मारुति सुज़ुकी ने माना कि पेट्रोल विटारा ब्रेज़ा के लॉन्च पर मंदी की वजह से असमंजस
हाइलाइट्स
मारुति सुज़ुकी विटारा ब्रेज़ा लॉन्च के बाद से ही भारत में बेहद पसंद की जाती रही है, लेकिन पिछले तीन या चार महीने से इस सबकॉम्पैक्ट SUV की बिक्री में भी भारी कमी देखी गई है. सिर्फ ये कार ही नहीं बल्की पूरी ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री पर 19 साल में सबसे बड़ी मंदी छाई हुई है और लाखों लोगों का रोज़गार भी इसके चलते छिन गया है. मारुति सुज़ुकी विटारा ब्रेज़ा भारत में सिर्फ डीजल वेरिएंट में उपलब्ध है और पेट्रोल वेरिएंट में मुकाबला बहुत तगड़ा है. कंपनी ने जानकारी कुछ समय पहले ही उपलब्ध कराई है कि मारुति कार लाइन-अप से 2020 तक डीजल इंजन हटा दिए जाएंगे, ऐसे में विटारा ब्रेज़ा का भविष्य ही खतरे में दिख रहा है. कंपनी के चेयरमैन आरसी भार्गव ने बताया कि जो लोग भी सोच रहे हैं कि विटारा ब्रेज़ा की बिक्री बंद की दी जाएगी, ऐसा नहीं होगा.
मारुति सुज़ुकी के चेयरमैन का कहना है कि ये कंपनी की गलती है कि ग्राहकों से सही बातचीत नहीं हो सकी है, वे गलती से मान बैठे हैं कि 1 अप्रैल 2020 को तय BS6 डेडलाइन से पहले ही इस कार की भारत में बिक्री बंद कर दी जाएगी. कंपनी ब्रेज़ा डीजल के ऐबज में विटारा ब्रेज़ा पेट्रोल मॉडल भारत में लॉन्च करने का प्लान बना रही थी जिसपर लगातार काम किया जा रहा है. इसके लिए कंपनी के पास दो विकल्प हैं जिनमें 1.3 bhp पावर वाला 1.5-लीटर के15बी इंजन और 89 bhp पावर और सिआज़ से लिया 1.2-लीटर वीवीट इंजन दिया जा सकता है. ये दोनों ही इंजन BS6 मानकों वाले हैं और टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक और सीवीटी ऑटो गियरबॉक्स में उपलब्ध कराए गए हैं.
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अप्रैल 2019 में मारुति सुज़ुकी ने ऐलान किया था कि कंपनी अपने ट्राइड एंड टेस्टेड 1.3-लीटर DDiS डीजल इंजन को आगे उपलब्ध नहीं कराएगी, वहीं 1.5-लीटर डीजल इंजन को BS6 मानकों वाला बनाना बहुत खर्चीला काम है. इन सबके बाद अगर बात की जाए विटारा ब्रेज़ा पेट्रोल की तो फिलहाल बाज़ार की हालत देखकर कंपनी इसे भारत में लॉन्च को लेकर असमंजस में हैं. जहां कंपनी विटारा ब्रेज़ा को कम दमदार पेट्रोल इंजन में लॉन्च करने का सोच रही है, वहीं कुछ हाईब्रिड मॉडल्स भी पाइपलाइन में हैं. हालांकि मारुति सुज़ुकी ने अपने अधिकतर मॉडल्स BS6 के हिसाब से तैयार कर लिए हैं जिनमें बलेनो, स्विफ्ट, वैगनआर, डिज़ायर और अर्टिगा जैसी कारों शामिल हैं.