ह्यूंदैई वेन्यू रिव्यू : कम कीमत पर बेहतरीन विकप्ल है सबकॉम्पैक्ट SUV
हाइलाइट्स
भारतीय बाज़ार का वो सैगमेंट जो इस वक्त दबाव में है और यहां इस सैगमेंट की बाकी कारें जहां बिकने में थोड़ा समय ले रही हैं, वहीं ह्यूंदैई की बिल्कुल नई वेन्यू इस धुंध में नई रोशनी बनकर सामने आई है. इस सबकॉम्पैक्ट SUV के लिए कंपनी ने 20,000 से ज़्यादा बुकिंग हासिल कर ली हैं और इसका कारवां अब चलने को तैयार है. ह्यूंदैई वेन्यू के अगले हिस्से में जो सबसे बड़ा बदलाव इसकी USP कंपनी की पहली कनेक्टेड कार होना है जिसे ह्यूंदैई की ब्ल्यूलिंक उपलब्ध कराया गया है. सबकॉम्पैक्ट SUV के साथ कंपनी ने पहला GDI टर्बो पेट्रोल इंजन और पहला DCT ऑटो भारत में पेश किया है. इन सबके साथ कार को लावा ऑरेंज कलर में भी पेश किया है जो सामान्य ऑरेंज से काफी आकर्षक है. कार के केबिन को ऑल-ब्लैक, खाकी टू-टोन और डैनिम ब्ल्यू टू-टोन कलर में उपलब्ध कराया गया है. हमने ऑल-ब्लैक मॉडल चलाकर देखा है.
भारत में अब यह कार नई स्पोर्टीनेस लेकर आई है और ह्यूंदैई अपने ग्लोबल मॉडल्स के साथ भी यही डिज़ाइन दे रही है. भारत में इसकी शुरुआती वेन्यू से हुई है और आने वाले समय में कंपनी कोना, EV और संभवतः बड़े आकार की SUV के साथ नई सिडान भी पेश कर सकती है, कंपनी अब भविष्य का सोचकर ज़्यादातर वाहन बना रही है. इसका ये मतलब नहीं कि सभी कार मॉडल्स को स्लिम लाइट और निचले हिस्से में हैडलैंप्स दिए जाएंगे, लेकिन कंपनी कई मॉडल्स के साथ नई और चौड़ी ग्रिल लगाएगी जो हमारे अनुसार कार को चौड़ा लुक देती है. जहां कार दिखने में बड़ी है, वहीं कार के अंदर फुटप्रिंट थोड़ा कम मिलता है.
वेन्यू सिर्फ दिखने में बड़ी कार है क्योंकि यह आकार में छोटी होने के साथ हाइट में भी कम है. यह बेहतर तरीके से बनाई गई सबकॉम्पैक्ट SUV है और क्रेटा की तर्ज़ पर इसे बेहतर क्वालिटी के मटेरियल से बनाया गया है. कार का डिज़ाइन मॉडर्न है और इसे मस्कुलर लुक देने के लिए काफी कलाकारी की गई है. कार के चौकोर हैडलैंप्स को DRLs से लैस किया गया है और कार में लगे फॉगलैंप्स सामान्य दिखाई दे रहे हैं. मेरा मानना है कि कार के टेललाइट को और ज़्यादा आकर्षक बनाया जा सकता था जिन्हें ह्यूंदैई ने लेंटिकुलर LED कहा है और इसके अंदर गहराई में लैंस जैसा कुछ लगाया गया है जो रात में चमकता है. कंपनी ने सनरूफ को काफी अच्छा टच दिया है जिसकी वास्तव में कोई ज़रूरत ही नहीं थी.
ह्यूंदैई ने वन्यू को चंकी लुक देने के लिए मैटल फिनिश वाले प्लास्टिक का बढ़िया मिक्स इस्तेमाल किया है. कार में लगा फ्लोटिंग टचस्क्रीन भी आकार में बड़ होना चाहिए था, लेकिन यह बखूबी अपना काम करता है. यह सिस्टम कई सारे फीचर्स के साथ कई कनेक्टिविटी ऑप्शन और रियर व्यू मिरर पर लगी ब्ल्यूलिंक शॉर्टकट बटन से लैस है. यह काफी सहूलियत देने वाला है लेकिन रियर व्यू मिरर को डे-नाइट ऑप्शन में बदलने कि लिए आपको इन बटन को दबाने के लिए झुकना पड़ेगा.
