान सनरूफ से बाहर निकल जाते हैं. ये गतिविधियाँ मज़ेदार और आनंददायक लग सकती हैं, लेकिन ये खतरनाक हो सकती हैं, जिससे अचानक सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हो सकता है. इस सड़क सुरक्षा के मुद्दे का समाधान करने के लिए, कोलकाता के लालबाजार क्षेत्र के ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को उन लोगों के खिलाफ अपना अभियान शुरू करने का निर्देश दिया गया है, जो चलती कार के दौरान सनरूफ से बाहर निकलते हैं.

पुलिस ने हाल ही में कई ऐसी घटनाएँ देखी है जिसमें लोग चलती कारों के सनरूफ से बाहर निकलकर अपनी जान को जोखिम में डाल रहे हैं, खासकर पर AJC बोस रोड फ्लाईओवर और मां फ्लाईओवर जैसे व्यस्त सड़कों पर लोग ऐसा करते देखे गए है. इन लोगों को सड़कों पर लगे सीसीटीवी में भी रिकॉर्ड किया गया है. यह सीसीटीवी तस्वीरें ही इन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के लिए पुलिसकर्मियों के लिए एक पर्याप्त सबूत है. मोटर वाहन अधिनियम की धारा 184 (F) के तहत नियमों का उल्लंघन करने वालों पर अब कोलकाता ट्रैफिक पुलिस द्वारा ₹1,000 का जुर्माना लगाया जाएगा. ईस्ट गार्ड में पार्क स्ट्रीट-मां फ्लाईओवर पार्क सर्कस फ्लाईओवर पर पहले ही दो अपराधियों को दंडित किया जा चुका है.

कोलकाता ट्रैफिक पुलिस को लगता है कि यह अभियान लोगों को चलती कार से बाहर निकलने के दौरान सड़क दुर्घटनाओं के हानिकारक प्रभाव के बारे में जागरूक करेगा. इस प्रकार की गतिविधियों कार सवार अन्य लोगों को भी जोखिम में डालते हैं. इस अभियान के तहत कार्रवाई करने के लिए दक्षिण, दक्षिण-पूर्व और पूर्व ट्रैफिक पुलिस को भी तैनात किया गया है. पुलिसकर्मी मौके पर ही लोगों को पकड़ने और चालान काटने की बजाय सीसीटीवी फुटेज का सहारा लेकर कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं. पिछले कुछ महीनों में, चलती कारों में लोगों का सनरूफ से अचानक अपना सिर बाहर निकालने का चलन बढ़ गया है. कई मामलों में, तारों और पतंग के तार से इन लोगों ने अपनी गर्दन, गले और यहाँ तक कि सर में भी चोटें खाई है.