पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज़ ड्यूटी रु.2 बढ़ी, आम जनता की जेब पर नहीं पड़ेगा असर

हाइलाइट्स
- पेट्रोल, डीजल पर एक्साइज़ ड्यूटी में रु.2 प्रति लीटर की बढ़ोतरी की जाएगी
- सार्वजनिक क्षेत्र की तेल मार्केटिंग कंपनियों ने कहा कि बिक्री की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाएगी
- बदली हुई एक्साइज़ ड्यूटी 8 अप्रैल से लागू होंगी
केंद्र सरकार के राजस्व मंत्रालय ने 8 अप्रैल 2024 से पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज़ ड्यूटी में बदलाव की घोषणा की है. मंत्रालय ने एक अधिसूचना में पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज़ ड्यूटी में रु.2 प्रति लीटर की बढ़ोतरी की बात कही है. हालांकि, सरकार ने कहा है कि इस बढ़ोतरी का असर ग्राहकों पर नहीं पड़ेगा.
यह भी पढ़ें: वित्त वर्ष 2025: ऑटो बिक्री में 6.46 प्रतिशत की हुई वृद्धि; दोपहिया और यात्री वाहन सेग्मेंट में धीमी रही वृद्धि
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने एक अलग ट्वीट में स्पष्ट किया है कि बदली हुई कीमत लागू होने के बाद सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल मार्केटिंग कंपनियाँ बिक्री की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं करेंगी. घोषणा से पता चलता है कि एक्साइज़ ड्यूटी लागू होने से पहले उत्पाद शुल्क दरों में वृद्धि को ईंधन की कीमतों में कमी करके वहन किया जाएगा.
एक्साइज़ ड्यूटी आम तौर पर पेट्रोल स्टेशनों पर ईंधन की उतरी हुई कीमत पर लगाया जाता है जिसमें आधार लागत और माल ढुलाई खर्चा शामिल होता है. ध्यान दें कि इस उतरी हुई कीमत पर देश के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा तय दरों पर वैट भी लगता है.
भारत में पिछले कुछ समय से कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव के आधार पर ईंधन की कीमतों में दैनिक बदलाव हो रहे हैं, हालांकि पिछले काफी समय से कीमतें स्थिर बनी हुई हैं. आखिरी उल्लेखनीय बदलाव आम चुनावों के समय कीमतों में रु.2 प्रति लीटर की कमी थी.