महिंद्रा स्कॉर्पियो क्लासिक का रिव्यू, दमदार एहसास है बरकरार
हाइलाइट्स
महिंद्रा स्कॉर्पियो देश में 2 दशकों से अधिक समय से बिक्री पर है और अभी भी कई लोग हैं जो इसके दीवाने हैं. स्कॉर्पियो का दमदार एहसास कई लोगों को पसंद आता है और शायद इसीलिए, महिंद्रा ने यह फैसला किया एसयूवी की बाजार में बिक्री जारी रहेगी, 'क्लासिक' नाम के साथ. खासतैर पर ग्रामीण क्षेत्रों में जहां स्कॉर्पियो-एन की मांग शायद बहुत अधिक न हो. क्लासिक स्कॉर्पियो-N के ठीक बाद बाज़ार में ल़ॉन्च हुई है और इसको भी कुछ अहम बदलाव मिले हैं. हमने की कार की सवारी.
डिज़ाइन
पुरानी स्कॉर्पियो के मुकाबले कार का चेहरा पूरी तरह से बदल गया है.
कार के चेहरा पर महिंद्रा के नए ट्विन पीक्स लोगो के साथ बिल्कुल नई क्रोम से भरी हुई ग्रिल दी गई है. साथ ही कार को नई प्रोजेक्टर हेडलैंप और डीआरएल भी मिली हैं और बंपर में भी बदलाव किया गया है. साइड की बात करें तो 17-इंच के अलॉय व्हील्स का लुक बदला है और दरवाज़ो पर नई क्लैडिंग दी गई है. वहीं साउड स्टेप और रुफ रेल की मौजूदगी से कार पर एसयूवी का एहसास पूरी तरह कायम है.
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पिछले हिस्से में सबसे बड़ा फर्क है नई टॉवर आकार की टेल लैंप जिनकी कार पर कई सालों के बाद वापसी हुई है.
हमेशा की तरह पिछला दरवाज़ा साइड में खुलता है जिससे अंतिम रो पर जाने में आसानी होती है. कार पर कुल 5 रंग विकल्प दिए गए हैं जिसमें से गेलैक्सी ग्रे जो आप इन तस्वीरों में देख रहे हैं बिल्कुल नया है.
कैबिन और तकनीक
क्लासिक का केबिन कुछ हद तक स्कॉर्पियो की पिछली पीढ़ी की याद दिलाता है.
क्लासिक में सीटों और डैश पर पहले देखी गई गहरे रंग की थीम के बजाय इस कार पर बेज रंग का ज़्यादा उपयोग हुआ है. फ़ैब्रिक अपहोल्स्ट्री, आर्मरेस्ट और डैश के ज़्यादातर हिस्से पर बेज रंग ही मिला है. हालांकि बड़ा अंतर 9-इंच का टचस्क्रीन सिस्टम है जो साफ तो है लेकिन यहां फीचर्स की कुछ कमी है. गियर लीवर के पास आपको नकली लकड़ी के इंसर्ट मिलते हैं जो कुछ लोगों को पसंद आ सकते हैं और कुछ को नहीं.
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यहां एक पार्ट-डिजिटल पार्ट-एनालॉग इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर है जो बुनियादी जानकारी देता है.
स्टीयरिंग व्हील को अब बटन मिलते हैं और इस पर नया महिंद्रा ट्विन पीक्स लोगो भी है. आपको यहां हाइट एडजस्टेबल ड्राइवर सीट भी मिलती है लेकिन सीटों और दरवाजे के बीच कम जगह के चलते सीट को एडजस्ट करने के लिए ड्राइवर को पहले दरवाजा खोलना होगा. कैबिन में चार्जिंग पॉइंट्स की भी कमी है जो शायद आज के खरीदार को पसंद न आए. कुल मिलाकर केबिन ताजा दिखता है लेकिन फीचर्स की बात करें तो यह स्कॉर्पियो-एन के करीब नहीं है. साथ ही ज़्यादातर फीचर्स केवल कार के महंगे S11 ट्रिम में ही उपलब्ध हैं.
कैप्टैन सीटें केवल महंगे S11 ट्रिम पर ही उपलब्ध हैं.
दूसरी रो में आपके पास कैप्टैन सीटों या बेंच सीट के बीच चुनने का विकल्प है, जो चुने हुए वेरिएटं पर निर्भर करता है. इन सीटों के बीच काफी जगह है जो आखिरी रो तक पहुंच को आसान बनाता है. आपके पास यहां एसी वेंट्स के साथ कुछ स्टोरेज विकल्प हैं और फोन रखने के लिए कुछ विशेष पॉकेट दिए गए हैं. सामने को देखती तीसरी रो में जगह कम है क्योंकि दूसरी रो अधिक जगह बनाने के लिए आगे नहीं खिसकती है. आपके पास एसयूवी पर साइड फेसिंग तीसरी रो की सीटों को चुनने का विकल्प भी है, जिसमें 9-सीटर मॉडल केवल बेस S ट्रिम पर उपलब्ध है.
