बोमन ईरानी, क्लासिक लीजेंड्स ने येज़्दी ट्रेडमार्क केस जीता

हाइलाइट्स
- हाईकोर्ट ने येज़्दी ब्रांड पर बोमन ईरानी के अधिकारों की पुष्टि की
- अदालत ने सिंगल न्यायाधीश पीठ के पहले के फैसले को पलट दिया
- ईरानी और क्लासिक लीजेंड्स ने येज़्दी ब्रांड के लिए बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) का मामला जीता
कर्नाटक उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने फैसला सुनाया है कि क्लासिक लीजेंड्स के सह-संस्थापक बोमन आर. ईरानी के पास येज़्दी ट्रेडमार्क के वैध अधिकार हैं. उच्च न्यायालय ने सिंगल न्यायाधीश के पिछले फैसले को पलटते हुए कहा कि आइडियल जावा द्वारा लंबे समय तक ट्रेडमार्क का उपयोग न करना और रजिस्ट्रेशन को रिन्यू न कराना, ट्रेडमार्क के परित्याग के समान है और ब्रांड पर ईरानी के वैध अधिकारों की पुष्टि की.
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उच्च न्यायालय ने पाया कि आइडियल जावा (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड ने 1996 में येज़्दी ब्रांड वाली मोटरसाइकिलों का निर्माण बंद होने के बाद ट्रेडमार्क का इस्तेमाल बंद कर दिया था, रजिस्ट्रेशन को समाप्त होने दिया और इसकी सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया. न्यायालय ने कहा कि आधिकारिक परिसमापक ने ट्रेडमार्क के रजिस्ट्रेशन को रिन्यू नहीं किया, जिसकी अवधि 2007 और 2013 के बीच समाप्त हो गई थी, हालाँकि ट्रेडमार्क प्राधिकरण ने नोटिस जारी किए थे.

27 नवंबर, 2025 के अपने आदेश में, उच्च न्यायालय ने कहा कि आइडियल जावा और आधिकारिक परिसमापक, दोनों ही ट्रेडमार्क के उपयोग या रिन्यू में निष्क्रिय थे. जब येज़्दी आइडियल जावा का एकमात्र व्यवसाय था, तब आधिकारिक परिसमापक ट्रेडमार्क के अस्तित्व के बारे में अनभिज्ञता का दावा नहीं कर सकता. उच्च न्यायालय ने कहा कि 30 वर्षों तक कोई व्यवसाय न होने, नवीनीकरण न होने, उपयोग न होने, सुरक्षा न होने और संपत्ति की बिक्री में ट्रेडमार्क का उल्लेख तक न होने के कारण, सद्भावना समाप्त हो गई.

अदालत ने सिंगल न्यायाधीश के 2022 के पिछले आदेश को पलट दिया, जिसमें आइडियल जावा (इंडिया) लिमिटेड, मैसूर को येज़्दी ट्रेडमार्क का मालिक घोषित किया गया था और ईरानी, क्लासिक लीजेंड्स और अन्य को "येज़्दी" ट्रेडमार्क का इस्तेमाल करने से रोक दिया गया था. उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने कहा कि परिसमापन में आइडियल जावा को देय राशि का उसके ट्रेडमार्क के मूल्य से कोई संबंध नहीं है, और कहा कि आधिकारिक परिसमापक कथित ऋणों को ट्रेडमार्क मूल्य के बराबर नहीं मान सकता.
फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए, क्लासिक लीजेंड्स के सह-संस्थापक और रुस्तमजी समूह के अध्यक्ष एवं एमडी, बोमन ईरानी ने कहा, "यह फैसला मेरे परिवार की विरासत के लिए एक भाग्यशाली व्यक्तिगत जीत से कहीं अधिक महत्वपूर्ण लगता है. यह इस बात की पुष्टि करता है कि विरासत के ब्रांडों को जीवित रखने की दृढ़ता कभी व्यर्थ नहीं जाती. माननीय न्यायालय और न्यायाधीशों ने नवाचार और वैध तरीकों से येज़दी को पुनर्जीवित करने के हमारे प्रयासों का समर्थन किया है."

बोमन ईरानी के पिता ने 1969 में चेक मोटरसाइकिल ब्रांड जावा का आइडियल जावा के साथ मूल लाइसेंसिंग समझौता समाप्त होने पर एक कागज़ पर येज़्दी का प्रतीक चिन्ह बनाया था. इसके बाद, इन प्रतिष्ठित मशीनों का निर्माण जारी रखने के लिए येज़्दी ब्रांड की स्थापना की गई. आइडियल जावा ने 1996 में निर्माण बंद कर दिया और 2001 में इसका परिसमापन हो गया.
हालाँकि आइडियल जावा और आधिकारिक परिसमापक ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन रिन्यू करने में विफल रहे, लेकिन उच्च न्यायालय ने कहा कि बोमन ईरानी ने इस प्रसिद्ध ब्रांड को फिर से जीवित करने के लिए सक्रिय रूप से काम किया, सबसे पहले 2013-14 में आवश्यक ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन कानूनी रूप से प्राप्त करके. अंततः उन्होंने 2015 में अनुपम थरेजा और महिंद्रा समूह के साथ मिलकर क्लासिक लीजेंड्स की स्थापना की, जिसका एकमात्र उद्देश्य येज़्दी ब्रांड के गौरवशाली दिनों को वापस लाना था. क्लासिक लीजेंड्स ने 2022 में तीन मॉडलों के साथ येज़्दी ब्रांड को फिर से लॉन्च किया.

















