अच्छी बात ये है कि ज़्यादातर कारों के साथ अब सामान्य रूप से सेफ्टी फीचर्स उपलब्ध कराए जाने लगे हैं, ऐसे में ह्यूंदैई वेन्यू के साथ डुअल-फ्रंट एयरबैग्स, ABS के साथ EBD और आइसोफिक्स चाइल्ड सीट माउंट सभी वेरिएंट्स में सामान्य तौर पर दिया गया है. कार के टॉप मॉडल के साथ 6-एयरबैग्स दिए जाएंगे जिसमें साइड/कुशन एयरबैग्स शामिल हैं. पिछली सीट पर सहूलियत की बात करें तो इसे भारतीय बाज़ार के हिसाब से बनाया गया है और वाकई ये सीट काफी आरामदायक है. पिछली सीट का अंडर थाई सपोर्ट और बेहतर हो सकता था, लेकिन इस सैगमेंट की कार के हिसाब से यह आराम और आकार दोनों मामलों में बेहतर है. कार में पीछे बैठे यात्रियों के लिए एसी वेंट्स दी गई हैं जो भारतीय मौसम के हिसाब से बेहद ज़रूरी है. कार की पिछली सीट पर बीच में बैठे यात्री के लिए सिर्फ लैप सीटबेल्ट दिया गया है जो निराशाजनक है, जबकि आजकल सैगमेंट में थ्री-पॉइंट सीटबेल्ट दिए जा रहे हैं.
विटारा ब्रेज़ा की तरह ह्यूंदैई वेन्यू में इतनी जगह वाला केबिन नहीं दिया गया है. अंदर से देखने पर वेन्यू छोटी नज़र आती है और बाहर से हैचबैक ज़्यादा दिखती है, ऐसे में कार की सीट्स काफी आरामदायक हैं. ह्यूंदैई वेन्यू के अंदर बैठते ही सबसे पहले जो चीज़ ध्यान खींचती है, वो कार का स्टीयरिंग व्हील है. मैं यहां तक कहूंगा कि ह्यूंदैई कारों की स्टीयरिंग मॉडल-दर-मॉडल बेहतर होती जा रही है जो अच्छे संकेत हैं. आप जैसा चाहेंगे कार वैसी ही चलेगी और इसमें आपको कोई ऐसा फील नहीं आएगी कि स्टीयरिंग खाली घूम रही है. मेरे कहने का मतलब है कि पिछली जनरेशन वर्ना और i10 को देखें तो नई वेन्यू में बहुत बड़ा बदलाव हुआ है जिसमें कार का आकार छोटा होने पर भी यह बेहतर प्रदर्शन कर रही है. कार का प्लैटफॉर्म छोटे आकार का है और यह i10 से बहुत बेहतर है.
ह्यूंदैई वेन्यू में सारा आकर्षण कार के 1.0-लीटर GDI इंजन के इर्द-गिर्द है. यह बिल्कुल नया टर्बो पेट्रोल इंजन है जो कंपनी के कार लाइन-अप में बिल्कुल नया है. कार के साथ 1.2-लीटर का पट्रोल कप्पा इंजन भी दिया गया है जो कंपनी की कारों में हमेशा से उपलब्ध कराया जा रहा है. इस इंजन को वेन्यू में भी उपलब्ध कराया गया है लेकिन चलाकर देखा जाए तो यह चालक को नया अनुभव देता है. यह इंजन कंपनी की बाकी कारों में भी दिया जाने वाला है ह्यूंदैइ के साथ किआ की कारों में देखा जाने वाला है. कार चलाते समय सिर्फ एक समस्या लगी कि 1000-2000 rpm के बीच स्पीड पकड़ने में यह इंजन थोड़ अटकता है. खासतौर पर DCT मॉडल में जब तेज़ी से स्पीड कम करने और बढ़ाने के दौरान इंजन हिचकिचाता है. अगर इसे आराम से चलाया जाए तो कार काफी दमदार है और 3000 rpm के बाद इसका प्रदर्शान बेहतर से बेहतरीन हो जाता है.