इंजन
नई पीढ़ी का इंजन पिछली मोटर की तुलना में लगभग 55 किलोग्राम हल्का है.
स्कॉर्पियो क्लासिक नए 2.2 लीटर महॉक डीजल इंजन पर चलती है जो 128 बीएचपी के साथ 1600 से 2800 आरपीएम के बीच 300 एनएम बनाता है. इंजन को केबल शिफ्ट के साथ फिर से डिज़ाइन किए गए 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स से जोड़ा गया है. अच्छी बात यह है कि पीक टॉर्क का एक बड़ा हिस्सा 1,000 आरपीएम से मिल जाता है, इसलिए आपको इस ड्राइवट्रेन से हमेशा उस तरह की प्रतिक्रिया मिलती है जिसकी आप उम्मीद करते हैं. आप कम रफ्तार पर ऊंचे गियर में भी ड्राइव कर सकते हैं जिससे बार-बार गियर बदलने की आवश्यकता नहीं होती है.
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स्कॉर्पियो क्लासिक में ऑटोमैटिक, पेट्रोल या 4x4 वेरिएंट नहीं मिलता है, इसलिए यहां विकल्प काफी सीमित हैं.
नई पीढ़ी का डीजल इंजन पिछली मोटर की तुलना में लगभग 55 किलोग्राम हल्का है, जिससे कार का माइलेज लगभग 14% बढ़ गया है. स्टार्ट स्टॉप फीचर के साथ माइक्रो हाइब्रिड तकनीक भी माइलेज को बढ़ाती है. क्लासिक पर एक साफ सुधार इस नए इंजन के रिफाइनमेंट और शोर स्तर में है. कंपनी ये दावे तब कर रही थी जब उसने पहली बार हमें कार दिखाई और यह ड्राइव के दौरान साफ महसूस होता है.
स्कॉर्पियो-एन से लिए गए फ़्रीक्वेंसी सेलेक्टिव डैम्पर्स के उपयोग ने बेहतर सवारी की पेशकश की है.
स्कॉर्पियो क्लासिक बढिया सवारी पहले की तुलना में बेहतर ड्राइव अनुभव देने के सबसे बड़े कारणों में से एक है. कार का सस्पेंशन काफी हद तक समान है, लेकिन स्कॉर्पियो-एन से लिए गए फ़्रीक्वेंसी सेलेक्टिव डैम्पर्स के उपयोग ने बेहतर सवारी की पेशकश की है. हैंडलिंग में भी सुधार हुआ है और एसयूवी पर बॉडी रोल थोड़ा कम महसूस होता है. हां कार की स्टीयरिंग व्हील थोड़ा सख्त लगती है और शहरी ट्रैफिक में आपको थोड़ा प्रयास करने की आवश्यकता होती है.
सुरक्षा
कीमतें और फैसला
इस दमदार एसयूवी का हकीकत में कोई सीधा मुकाबला नहीं है, और इसलिए इसकी अपनी अलग ही पहचान है.
एसयूवी के 2 वेरिएंट्स की कीमत रु 11.99 लाख और रु 15.49 लाख, एक्स-शोरूम रखी गई है. इसकी तुलना में स्कॉर्पियो-एन डीजल मैनुअल की कीमतें रु 13.99 लाख से शुरू होतीं है और रु तक 19.69 लाख, एक्स-शोरूम तक जाती हैं. इसलिए जबकि क्लासिक तकनीक और फीचर्स के मामले में कमज़ोर है, यह स्कॉर्पियो-एन की तुलना में काफी सस्ता भी है.
कुल मिलाकर, यह कार पुरानी पीढ़ी की तुलना में स्कॉर्पियो-एन के ज्यादा करीब है.
पहले वाली स्कॉर्पियो की तुलना में, क्लासिक काफी बेहतर और एक अलग कार है, विशेष रूप से जिस तरह से यह चलती है. नए इंजन का प्रदर्शन, गियरशिफ्ट, राइड क्वालिटी और यहां तक कि हैंडलिंग भी पहले से बेहतर है और यह कहना गलत नहीं होगा कि कुल मिलाकर, यह कार पुरानी पीढ़ी की तुलना में स्कॉर्पियो-एन के ज्यादा करीब है.
Last Updated on September 22, 2022