लोटस एलेट्रा का रिव्यू: परफॉर्मेंस ब्रांड की भारत में पहली कार की सवारी
हाइलाइट्स
लोटस एक ऐसा ब्रांड है जिसने अपने अस्तित्व के 7 दशकों से भी अधिक समय में कई प्रतिष्ठित स्पोर्ट्स कारें बनाई हैं. कंपनी बीच में कुछ अनिश्चित दौर से गुज़री और स्वामित्व भी कई बार बदला, लेकिन जो चीज़ लगातार बनी रही वह ऐसी कारों को बनाने का प्रयास था जो चलने में तेज़ हों और देखने में भी उतनी ही सुंदर हों. एलेट्रा उस विरासत को थोड़े अनूठे तरीके से आगे ले जाने की कोशिश कर रही है. पहला, यह एक एसयूवी है और दूसरा, यह इलेक्ट्रिक है, और इसका लक्ष्य केवल ड्राइविंग उत्साही लोगों को खुश करने से कहीं आगे बढ़कर लाइफस्टाइल बाजार पर कब्जा जमाना है. ब्रांड ने हाल ही में इस कार के साथ भारत में अपनी शुरुआत की है, और हमें इसे ड्राइव कर के यह अनुभव करने को मिला कि यह ईवी क्या कुछ पेश करती है.
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डिज़ाइन
एलेट्रा पर 3019 मिमी का व्हीलबेस काफी लंबा है
एलेट्रा 5 मीटर से अधिक लंबी और 2 मीटर से अधिक चौड़ी है, इसलिए यह काफी बड़ी है. डिज़ाइन वास्तव में आक्रामक और आकर्षक है, खासकर चेहरे पर. इसमें डीआरएल और मैट्रिक्स एलईडी हेडलैंप के साथ चेहरे पर ट्विन लैंप सेटअप मिलता है. फिर आपको बोनट पर, आगे के पहियों के पास और यहां तक कि पीछे के पहियों पर भी बहुत सारे डक्ट्स मौजूद दिखाई देते हैं. इसके पीछे वजह यह है कि आपको एक ऐसी कार दी जाए जो जितनी ज्यादा हो सके एयरोडायनेमिक हो. उसी के मुताबिक आपके पास ग्रिल पर फ्लैप भी हैं जो अंदर ठंडक देने के लिए खुलते हैं. चुनने के लिए छह बाहरी रंग हैं जिनमें गैलोवे ग्रीन भी शामिल है, जो हमारे द्वारा टैस्टिंग किए गए सबसे महंगे R वैरिएंट में जगह-जगह कार्बन फाइबर फिनिश के साथ काफी अच्छा दिखता है.
पीछे की तरफ कनेक्टिंग लाइट्स और ट्विन स्पॉइलर हैं
एसयूवी में 22 इंच के पहिये मानक के रूप में आते हैं, लेकिन आपके पास 20 या 23 इंच के पहिये का चुनने का विकल्प भी है. फ्लश डोर हैंडल, फ्रेमलेस दरवाज़े और सॉफ्ट क्लोज़ फ़ंक्शन जैसी शानदार चीज़ें कार की प्रीमियम अपील को बढ़ाती हैं. सी-पिलर की ओर ढलान वाली छत है जो इसे काफी आकर्षक बनाती है. पीछे की ओर कनेक्टिंग लाइटें हैं और ट्विन स्पॉइलर शानदार होने के साथ-साथ काम के भी हैं. आपके पास एक एक्टिव स्पॉइलर भी है जो एसयूवी की गति के आधार पर खुद को कई स्तरों पर एडजेस्ट करता है. यह 22-इंच पहियों वाला वैरिएंट 194 मिमी के मानक ग्राउंड क्लीयरेंस के साथ आता है.
तकनीक और कैबिन
सीटें लैदर के पर्यावरण अनुकूल विकल्पों से बनी हैं
लोटस एलेट्रा को एक लाइफस्टाइल एसयूवी के रूप में पेश किया जा रहा है जो कि कंपनी के द्वारा पेश की गईं कई कारों से अलग है, इसका मतलब है कि कैबिन को बहुत सारा आराम और फीचर्स मिलना स्वभाविक हैं और यहां यही स्थिति है. सीटें और उपयोग किया गया समान बहुत ही शानदार क्वालिटी वाला है और वास्तव में आलीशान और आरामदायक भी है. आपको उन पर लैदर नहीं मिलता है, लेकिन लोटस का कहना है कि यह एक "अत्याधुनिक" विकल्प है जो पर्यावरण के अनुकूल, गंध मुक्त है, और असली लैदर की तुलना में लंबे समय तक चलता है. इसके साथ ही कारपेट और बूट लाइनर में 100% रिसाइकल करने योग्य फाइबर का उपयोग किया गया है. आगे की रो में इलेक्ट्रिक सीटों को 12 अलग-अलग तरीकों से सेट किया जा सकता है और इसमें मसाज बटन भी मिलते हैं. कार को थोड़ी अधिक खास बनाने के लिए आप कई कैबिन थीमों में से कोई विकल्प चुन सकते हैं.
