टाटा नेक्सॉन अंतर्राष्ट्रीय प्रसार सूचना प्रणाली में प्रकाशित की जाने वाली भारत की पहली कार बनी

हाइलाइट्स
टाटा नैक्सॉन पहली भारतीय कार बन गई है जिसे इंटरनेशनल डिसमेंटलिंग इंफर्मेशन सिस्टम प्लैटफॉर्म पर पब्लिश किया गया है जो ढलती उम्र वाले वाहनों के लिए है. IDIS निर्माताओं द्वारा जमा किया गया सूचनाओं का भंडार है जिसका इस्तेमाल यूरोप और एशिया के 40 से अधिक देशों के 25 से ज़्यादा कंपनियों द्वारा किया जाता है. टाटा मोटर्स का कहना है कि वे वाहन को जिम्मेदारी के साथ चलाने की सभी जानकारी मुहैया कराएगी जिसमें ऑटोमोटिव फ्लूइड्स के निकास, एयरबैग के साथ सीटबेल्ट के तनाव को कम करने और पुर्ज़ों को अलग-अलग करने की जानकारी होगी, खासतौर पर हानिकारक पदार्थों की.
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इस उपलब्धि के बारे में बोलते हुए, टाटा मोटर्स के अध्यक्ष और सीटीओ, राजेंद्र पेटकर ने कहा, "टाटा मोटर्स में, स्थायी प्रथाओं का पालन करने के लिए हमारी पूरी कोशिश है. हमारे सभी उत्पाद बनाने के समय से उच्च स्तर की रीसाइकलिंग की सोच के साथ डिजाइन किए गए हैं. खतरनाक पदार्थों का उपयोग काफी हद तक सीमित रहता है और अब एक परिभाषित प्रक्रिया के साथ, हम वाहनों के जीवन के अंत में जिम्मेदारी से डिसमेंटलिंग और रीसाइकलिंग करेंगे."

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ये कदम भारतीय अधिक्रत वाहन स्कैंपिंग फैसलिटी को निर्माताओं द्वारा सुझाई गई पर्यावरण के लिए सुरक्षित तरीके की डिसमेंटलिंग का अधिकार देगा. टाटा मोटर्स का कहना है कि यह उसके सारे वाहनों में प्रक्रियाओं की निरंतर घोषणा की शुरुआत है जो बढ़ती तकनीकी सामग्री के साथ डिज़ाइन किए गए हैं. कंपनी ने कहा कि इसके अलावा, टाटा के कमर्शियल वाहनों ने रीसाइकलिंग के अच्छे स्तर हासिल किए हैं, जहां प्रक्रियाओं को बेहतर तरीके से समझा जा सकता है.