EXCLUSIVE: बंद होने वाली है मारुति सुज़ुकी ओमनी की बिक्री, जानें क्या है इसकी वजह
ओमनी के साथ जो बाकी प्रोडक्ट बंद हो सकते हैं उनमें ईको वैन और कंपनी की एंट्री लेवल अल्टो 800 हैचबैक भी शामिल हैं. टैप कर जानें ओनी के बंद होने की वजह?
हाइलाइट्स
मारुति सुज़ुकी ने कार एंड बाइक को बताया है कि मारुति ओमनी की बिक्री को अक्टूबर 2020 से बंद कर दिया जाएगा जिसकी वजह उस समय से लागू किया जाने वाला भारत न्यू व्हीकल सेफ्टी असेसमेंट प्रोग्राम है. मौजूदा वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही के परिणाम सुनाने के साथ ही मारुति सुज़ुकी इंडिया के चेयरमैन आरसी भार्गव ने कार एंड बाइक से खास बातचीत में कहा कि, “ऐसे कई वाहन हैं जिन्हें हमने जल्द लागू किए जाने वाले सेफ्टी नार्म्स के हिसाब से नहीं बनाया है, ऐसे में हम कई वाहनों की बिक्री बंद करने वाले हैं जिनमें से एक मारुति सुज़ुकी ओमनी भी है. मारुति 800 हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण कार थी लेकिन मजबूरी की वजह से हमें उसे बंद करना पड़ा, ऐसे ही मारुति ओमनी को भी बंद किया जाएगा.”
मारुति ओमनी की डिज़ाइन ऐसी है कि आगे का हिस्सा पूरी तरह फ्लैट है, इस परिस्थिति में यह नए सेफ्टी नॉर्म्स पर खरी नहीं उतरेगी. दुर्घटना की स्थिति में सामने से होने वाले टकराव के मामले में यह कार काफी कमजोर है. ओमनी के साथ जो बाकी प्रोडक्ट बंद हो सकते हैं उनमें ईको वैन और कंपनी की एंट्री लेवल अल्टो 800 हैचबैक भी शामिल हैं. मारुति सुज़ुकी ने एक टीम बनाई है जो बाकी वाहनों को भी सेफ्टी नॉर्म्स में सफल होने के काबिल बनाने का काम डिज़ाइन में बदलाव से कर रही है. भार्गव ने आगे कहा कि, “ऐसा नहीं है कि ईको और अल्टो 800 को सेफ्टी स्टैंडर्ड में खरा उतरने लायक नहीं बनाया जा सकता, उन्हें इस काबिल बनाने के लिए बहुत सारा काम करना पड़ेगा और इसे सेफ्टी नॉर्म्स पास कर जाने के लायक बनाया जा सके इसकी हम कोशिश कर रहे हैं.”
ये भी पढ़ें : वित्तीय वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में मारुति सुज़ुकी की बिक्री 1.5% घटी
मारुति सुज़ुकी ने पहली बार ओमनी को 1984 में लॉन्च किया था और अबतक यह कार बिना बड़े बदलावों के खरीदी जाती रही है. 34 साल की उम्र में आते-आते कंपनी ने इसे सिर्फ 2 फेसलिफ्ट दिए हैं जिसमें पहला 1998 और दूसरा 2005 में दिया गया. आखरी अपडेट में कार के साथ नया डैशबोर्ड दिया गया था. मारुति ओमनी में 0.8-लीटर का इंजन दिया गया जो 796cc का तीन-सिलेंडर वाला है और 4-स्पीड गयिरबॉक्स से लैस है. यह इंजन मारुति सुज़ुकी 800 से लिया गया था जो 35 bhp पावर और 59 Nm पीक टॉर्क जनरेट करता है.
मारुति ओमनी की डिज़ाइन ऐसी है कि आगे का हिस्सा पूरी तरह फ्लैट है, इस परिस्थिति में यह नए सेफ्टी नॉर्म्स पर खरी नहीं उतरेगी. दुर्घटना की स्थिति में सामने से होने वाले टकराव के मामले में यह कार काफी कमजोर है. ओमनी के साथ जो बाकी प्रोडक्ट बंद हो सकते हैं उनमें ईको वैन और कंपनी की एंट्री लेवल अल्टो 800 हैचबैक भी शामिल हैं. मारुति सुज़ुकी ने एक टीम बनाई है जो बाकी वाहनों को भी सेफ्टी नॉर्म्स में सफल होने के काबिल बनाने का काम डिज़ाइन में बदलाव से कर रही है. भार्गव ने आगे कहा कि, “ऐसा नहीं है कि ईको और अल्टो 800 को सेफ्टी स्टैंडर्ड में खरा उतरने लायक नहीं बनाया जा सकता, उन्हें इस काबिल बनाने के लिए बहुत सारा काम करना पड़ेगा और इसे सेफ्टी नॉर्म्स पास कर जाने के लायक बनाया जा सके इसकी हम कोशिश कर रहे हैं.”
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