पोलारिस ने इंडियन मोटरसाइकिल को अपनी ज्यादातर हिस्सेदारी बेची

हाइलाइट्स
- कैरोलवुड एलपी 2026 की शुरुआत तक इंडियन मोटरसाइकिल का नियंत्रण अपने हाथ में ले लेगी
- पोलारिस बिक्री के बाद भी अपनी एक छोटी हिस्सेदारी बरकरार रखेगी
- माइक कैनेडी को इंडियन मोटरसाइकिल का नया सीईओ नियुक्त किया गया
पोलारिस इंक. ने इंडियन मोटरसाइकिल डिवीजन में अपनी ज्यादातर हिस्सेदारी एक स्वतंत्र कंपनी को बेचने की घोषणा की है. अधिकांश हिस्सेदारी लॉस एंजिल्स स्थित निजी इक्विटी फर्म कैरोलवुड एलपी को बेची जाएगी. यह सौदा 2026 की पहली तिमाही में पूरा होने की उम्मीद है. वर्तमान में, इंडियन मोटरसाइकिल, पोलारिस के कुल राजस्व में लगभग 7% का योगदान देती है, जो पिछले वर्ष लगभग 478 मिलियन डॉलर था. इस सौदे के पूरा होने पर, पोलारिस के पास एक छोटी सी हिस्सेदारी बनी रहेगी, लेकिन उसे अपने वार्षिक लाभ मार्जिन और प्रति शेयर आय में वृद्धि की उम्मीद है.
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पोलारिस के सीईओ माइक स्पीटजन ने इंडियन मोटरसाइकिल को एक स्वतंत्र कंपनी बनाने के निर्णय को इस प्रकार समझाया कि इससे दोनों कंपनियों को अपनी-अपनी ताकत पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर मिलेगा, पोलारिस अपने मुख्य पावरस्पोर्ट्स व्यवसाय पर तथा इंडियन मोटरसाइकिल एक प्रीमियम मोटरसाइकिल ब्रांड के रूप में अपनी वृद्धि जारी रखने पर ध्यान केंद्रित करेगी.
इंडियन मोटरसाइकिल के संचालन के लिए, कैरोलवुड एलपी ने माइक कैनेडी को कंपनी का नया सीईओ नियुक्त किया है. कैनेडी के पास मोटरसाइकिल उद्योग का तीन दशकों से ज़्यादा का अनुभव है, और वे इससे पहले हार्ली-डेविडसन, वेंस एंड हाइन्स एग्ज़्हॉस्ट और रम्बलऑन में वरिष्ठ पदों पर रह चुके हैं. इस योजना का उद्देश्य इंडियन मोटरसाइकिल की मज़बूत विरासत को और मज़बूत करना और इसे एक स्वतंत्र ब्रांड के रूप में उभरने में मदद करना है जो अमेरिकी प्रदर्शन और गौरव का प्रतिनिधित्व करता रहे.