अगला सस्पेंशन सेटअप अच्छा है लेकिन उतना मजबूत नहीं जितना मैंने सोचा था. इनमें अब भी क्विक फ्रंट और एंड मिला है और जिससे ब्रेकर पर लगने वाले झटके में ज़्यादा फर्क नहीं पड़ता. कार के व्हील्स थोड़ हल्के लगते हैं, ऐसे में ज़्यादा रफ्तार में कार मोड़ने पर आपको थोड़ी परेशानी हो सकती है. कद में कम होने के बाद भी यह कार बॉडी रोल की समस्या से जूझ सकती है. वेन्यू में लगा गियरबॉक्स काफी बेहतर है अगर इसे आराम से इस्तेमाल किया जाए. तत्काल स्पीड की चाह से अलग अगर आप कार को आराम से स्पीड में लाएंगे तो यह गियरबॉक्स काफी अच्छा प्रदर्शन करेगा. कार की फ्यूल एफिशिएंसी ज़्यादा रखने के लिए कार की स्पोर्टीनेस को थोड़ा हल्का किया गया है जो काफी असरदार साबित हो सकता है, लेकिन इसके लिए कंपनी थोड़ समझौता कर सकती है. कंपनी ने कार का माइलेज 18.27 kmph बताया है और 1.2-लीटर कप्पा इंजन के लिए यह दावा 17.5 kmph का है.
वेन्यू डीजल
डीजल वेन्यू की बात करें तो कंपनी का दावा है कि इसका माइलेज 23.7 kmph है और अब हम इस वेरिएंट को भी चलाकर देखेंगे. जब भी आप पेट्रोल कार से डीजल की ओर बढ़ते हैं जिसमें खासतौर पर छोटी कारें, ज़्यादा कॉम्पैक्ट और हल्की कारें आती हैं, तो आपको कई सारे बदलावों का सामना करना पड़ता है. इस केस में आपको ज़्यादा बदलाव देखने को नहीं मिलेंगे क्योंकि डीजल इंजन काफी अलग है और कार का इंजन ज़्यादा टॉर्क जनरेट करता है जो बेहतर प्रदर्शन की ओर इशारा करता है. ड्राइविंग कैरेक्टर, राइड और हैंडलिंग, ओवरऑल रिस्पॉन्स, सड़क पर इसे चलाने का अनुभव, स्टीयरिंग व्हील पर भार के मामले में कार ठीक प्रदर्शन करती है. कहने का मतलब है कि GDI पेट्रोल इंजन के मुकाबले डीजल मॉडल भी कम नहीं पड़ता और कंपनी ने इस मॉडल के साथ ऑटोमैटिक गियरबॉक्स उपलब्ध नहीं कराया है जो काफी बड़ा अंतर है.
जब मैंने इस कार को चलाना शुरू किया तो ब्ल्यूलिंक फंक्शन की मदद से कुछ सहायता के लिए कॉल सेंटर में कॉल लगाना चाहा, कोई जवाब नहीं. फिर मैंने दोपहर में और फिर उसके कुछ देर बाद कॉल करना चाहा, लेकिन हर बार मुझे कोई जवाब नहीं मिला. अब आप ये जान लीजिए कि कार में इमरजेंसी के लिए एसओएस बटन दी गई है, साथ ही ब्ल्यूलिंक के ज़रिए भी कॉल किया जा सकता है लेकिन मैंने बिना किसी वजह के अथॉरिटीज़ को परेशान करना उचित नहीं समझा. फिलहाल के लिए कॉल सेंटर में कोई मौजूद नहीं है और ह्यूंदैई का कहना है कि यह शुरुआती दौर है जिसे लागू करने में कुछ समस्या हो रही है. कंपनी को विश्वास है कि इस समस्या से जल्द निजात मिलेगा और ब्ल्यूलिंक बेहतर काम करेगा.
मैं कार में वापस बैठ चुका हूं और अब आपको ब्ल्यूलिंक से रू-ब-रू करवाउंगा. आईडिया काफी अच्छा है जिसमें टेलिमैटिक और कनेक्टिविटी सर्विस और विकल्प के रूप में दी गई है. कुल 33 कनेक्टिविटी फीचर्स हैं जिनमें 10 तो सिर्फ भारतीय मॉडल के लिए हैं. इसके बाद बाकी बाज़ारों के हिसाब से वेन्यू को लैस किया गया है. कार में एंबेडेड सिमकार्ड दिया गया है जिसे वोडाफोन-आईडिया ने टाइअप करके लगाया गया है. कंपनी ने कार के साथ पहले तीन साल डाटा मुफ्त देने के साथ अनलिमिटेड किमी की वॉरंटी और राडसाइड असिस्टेंस भी मुहैया कराया है. ब्ल्यूलिंक को तीन चौड़े इंटरफेस दिए गए हैं जिनमें रियर व्यू मिरर पर बटन, टचस्क्रीन और वॉइस कमांड दिया गया है जिससे स्मार्टफोन कनेक्ट करके आप इंफोटेनमेंट सिस्टम के ज़रिए इस्तेमाल कर सकते हैं.
