2020 स्कोडा कारोक रिव्यूः दमदार इंजन और बेहतरीन फीचर्स, लेकिन कीमत ज़्यादा
हाइलाइट्स
स्कोडा की SUV को भारत में मिली-जुली प्रतिक्रिया 2010 में लॉन्च हुई येटी ये मिलती आ रही है, जो अपने समय से पहले बाज़ार में पेश की गई कार थी, 2016 में आई कोडिएक के लिए भी ग्राहकों की ऐसी ही प्रतिक्रिया मिली. लेकिन इन दोनों कारों से कंपनी ने सबक लिया और येटी के मुकाबले कोडिएक को फिर भी लागों ने पसंद किया क्योंकि देश में इन दोनों कारों में कोडिएक ठीक-ठाक बिकी है. स्कोडा ने येटी को अब एक नई कार से बदल दिया है जो छोटे आकार की है, आज के ज़माने की है और स्टाइलिश भी है जिसका नाम स्कोडा कारोक है. इसे फोक्सवैगन ने एमक्यूबी प्लैटफॉर्म पर बनाया है और पूरी तरह आयात करने पर ये SUV मुकाबले के हिसाब से किफायती नहीं हो पा रही थीं.
हालांकि 2018 में भारत सरकार ने इंपोर्ट ड्यूटी की नीतियों को बदला है जिसमें हर निर्माता कंपनी सालाना 2,500 वाहन विदेश से बिना किसी स्वीक्रति के आयात करके बाज़ार में बेच सकते हैं. स्कोडा ने यहां इस मौके का फायदा उठाया है. यहां तक कि स्कोडा ने हमें पिछले साल चैक गणराज्य बुलाया था और कारोक को चलाने का मौका दिया था. मई 2020 में स्कोडा इंडिया ने हमारे बाज़ार में आखिरकार इस SUV को लॉन्च किया है, और अब हमें इसे भारतीय सड़कों पर चलाकर देखने का मौका मिला है.
डिज़ाइन और स्टाइल
कारोक SUV को देखते ही आपको समझ आ जाएगा कि ये कार बड़े पैमाने पर कंपनी की सबसे महंगी SUV कोडिएक से प्रेरित है. आप ये भी कहेंगे कि SUV कोडिएक का छोटा रूप है और जो असल में कोई बुरी बात नहीं है. स्कोडा ने भारत में इस SUV को सामान्य ट्रिम में लॉन्च किया है जिसका मतलब है कि ग्लॉस ब्लैक ऐक्सटीरियर एलिमेंट्स, स्पोर्टी बॉडी कलर बंपर, और गहरा लाल रंग की जगह बॉडी कलर्ड या क्रोम के पुर्ज़ों ने ले ली है, ऐसे में ये SUV सिर्फ टॉप मॉडल में लॉन्च की गई है जो सभी तरह के फीचर्स के साथ आती है.
अगले हिस्से में SUV को बटरफ्लाय ग्रिल दी गई है जिसे एलईडी हैडलाइट्स ने घेरा हुआ है जो एलईडी डीआरएल के साथ आते हैं. अगले बंपर पर फॉगलैंप्स, चौड़े एयरडैम और इसके दोनों छोर तक जाती अंडरबॉडी क्लैडिंग दी गई है. SUV के साथ 17-इंच डुअल-टोन एरोनिआ अलॉय व्हील्स दिए गए हैं जो ट्विन 5-स्पोक वी डिज़ाइन पैटर्न में आते हैं. कारोक के पिछले हिस्से में एलईडी टेललाइट्स दिए गए हैं जो सी आकार के गाइड लाइट्स के साथ आते हैं. हमारे द्वारा पिछले साल चलाई गई SUV में दिए ब्रांड लोगो से अलग भारत में लॉन्च हुई कारोक के साथ बड़े शब्दों में स्कोडा लिखा है जो ब्रांड का नया लोगो है.
इंटीरियर और केबिन फीचर्स
अंदर घुसते ही आपका स्वागत SUV के बेज और ब्लैक डुअल-टोन केबिन में होगा जो शानदार फिट और फिनिश के साथ आता है. कंपनी ने इसे सॉफ्ट टच प्लास्टिक से बनाया है जो डैशबोर्ड पर नज़र आता है, वहीं डोर पैनल्स, स्टीयरिंग व्हील और गियर नॉब को लैदर से ढंका गया है. SUV के साथ फ्लैट-बॉटम स्टीयरिंग व्हील ज़्यादा अच्छा लगता, हालांकि सामान्य स्टीयरिंग के साथ ऑडियो, वॉइस कमांड के अलावा क्रूज़ कंट्रोल दिए गए हैं, इनके अलावा वर्चुअल कॉकपिट दिया गया है जिसे डिजिटल टीएफटी इंफोटेनमेंट डिस्प्ले से पूरी तरह चलाया जा सकता है. कार के साथ 8-इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम मिला है जो एनिमेशन, लाइव इमेज आईकन्स और स्मार्टलिंक सिस्टम के साथ आता है जो एप्पल कारप्ले, एंड्रॉइड ऑटो और मिरर लिंक को सपोर्ट करता है.
