महिंद्रा ने 2022 दुर्घटना मामले से संबंधित एयरबैग विवाद पर बयान जारी किया
हाइलाइट्स
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने महिंद्रा स्कॉर्पियो से जुड़ी एक सड़क दुर्घटना के बाद कंपनी के खिलाफ दायर एक एफआईआर को संबोधित किया है, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. यह घटना सबसे पहले 23 सितंबर को लोगों के ध्यान में आई, जब उत्तर प्रदेश में महिंद्रा ग्रुप के चेयरपर्सन आनंद महिंद्रा और 12 अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई.
Here is our official statement with reference to an incident involving the Scorpio. We have also issued a Press Statement last night. pic.twitter.com/8JvXwi48k3
— Mahindra Automotive (@Mahindra_Auto) September 27, 2023
महिंद्रा ने इस मामले पर स्पष्टीकरण दिया है, जिसमें बताया गया है कि विचाराधीन घटना 18 महीने पहले जनवरी 2022 में हुई थी. आरोप, जैसा कि शिकायतकर्ता की याचिका में उल्लेख किया गया है, वाहन में एयरबैग की अनुपस्थिति है. महिंद्रा के बयान में कहा गया है, "कंपनी दृढ़ता से कहती है कि 2020 में निर्मित स्कॉर्पियो S9 वैरिएंट वास्तव में एयरबैग से लैस था."
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यह दुर्घटना एक रोलओवर दुर्घटना के रूप में निर्धारित की गई थी, जिसके बारे में महिंद्रा का कहना है कि इससे फ्रंटल एयरबैग की तैनाती नहीं होगी. महिंद्रा ने यह भी कहा कि कंपनी की टीमों द्वारा अक्टूबर 2022 में एक बड़ी तकनीकी जांच संपन्न की गई थी.
शिकायत की बारीकियों की जांच करते हुए, राजेश मिश्रा ने दिसंबर 2020 में एक महिंद्रा स्कॉर्पियो एसयूवी खरीदी थी और इसे अपने बेटे अपूर्व मिश्रा को उपहार में दी थी. 14 जनवरी, 2022 को अपूर्व मिश्रा और उनके दोस्त लखनऊ से कानपुर लौटते समय दुर्घटना का शिकार हो गये थे. हादसा स्कॉर्पियो के डिवाइडर से टकराने से हुआ.
राजेश मिश्रा का आरोप है कि गाड़ी में एयरबैग नहीं लगा था. नतीजतन, मिश्रा ने कानूनी कार्रवाई की, जिसके परिणामस्वरूप महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद गोपाल महिंद्रा और 12 अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई.
Last Updated on September 27, 2023