मारुति सुजुकी ने 1 साल में 20 लाख वाहन बेचकर नया रिकॉर्ड बनाया
हाइलाइट्स
- मारुति सुजुकी ने 20 लाख निर्माण का लक्ष्य हासिल किया
- एक वर्ष में मील का पत्थर हासिल किया
- बलेनो, फ्रोंक्स और अर्टिगा इस साल बनने वाले टॉप 5 मॉडलों में से हैं
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (MSIL) ने पहली बार एक ही कैलेंडर वर्ष में 20 लाख वाहनों को बनाने के एक मील का पत्थर हासिल किया है. ऑटोमेकर के अनुसार, यह उपलब्धि मारुति सुजुकी को भारत में यात्री वाहन निर्माण में यह गौरव हासिल करने वाली एकमात्र मूल उपकरण निर्माता (ओईएम) बनाती है.
ऐतिहासिक 20 लाखवीं कार, मारुति सुजुकी अर्टिगा, हरियाणा के मानेसर में कंपनी के प्रोडक्शन प्लांट में तैयार की गई थी. कुल निर्माण में से, लगभग 60 प्रतिशत वाहन हरियाणा में बनाए गए, जबकि बाकी 40 प्रतिशत गुजरात से आए. वर्ष के दौरान बने पांच मॉडलों में बलेनो, फ्रोंक्स, अर्टिगा, वैगनआर और ब्रेज़ा शामिल थे.
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इस मील के पत्थर पर टिप्पणी करते हुए, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के एमडी और सीईओ, हिसाशी टेकुची ने कहा, “20 लाखवां वाहन बनाने का मील का पत्थर भारत की निर्माण क्षमता और 'मेक इन इंडिया' पहल के प्रति हमारे समर्पण का प्रमाण है. यह उपलब्धि हमारे सप्लायर्स और डीलर पार्टनर्स के साथ, आर्थिक विकास को बढ़ावा देने, राष्ट्र निर्माण का समर्थन करने और भारत के ऑटोमोबाइल उद्योग को आत्मनिर्भर और विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है. हम अपने ग्राहकों, कर्मचारियों और पार्टनर्स को उनके निरंतर समर्थन और इस ऐतिहासिक यात्रा का अभिन्न अंग बनने के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं."
मारुति सुजुकी तीन प्रमुख कारों का निर्माण करने वाले प्लांट चलाती है, जिनमें दो हरियाणा (गुड़गांव और मानेसर) में और एक गुजरात (हंसलपुर) में स्थित है. सामूहिक रूप से, इन प्लांट की वार्षिक निर्माण क्षमता 23.50 लाख यूनिट है. भविष्य को देखते हुए, कंपनी की योजना अपनी क्षमता को सालाना 4द लाख तक बढ़ाने की है.
अपनी विस्तार रणनीति के तहत, मारुति सुजुकी हरियाणा के खरखौदा में एक नया ग्रीनफील्ड प्लांट बना रही ही है. शुरुआत में इस प्लांट की निर्माण क्षमता प्रति वर्ष 2.50 लाख यूनिट होगी और 2025 में परिचालन शुरू होने की उम्मीद है. एक बार पूरी तरह से चालू होने पर, खरखौदा प्लांट सालाना 10 लाख वाहन की अतिरिक्त क्षमता का योगदान देगा.