SUV में डुअल-ज़ोन क्लइमेट्रॉनिक एयर कंशिनर सिस्टम दिया गया है जो एयर केयर फंक्शन के साथ आता है, ये केबिन में लगे सेंसर्स के ज़रिए उमस, गर्मी और हवा की ताज़गी को मापता है और अपने हिसाब से इन्हें बेहतर बनाने का काम करता है. स्कोडा कारोक के साथ बड़े आकार की सनरूफ दी गई है. कार के साथ गद्देदार सीट्स दी गई हैं जो लैदर से ढंकी हुई हैं. इसके अलावा आपको 12-वे इलैक्ट्रिकली अडजस्टेबल ड्राइवर सीट मिलेगी जो मेमोरी फंक्शन और लंबर सपोर्ट के साथ आती है.
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हालांकि स्कोडा कारोक के साथ वेंटिलेटेड सीट्स नहीं दी गई हैं, इसके बाद वायरलेस फोन चार्जिंग फीचर भी नहीं मिला है. इन सबके बाद कार में मीडिया बटन भी नहीं दी गई हैं, ऐसे में लंबी यात्रा के दौरान पिछली सीट पर बैठे यात्री सभी सुविधाओं के लिए अगले यात्रियों पर निर्भर होंगे. SUV की सभी सीट्स काफी आरामदायक हैं जो तीन-पॉइंट सीटबेल्ट तीन यात्रियों के लिए मिले हैं, वहीं पिछली सीट पर बैठे यात्री ज़्यादा आराम के लिए आर्म रेस्ट को खोल सकते हैं. पिछली सीट पर लगे एसी वेंट्स के नीचे 12-वोल्ट का चार्जिंग सॉकेट दिया गया है. SUV के केबिन में पैरों, घुटनों और सिर के लिए खूब सारी जगह दी गई है और बड़ी खिड़कियां इसे और जगह वाला दिखाती हैं.
सेफ्टी फीचर्स
स्कोडा कारोक सिर्फ टॉप वेरिएंट में लॉन्च की गई है तो कार में सामान्य रूप से ही खूब सारे फीचर्स दिए गए हैं. इनमें 9 एयरबैग्स शामिल हैं जो कार के अगले और पिछले यात्रियों को सुरक्षित रखते हैं. इसके अलावा एबीएस के साथ ईबीडी, इलैक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, मैकेनिकल ब्रेक असिस्ट, मल्टी कोलिजन ब्रेक, हिल ब्रेक असिस्ट, एंटी स्लिप रेगुलेशन, इलैक्ट्रॉनिक डिफरेंशियल लॉक और इलैक्ट्रोमैकेनिकल पार्किंग ब्रेक के साथ ऑटो होल्ड फंक्शन जैसे फीचर्स भी दिए गए हैं. SUV के साथ टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम, अगले और पिछले पार्किंग सेंसर्स, रियर कैमरा, कीलेस एंट्री और रेन सेंसिंग वाइपर्स के बाद ऑटो हैडलैंप्स भी दिए गए हैं.
इंजन और ट्रांसमिशन
स्कोडा कारोक के साथ वहीं ट्राइड और टेस्टेड 1.5-लीटर टर्बोचार्ज्ड टीएसआई पेट्रोल इंजन दिया गया है जैसा हमने प्राग में चलाकर देखा था, हालांकि अब ये इंजन बीएस6 मानकों वाला बन चुका है. ये इंजन 148 बीएचपी ताकत वाला है जो सिर्फ 3000 आरपीएम पर ही अपनी ताकत दिखाना शुरू कर देता है. ये SUV तेज़ रफ्तार है और SUV का इंजन 250 एनएम पीक टॉर्क पैदा करता है जो 1500 से 3500 आरपीएम पर मिलता है. ऐसे में मिड-रेन्ज पर भी ये इंजन दमदार प्रदर्शन करता है और बहुत जल्दी ये कार रफ्तार पकड़ती है.
स्कोडा कारोक ने हाईवे के लिए आरामदायक क्रूज़र और शहरों के लिए SUV के अंतर को बखूबी खत्म किया है. इंजन बहुत दमदार है जिससे लंबी दूरी तय करना बहुत आसान है, आप इस कार को दिनभर बिना रोके चला सकते हैं और ये शहरी इलाकों के चलते-रुकते ट्रैफिक के हिसाब से भी चलने में बहुत आसान है. इस काम को करने में सबसे बड़ा योगदान ट्राइड और टेस्टेड 7-स्पीड डीएसजी ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन का है जो मैन्युअल मोड और पैडल शिफ्टर के साथ भी आता है. ये गियरबॉक्स बहुत बेहतर है और अगले पहियों तक ताकत पहुंचाने का काम बखूबी करता है. भारत में लॉन्च मॉडल ऑ-व्हील-ड्राइव सिस्टम के साथ नहीं आया है.
