रेनॉ ट्राइबर रिव्यु: कम कीमत में 7 सीटों का आराम
हाइलाइट्स
आपके लिए कार के अंदर कितनी जगह काफी है? खासकर जब उस कार की कीमत रु 5 लाख से कम हो. ट्राइबर एमपीवी के साथ फ्रांसीसी कार निर्माता रेनॉ ने कुछ ऐसा करने की कोशिश की है जो विचित्र है; एक कार जो 4 मीटर से छाटी है लेकिन इसके बावजूद उसमें 7 सीटें हैं. ₹ 4.95 लाख (एक्स-शोरूम) की शुरुआती कीमत का मतलब है कि गाड़ी की चर्चा हो रही है और ग्राहक ट्राइबर में दिलचस्पी दिखा रहे हैं. रेनॉ का कहना है कि यह सिर्फ 7 सीटों वाली एक क्विड नहीं है क्योंकि कार एक अलग प्लेटफॉर्म पर बनी है और इसके इंजन को अधिक पावर भी मिलती है. हमने इसे गोवा में टेस्ट किया यह देखने के लिए कि क्या ट्राइबर आपके बड़े परिवार की मांगों को पूरा करती है.
कम लंबाई के बावजूद यह हर तरह से एक संपूर्ण कार दिखती है.
रेनॉ के साथ अच्छी बात यह है कि इसकी सभी कारों में एक स्पोर्टी लुक आता है. तो क्या हुआ अगर यह एक एमपीवी है, डिजाइन के मामले में ट्राइबर के पास एसी कई चीजें हैं जो इसके पक्ष में काम करती हैं. कम लंबाई के बावजूद यह हर तरह से एक संपूर्ण कार दिखती है, डिजाइनरों द्वारा इसे 4 मीटर से कम रखने के लिए एक शानदार काम किया गया है. सामने प्रीमियम क्रोम ग्रिल है जो डस्टर और क्विड पर भी देखी गयी है. कार में प्रोजेक्टर हेडलैंप, एलईडी डीआरएल और 14 इंच के पहिए हैं. एसयूवी के काफी लक्षण यहां हैं - इसमें स्किड प्लेट, चौकोर व्हील आर्क और रूफ रेल शामिल हैं. छत का पिछला हिस्सा थोड़ा उभरा हुआ है लेकिन अजीब नहीं दिखता है. रियर काफी प्रीमियम है जिसमें ढेर सारे क्रोम के साथ-साथ स्प्लिट टेल लैंप्स भी मौजूद हैं. कुल मिलाकर ट्राइबर अपने इस डिजाइन के साथ आपको आत्मविश्वास से सराहना करने के लिए आमंत्रित करती है.
ब्रांड की अन्य सभी कारों की तरह ट्राइबर को भी टच स्क्रीन सिस्टम के साथ रियर पार्किंग कैमरा मिलता है.
ट्राइबर का सबसे अच्छा हिस्सा इसका केबिन है. रेनॉ इसे एक अल्ट्रा मॉड्यूलर कार कह रही है और इसके कुछ अच्छे कारण हैं. बैठने के बहुत सारे के विकल्प हैं इतने कि शायद आप भूल जाएं. दूसरी रो 60:40 के हिसाब से बंट जाती हैं एक लीवर उठाकर तीसरे रो तक आराम से जाया जा सकता है. दूसरी पंक्ति की सीटें आगे भी खिसक सकती हैं और तीसरी पंक्ति के लिए अधिक स्थान बन जाता है. कीमत और सेगमेंट को देखते हुए कंपनी ने तीसरी रो के स्पेस के साथ एक बढ़िया काम किया है. अंतिम पंक्ति की सीटों को पूरी तरह से हटाया जा सकता है और फिर आपको मिलता है 625 लीटर का विशाल बूट स्पेस. पीछे की दोनों पंक्तियों में एडजस्टेबल हेडरेस्ट और व्यक्तिगत एसी वेंट हैं. ब्रांड की अन्य सभी कारों की तरह ट्राइबर को भी टच स्क्रीन सिस्टम के साथ रियर पार्किंग कैमरा मिलता है. छोटी मोटी चीज़े रखने के लिए अच्छी जगह है लेकिन सीटें थोड़ी छोटी लगती हैं. इसके अलावा एलईडी इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर पर डिजाइन कुछ बनावटी है. हालांकि स्मार्ट एक्सेस कार्ड के साथ फ्लैट बॉटम स्टीयरिंग और कीलेस एंट्री आपको लुभाती हैं.
कीमत और सेगमेंट को देखते हुए कंपनी ने तीसरी रो के स्पेस के साथ एक बढ़िया काम किया है.
ट्राइबर में केवल एक इंजन विकल्प है और वह है 3 सिलेंडर 1.0 लीटर पेट्रोल जो केवल 5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ आया है. हालाँकि रेनॉ का कहना है कि वह AMT वेरिएंट जल्द ही लॉन्च करेगी. क्विड की तुलना में में थोड़ी अधिक शक्ति है और यह 72 पीएस वास्तव में ज्यादा यात्रियों का वज़न उठाने में काम आता है. 96 एनएम टॉर्क कुछ ज़्यादा नहीं है लेकिन अच्छी बात यह है कम आरपीएम पर मिल जाता है जो आपकी ड्राइव को थोड़ा बेहतर बना देता है. हां हाईवे पर यह थोड़ा सुस्त ज़रूर लगता है. इसके अलावा इंजन का थोड़ा शोर भी केबिन में प्रवेश करता है जिसका अर्थ है कि रेनॉ एनवीएच स्तर को बेहतर बनाने पर काम कर सकती है. सबसे बढ़िया बात, 20 किमी से अधिक माईलेज.
सबसे बढ़िया बात, 20 किमी से अधिक माईलेज.
टॉप वैरिएंट की कीमत भी ₹ 6.49 लाख (एक्स-शोरूम) ही है.
कार की कीमत को देखते हुए रेनॉ ट्राइबर को पैसा वसूल गाड़ी कहना गलत नहीं होगा. टॉप वैरिएंट की कीमत भी ₹ 6.49 लाख (एक्स-शोरूम) ही है. कार में डिजाइन, फीचर्स और निश्चित रूप से मॉड्यूलरिटी बहुत प्रभावशाली है. केवल एक चीज जो आपको परेशान कर सकती है वह है इंजन क्योंकि कार निश्चित रूप से कुछ अतिरिक्त पॉवर और टॉर्क के साथ और बहतर कर सकती है. तो यह छोटी एमपीवी एक समझदार शहरी कार है, जो कि आपके परिवार की अधिकांश ज़रूरतों को पूरा करेगी.