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मारुति सुजुकी ने फ्लेक्स फ्यूल इंजन वाली वैगनआर को पेश किया

मारुति सुजुकी इंडिया ने दिल्ली में वैगनआर फ्लेक्स फ्यूल प्रोटोटाइप मॉडल को दिखाया, जो भारत की पहली मास सेगमेंट फ्लेक्स-फ्यूल कार भी है जो 20 प्रतिशत (ई20) और 85 प्रतिशत (ई85) ईंधन के बीच इथेनॉल-पेट्रोल मिश्रण पर चल सकती है.
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द्वारा ऋषभ परमार

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प्रकाशित दिसंबर 13, 2022

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Story

हाइलाइट्स

    इस साल की शुरुआत में हमने आपको बताया था कि मारुति सुजुकी मार्च 2023 तक ई20 ईंधन का अनुपालन करने के लिए अपनी पूरी मॉडल रेंज को बदलने के लिए तैयार है. मौका SIAM इथेनॉल तकनीकी प्रदर्शनी का था, जहां  कंपनी ने आखिरकार अपना पहला फ्लेक्स-फ्यूल प्रोटोटाइप पेश किया है. मारुति सुजुकी इंडिया ने दिल्ली में वैगनआर फ्लेक्स फ्यूल प्रोटोटाइप मॉडल को दिखाया, जो भारत की पहली मास सेगमेंट फ्लेक्स-फ्यूल कार भी है और यह 20 प्रतिशत (ई20) और 85 प्रतिशत (ई85) ईंधन के बीच इथेनॉल-पेट्रोल मिश्रण पर चल सकती है. मॉडल को सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन जापान के आवश्यक समर्थन के साथ मारुति के स्थानीय इंजीनियरों द्वारा भारत में ही विकसित किया गया है.

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    इथेनॉल सेंसर जैसी नई ईंधन प्रणाली तकनीक का इस्तेमाल, इंजन के उच्च इथेनॉल मिश्रण (E20-E85) को अनुकूल बनाने के लिए, कोल्ड स्टार्ट असिस्ट के  हीटेड फ्यूल रेल और इथेनॉल प्रतिशत का पता लगाने के लिए  किया गया है. इंजन के साथ-साथ वाहन की कार्य क्षमता को सुनिश्चित करने के लिए अन्य मैकेनिकल पार्ट्स को बदलने के अलावा, इंजन मैनेजमेंट सिस्टम, बदले हुए ईंधन पंप और ईंधन इंजेक्टर जैसे पार्ट्स को भी तैयार किया गया है. मारुति सुजुकी ने सख्त बीएस 6 चरण- II उत्सर्जन मानदंडों का पालन करने के लिए 1.2-लीटर इंजन मैनेजमेंट सिस्टम रणनीतियों और उत्सर्जन नियंत्रण प्रणाली विकसित की है.

    Whats

    मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के एमडी और सीईओ, हिसाशी टेकुची ने कहा, "मारुति सुजुकी ने देश के तेल आयात बोझ को कम करने और पर्यावरण में सुधार के राष्ट्रीय उद्देश्यों के लिए खुद को लगातार तैयार किया है. SMC,(सुजुकी मोटर्स कॉर्पोरेशन) जापान के समर्थन से इसे भारत में स्थानीय रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है. वैगनआर फ्लेक्स फ्यूल प्रोटोटाइप कार भारत सरकार के 'मेक इन इंडिया' प्रयासों को बढ़ावा देती है. हमारी रिसर्च से पता चला है कि ई85 ईंधन पर चलने वाली इथेनॉल पेट्रोल आधारित वैगनआर पेट्रोल पर चलने वाली  वैगनआर की तुलना में उत्सर्जन को 79% तक कम करने में मदद करेगी, जबकि दोनों की ताकत में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं होगा. इसके अलावा, भारत चीनी का सबसे बड़ा निर्माता और उपभोक्ता है और दुनिया में इसका दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है. इथेनॉल गन्ने आदि की फसल से भी बनाया जाता जोकि कृषि अर्थव्यवस्था के लिए यह 'आत्मनिर्भर भारत' पहल को भी गति देता है."

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    जैसा कि हमने पहले ही बताया है, मारुति सुजुकी इलेक्ट्रिक, हाइब्रिड इलेक्ट्रिक, सीएनजी, बायो-गैस, इथेनॉल, फ्लेक्स-ईंधन आदि सहित विभिन्न तकनीकों पर काम कर रही है.कंपनी ने पहले ही मार्च 2023 तक अपनी पूरे प्रोडक्ट लाइन-अप को ई20 ईंधन सामग्री को अनुरूप बनाने की अपनी प्रतिबद्धता की घोषणा कर दी है.
     

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    Last Updated on December 13, 2022


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