शहर में SUV को चलाते वक्त आपको सिर्फ इसे ऑटोमैटिक मोड पर छोड़ देना है जिसके बाद डीएसजी अपना काम शुरू करेगा. लेकिन हाईवे पर आप चाहते हैं कि तेज़ रफ्तार में खुद इस SUV को दौड़ाएं, तो यहां आपके लिए पैडल शिफ्टर भी दिया गया है जो इस इच्छा को पूरा करता है. SUV के साथ आईडील स्टार्ट-स्टॉप फंक्शन भी दिया गया है जो कुछ मात्रा में आपको इंधन बचाने में मदद करेगा.
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राइड और हैंडलिंग
राइड और हैंडलिंग के मामल में कारोक बिल्कुल सटीक SUV दिखती है. आपको ये ज़रूर लगेगा कि सस्पेंशन थोड़ सख़्त है, लेकिन कुछ समय कार के साथ बिताने के बाद आपक इसके आदी हो जाएंगे. ऐसा इसीलिए, कयोंकि कारोक खराब रास्तों पर बहुत आसानी से आगे बढ़ जाती है और केबिन में इसका बहुत कम असर होता है. मोड़ पर ये SUV सड़क से चिपकी रहती है और आकार के छाटी होने के चलते ये ट्रैफिक भरी और संकरी सड़कों पर बहुत आराम से चलती है. कार का स्टीयरिंग व्हील बहुत बेहतर तरीके से काम करता है जो सच में आपको काफी पसंद आएगा.
केबिन की बात करें तो पिछले कुछ समय में जिन कारों को मैंने चलाकर देखा है उनमें से सबसे शांत केबिन इसी SUV का लगा है. स्कोडा ने इस SUV के निर्माण में बारीकियों पर बहुत ध्यान दिया है जिससे इसमें खामियां निकाल पाना मुश्किल काम है. जब आप इस SUV की रफ्तार बढ़ाते हैं तो इसके इंजन की आवाज़ आपको ज़्यादा सुनाई नहीं देती और इस टर्बोचार्ज्ड मोटर की आवाज़ सुनने के लिए आपको कार के बाहर निकलना होगा. जैसा कि हमने आपको पहले भी बताया कि हमने प्राग में जो कार चलाकर देखी थी वो 4-व्हील-ड्राइव थी और भारत में SUV को फ्रंट-व्हील ड्राइव में लॉन्च किया गया है.
फैसला
स्कोडा कारोक को भारत में पूरी तरह आयात किया गया है जिससे इसकी देश में एक्स-शोरूम कीमत रु 24.99 लाख है जो थोड़ी ज़्यादा है. फोक्सवैगन द्वारा भारत में लॉन्च टी-रॉक की तुलना में कारोक लगभग रु 5 लाख सस्ती है, लेकिन आकार में थोड़ी है और कारोक के सामने क्रॉसओवर सी नज़र आती है. इसके अलावा मुकाबले में जीप कम्पस और ह्यून्दे टूसॉन का पेट्रोल टॉप मॉडल कारोक से क्रमशः रु 3 लाख और रु 1.5 लाख सस्ती हैं. तो हां कारोक इस सैगमेंट की सबसे महंगी पेट्रोल SUV है. हालांकि SUV काफी आरामदायक है और प्रिमियम फीचर्स के साथ दमदार इंजन इसे पैसा वसूल बनाते हैं. स्कोडा SUV के साथ 4 साल/1,00,000 किमी वॉरंटी दे रही है और स्कोडा शील्ड प्लस में 6 साल की वॉरंटी और 6 साल का रोड साइड असिस्टेंस के अलावा 4 साल का मेंटेनेंस पैकेज दिया गया है.
जहां ये SUV अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज कर चुकी है, स्कोडा इस SUV की कीमत को और आकर्षक बना सकती थी और कारोक फिलहाल इस सैगमेंट में कंपनी की इकलौती SUV है और बाज़ार में इसका मुकाबला भी बहुत तगड़ा है. तो हां, कारोक थोड़ी महंगी SUV है और अगर ये SUV आपके लिए डील ब्रेकर साबित हो रही है तो जीप कम्पस और ह्यून्दे टूसॉन में आपको ज़्यादा फीचर्स मिल रहे हैं. अगर आपको इन फीचर्स से कोई लेना-देना नहीं है तो फिर फोक्सवैगन की टी-रॉक सस्ता और बेहतर विकल्प है. बहरहाल, कुछ ही समय में हम टूसॉन और टी-रॉक की तुलना करेंगे और आपको बताएंगे कि इन दोनों में से कौन सी SUV आपके लिए है बेहतर.