ब्लयूलिंक आपको बहुत सी अलग-अलग सर्विस देगा जैसा की कंपनी ने वादा किया था. फिलहाल ब्ल्यूलिंक की इन-कार सर्विस काम नहीं कर रही है क्योंकि यह शुरुआती दौर है. आप अपनी कार की लोकेशन जान सकते हैं और सफर शुरू करने से पहले कार में नेविगेशन डायरैक्शन भेज सकते हैं. अगर आप ऑफिस से दूर हैं तो कार में बैठने से पहले आप एप्लिकेशन के द्वारा इसे स्टार्ट कर सकते हैं, एसी चालू कर सकते हैं, केबिन को ठंडा या गर्म कर सकते हैं जो आपके कार के करीब होने पर निर्भर करता है. इस ऐप के माध्यम ये कार को लोकेट किया जा सकता है, भूल गए हैं तो पार्किंग लॉट में कार की स्थिति का पता लगता है. हमने इसे जांचकर देखा जिसमें हमने कार के तापमान को 23 डिग्री पर सेट किया है और कुछ 6 मिनट में यह केबिन ठंडा हो जाना चाहिए, आगे की जानकारी के लिए हम थोड़ा रुके. कार खुद ही स्टार्ट हो जाती है, बाहर रहकर कार का केबिन ठंडा या गर्म किया जा सकता है और ऐप के ज़रिए कार को बंद भी किया जा सकता है. इस ऐप से फ्रंट और रियर डिफॉगर का इस्तेमाल भी किया जा सकता है.
वेन्यू का रिमोट फीचर बहुत मज़ेदार है और कभी-कभी यह कार और सर्वर को मैसेज पहुंचाने में थोड़ा समय लेता है जो नेटवर्क पर निर्भर करता है. यह किसी बेसमेंट की पार्किंग में हो सकता है जहां कार और अपके फोन दोनों में नेटवर्क नहीं होता. थ्योरी की बात करें तो कनेक्टेड कार बहुत अच्छी चीज़ है - खासतौर पर पैनिक मैसेज और एक्सिडेंट के समय अलर्ट इमरजेंसी रिस्पॉन्स सर्विस को भेजती है, इसके अलावा चोरी हुई कार को ढूंढने से लेकर आराम पहुंचाने तक यह बहुत बेहतर विकल्प है. भारत में जैसे-जैसे ये डाटा बेहतर होगा, वैसे-वैसे कार की तकनीक और बेहतर होगी. जहां ह्यूंदैई वेन्यू और एमजी हैक्टर के साथ इस तकनीक की शुरुआत हुई है, आने वाले कुछ समय में ही कनेक्टेड कारों की देश में बहार आने वाली है.
ह्यूंदैई की टिपिकल कार होने के नाते यह कई सारे वेरिएंट्स में उपलब्ध है. इनमें E वेरिएंट से वेन्यू रेन्ज की शुरुआत होती है और यह S, SX और SX (O) तक जाती है. कार के टॉप मॉडल के साथ सभी बेल्स और व्हिसल्स, 6-एयरबैग्स, ब्ल्यूलिंक कनेक्टिविटी के साथ सनरूफ भी दी गई है. डुअल टोन तीन बॉडी कलर्स में उपलब्ध है जिनमें ब्लैक रूफ वाला व्हाइट और ऑरेंज, व्हाइट रूफ वाला ब्ल्यू और इसमें 7 अलग कलर चुने जा सकते हैं.
अच्छी बात यह है कि कीमत के मामले में वेन्यू को सबकी पहुंच में रखा गया है और जहां कार का टॉप वेरिएंट फीचर्स से लदा हुआ है, फिर भी इसकी कीमत बहुत आकर्षक रखी गई है. कुल मिलाकर बात करें तो ह्यूंदैई वेन्यू बेहतर डिज़ाइन वाली कार है जो स्मार्ट अर्बन SUV है और कई सारे नए एडवांस फीचर्स से लैस है. कीमत काफी कम है जिससे कार को बहुत सारी बुकिंग्स मिल गई हैं. लेकिन इसका कारण सिर्फ कम कीमत ना होकर इसके साथ मिली बहुत सारे फीचर्स भी हैं. कार की हैंडलिंग हो या स्टीरिंग, बिल्ट क्वालिटी हो या मॉडर्न स्टाइल, सभी मामलों में कार काफी बेहतर विकल्प है.