एलेट्रा का कैबिन नए जमाने की तकनीक पर आधारित है
कैबिन में एक मुख्य आकर्षण 15.1 इंच की बड़ी एचडी टचस्क्रीन है, जिसकी गुणवत्ता और प्रतिक्रिया शानदार है. तेज़ धूप में भी यह आसानी से पढ़ने योग्य है और अधिकांश फीचर्स केवल टचस्क्रीन के माध्यम से कंट्रोल होती हैं. कैबिन में बहुत ज्यादा फिजिकल बटन नहीं हैं जो शायद हर किसी को पसंद न आएं. सिस्टम वायरलेस ऐप्पल कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो के साथ आता है और इस टॉप आर वैरिएंट में 23-स्पीकर KEF ऑडियो सिस्टम के साथ दिये गए हैं. इसे डॉल्बी एटमॉस के साथ जोड़ा गया है, जिससे लोटस एलेट्रा यह कॉम्बिनेशन पाने वाली दुनिया की पहली कार बन गई है. लोटस हाइपर ओएस गेमिंग उद्योग से तकनीक उधार लेती है और यूजर इंटरफेस वास्तविक समय 3डी कंटेंट बनाता है, जिससे कार एक गैजेट के समान हो जाती है. आखिर में 'हाय लोटस' वॉयस कमांड आपको कई इन-कैबिन फीचर्स तक पहुंच देता है.
स्टीयरिंग व्हील का आकार अलग है यह भी कैबिन में यह एक अनोखी चीजों में से एक है
इसमें दो अलग-अलग स्क्रीन हैं, जिनमें से एक ड्राइवर के लिए है जो कि डिजिटल क्लस्टर है. इसका पतला डिज़ाइन देखने में काफी अनोखा है जबकि इसमें आपको एक बड़ा HUD भी मिलता है जो बहुत सारी जानकारी देता है. तीसरी स्क्रीन खासतौर पर सामने वाले यात्री के लिए है, यह टच-सक्षम है और इसका उपयोग मल्टीमीडिया तक पहुंचने के लिए किया जा सकता है. अन्य फीचर्स में एक वायरलेस चार्जर, 4-ज़ोन क्लाइमेट कंट्रोल, एक ग्लास छत जिसकी ट्रांसपैरेंसी सेट की जा सकती है, पॉप-अप इंसर्ट के साथ कप होल्डर और एक इलेक्ट्रिक ग्लॉव बॉक्स शामिल हैं. एक अलग से आकार का स्टीयरिंग व्हील कार का एक और अनोखा हिस्सा है और इसकी आदत पड़ने में कुछ समय लग सकता है. इस पर लगे बटन बेहद शानदार गुणवत्ता के हैं और कुल मिलाकर आपको लोटस एलेट्रा की पहली रो में बैठने पर एक प्रीमियम अनुभव मिलता है.
हमें एसयूवी के मानक 5-सीटर वैरिएंट का नमूना मिला
दूसरी रो में भी काफी जगह है और सीटें भी बढ़िया अंडर सपोर्ट देती हैं. रिक्लाइन इलेक्ट्रिकली रूप से काम करता है, और इसमें एक टचस्क्रीन है जिसका उपयोग कई कंट्रोल तक पहुंचने के लिए किया जा सकता है. हमें एसयूवी के मानक 5-सीटर वैरिएंट का नमूना मिला, जहां तीन लोग आराम से दूसरी रो में बैठ सकते हैं, लेकिन यदि आप और भी अधिक लग्ज़री चाहते हैं तो वैकल्पिक 4-सीटर वैरिएंट भी है जिसमें एक फिक्स्ड आर्मरेस्ट में पॉप अप टैबलेट दी गई और आपको मसाज सीटें भी मिलती हैं जो 5-सीटर वैरिएंट में नहीं हैं. एलेट्रा 688 लीटर के बूट स्पेस के साथ आती है जो काफी अच्छा है जबकि आपको एक छोटा फ्रंक भी मिलता है जिसका उपयोग चार्जर को स्टोर करने के लिए किया जा सकता है.
डायनेमिक्स
अभी के लिए, भारत में बुकिंग के लिए केवल सबसे महंगा R उपलब्ध है
एलेट्रा में कैबिन के अंदर स्टार्ट-स्टॉप बटन नहीं है, इसलिए आप बस कार को अनलॉक करें और एंट्री कर सकते हैं, ड्राइव मोड चालू करें और चलना शुरू करें. एसयूवी भारत में 3 अलग-अलग वैरिएंट में आई है - एलेट्रा, एलेट्रा एस और एलेट्रा आर, लेकिन अभी, यह केवल सबसे महंगा आर है जो बुकिंग के लिए उपलब्ध है. यह वह वैरिएंट है जहां आपको सबसे अच्छा प्रदर्शन, लगभग 900 बीएचपी की अधिकतम शक्ति और 985 एनएम का पीक टॉर्क मिलता है, हां आपने सही पढ़ा और यह एक ईवी में है जहां सारा टॉर्क शुरू से ही उपलब्ध है. थ्रॉटल दबाएं और कार उड़ान भरने के लिए तैयार है, 0-100 किमी प्रति घंटे की गति केवल 2.95 सेकंड में हासिल की जा सकती है, साथ ही एलेट्रा 265 किमी प्रति घंटे की टॉप स्पीड पकड़ सकती है और आपको जो मिलता है वह दुनिया की सबसे तेज़ डुअल-मोटर का प्योर इलेक्ट्रिक एसयूवी का एहसास है.
