मारुति सुज़ुकी इग्निस का डीजल मॉडल कंपनी ने किया बंद, जानें क्या है इसकी वजह

मारुति सुज़ुकी ऐसी कार निर्माता कंपनी बनी हुई है जिसकी मासिक रूप से सबसे ज़्यादा कारें भारत में बेची जाती हैं. टैप कर जानें क्यों बंद हुई इग्निस डीजल?
हाइलाइट्स
मारुति सुज़ुकी हमेशा से ही ऐसी कार निर्माता कंपनी बनी हुई है जिसकी मासिक रूप से सबसे ज़्यादा कारें भारत में बेची जाती हैं. इनमें कंपनी की अल्टो, सेलेरियो, स्विफ्ट, डिज़ायर और इग्निस शामिल हैं. हालांकि इनमें से कुछ वाहन इस गति से नहीं बिक रहे और यही इंडस्ट्री में होता आया है. अब एक खबर आई है जिसमें मारुति सुज़की द्वारा पॉपुलर हैचबैक इग्निस के डीजल वेरिएंट को बंद किए जाने की बात कही गई है. ऐसा हो चुका है, हमने बहुत सारे मारुति सुज़ुकी डीलर्स से बात की है और उन्होंने जो जवाब दिया उसमें भी मारुति सुज़ुकी इग्निस के डीजल वेरिएंट बंद होने बात कही गई है. मुंबई के एक डीलर ने कहा है कि, “हम इग्निस के डीजल वेरिएंट की बुकिंग लेना बंद कर चुके हैं क्योंकि इस डीजल मॉडल के लिए ग्राहकों की मांग बेहद कम मात्रा में आ रही है.”
जनवरी 2017 में लॉन्च हुई थी मारुति सुज़ुकी इग्निस
चेन्नई के मारुति सुज़ुकी डीलर ने कहा है कि, “इग्निस के डीजल वेरिएंट की कीमत लगभग 8 लाख रुपए है जो छोटे आकार की डीजल कारों के हिसाब से काफी ज़्यादा है. ऐसे में ग्राहक पेट्रोल वेरिएंट को चुन रहे हैं जो इस कार का भविष्य भी बनी हुई है.” हमें अभी तक ये नहीं पता है कि इग्निस को कुछ दिनों के लिए बंद किया गया है या फिर स्थाई तौर पर. हमने इस खबर को लेकर मारुति सुज़ुकी से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है. जनवरी 2017 में लॉन्च हुई यह कार 4,000 यूनिट मासिक रूप से बेची जा रही थी, नई जनरेशन स्विफ्ट और डिज़ायर के लॉन्च होने के बाद इस आंकड़े में और गिरावट आ गई है. मारुति के अलावा बाकी कार कंपनियों ने भी सस्ती डीजल कारें मुहैया कराई हैं जिससे इग्निस की बिक्री प्रभावित हुई है.
ये भी पढ़ें : मारुति सुज़ुकी ने सिर्फ 145 दिन में बेची 1,00,000 यूनिट नई जनरेशन स्विफ्ट हैचबैक
फीचर्स बेहतर हैं, लेकिन डीजल मॉडल के हिसाब से कीमत काफी ज़्यादा है
मारुति सुज़ुकी इग्निस कंपनी की बलेनो के प्लैटफॉर्म पर बनी दूसरी कार है और बलेनो की तर्ज़ पर इसे भी पेट्रोल-डीजल दोनों इंजन में उपलब्ध कराया गया था. कार में 1.2-लीटर 4-सिलेंडर के12 इंजन लगाया है जो स्विफ्ट और बलेनो में भी सेवा देता है. कार का डीजल मॉडल 1.3-लीटर DDiS इंजन के साथ आता है और यह भी स्विफ्ट और बलेनो के डीजल मॉडल में लगा है. कंपनी ने कार के इंजन को 5-स्पीड मैन्युअल गियरबॉक्स से लैस किया है और दोनों ही मॉडल्स को ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन भी दिया गया है. वास्तव में मारुति सुज़ुकी ने अगर इग्निस के डीजल मॉडल को बंद किया है तो यह सीधे तौर पर इंधन की बदलती व्यवस्था की ओर इशारा करता है.

चेन्नई के मारुति सुज़ुकी डीलर ने कहा है कि, “इग्निस के डीजल वेरिएंट की कीमत लगभग 8 लाख रुपए है जो छोटे आकार की डीजल कारों के हिसाब से काफी ज़्यादा है. ऐसे में ग्राहक पेट्रोल वेरिएंट को चुन रहे हैं जो इस कार का भविष्य भी बनी हुई है.” हमें अभी तक ये नहीं पता है कि इग्निस को कुछ दिनों के लिए बंद किया गया है या फिर स्थाई तौर पर. हमने इस खबर को लेकर मारुति सुज़ुकी से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है. जनवरी 2017 में लॉन्च हुई यह कार 4,000 यूनिट मासिक रूप से बेची जा रही थी, नई जनरेशन स्विफ्ट और डिज़ायर के लॉन्च होने के बाद इस आंकड़े में और गिरावट आ गई है. मारुति के अलावा बाकी कार कंपनियों ने भी सस्ती डीजल कारें मुहैया कराई हैं जिससे इग्निस की बिक्री प्रभावित हुई है.
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मारुति सुज़ुकी इग्निस कंपनी की बलेनो के प्लैटफॉर्म पर बनी दूसरी कार है और बलेनो की तर्ज़ पर इसे भी पेट्रोल-डीजल दोनों इंजन में उपलब्ध कराया गया था. कार में 1.2-लीटर 4-सिलेंडर के12 इंजन लगाया है जो स्विफ्ट और बलेनो में भी सेवा देता है. कार का डीजल मॉडल 1.3-लीटर DDiS इंजन के साथ आता है और यह भी स्विफ्ट और बलेनो के डीजल मॉडल में लगा है. कंपनी ने कार के इंजन को 5-स्पीड मैन्युअल गियरबॉक्स से लैस किया है और दोनों ही मॉडल्स को ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन भी दिया गया है. वास्तव में मारुति सुज़ुकी ने अगर इग्निस के डीजल मॉडल को बंद किया है तो यह सीधे तौर पर इंधन की बदलती व्यवस्था की ओर इशारा करता है.
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