एलेट्रा अधिकतम 600 किलोमीटर की रेंज के साथ आई है
R वैरिएंट पर, आपको एक बार चार्ज करने पर 490 किलोमीटर की दावा की गई रेंज मिलती है, लेकिन यदि यह आपके लिए पर्याप्त नहीं है, तो अन्य 2 वैरिएंट अधिकतम 600 किलोमीटर की रेंज के साथ आएंगे. हालाँकि, सभी समान 112 kWh बैटरी पर चलते हैं जो तेज़ चार्जर का उपयोग करके केवल 20 मिनट में 10-80% हो जाती है. आपको मानक के रूप में 22kW का ऑन-बोर्ड एसी चार्जर मिलता है जो छह घंटे से भी कम समय में 0-100 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा.
ऑल-न्यू इलेक्ट्रिक प्रीमियम आर्किटेक्चर (ईपीए) ने बेहतरीन एयरोडायनामिक्स सुनिश्चित किया है
जब ईवी की बात आती है तो एयरोडायनामिक्स हमेशा एक बड़ा सवाल होता है, जिसमें बैटरियों की स्थिति और कार को कैसे डिजाइन किया गया है, इसका आकार, आकार और वजन देखा जाता है. एलेट्रा पर आपको केवल 0.26 का ड्रैग गुणांक मिलता है, जो एक क्रॉसओवर एसयूवी के लिए एक शानदार आंकड़ा है. यह कार को अत्यधिक स्थिर रखने में मदद करता है और जब आप तेज़ गति पर हाइवे पर गाड़ी चलाते हैं तो अच्छा ट्रैक्शन और स्थिरता देखने को मिलती है. यह आपको एक ड्राइवर के रूप में बहुत अधिक आत्मविश्वास देती है और तेज़ गति पर मोड़ते समय भी यह आत्मविश्वास बना रहता है. बिल्कुल नया इलेक्ट्रिक प्रीमियम आर्किटेक्चर (ईपीए) यह सुनिश्चित करता है कि ग्रैविटी के केंद्र को कम करने के लिए एक्सल के बीच और फर्श के नीचे बैटरियों को पैक किया जाए जिसकी बदौलत कैबिन स्पेस में भी मदद मिली है जो आराम भी बढ़ा है.
सवारी की ऊंचाई 15 मिमी से 25 मिमी के बीच बढ़ाई जा सकती है
आराम की बात करें तो एलेट्रा में आपको भरपूर आराम मिलता है. यह कार एडाप्टिव वैरिएबल सस्पेंशन के साथ आती है जो यह सुनिश्चित करती है कि सड़क की गुणवत्ता खराब होने पर भी आपके अनुभव पर कोई असर नहीं पड़ेगा, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप आगे की रो में बैठे हैं या पीछे की रो में, स्पीड के आधार पर ड्रैग को कम करने के लिए सस्पेंशन को 25 मिमी तक कम किया जाता है और रेंज में सुधार करने में भी मदद मिलती है. जरूरत पड़ने पर बेहतर ऑफ-रोड क्षमता सुनिश्चित करने के लिए सवारी की ऊंचाई को 15 मिमी और 25 मिमी के बीच भी बढ़ाया जा सकता है. यह भी पहली बार है कि लोटस को एक इलेक्ट्रोमैकेनिकल पावर स्टीयरिंग मिलता है, जो अधिक आरामदायक है, लेकिन यह पूरे अनुभव की स्पोर्टीनेस को खत्म नहीं करता है. आपको अभी भी अच्छी प्रतिक्रिया और बढ़िया पकड़ मिलती है जिसका आनंद आप कार चलाते समय लेंगे.
दाएँ पैडल शिफ्ट का उपयोग करके ड्राइव मोड को बदला जा सकता है
एलेट्रा पर लगभग 6 ड्राइविंग मोड हैं, हां R वैरिएंट में छठा 'ट्रैक' मोड भी मिलता है, जिसको हम नहीं आज़मा पाए क्योंकि हम पब्लिक रोड पर गाड़ी चला रहे थे. अन्य 5 मोड आपको आवश्यकता के आधार पर अधिक रेंज, स्पोर्टीनेस या आराम देते हैं. इसमें एक पर्सनलाइज़्ड मोड भी है जिसे आप चुन सकते हैं इसलिए कार में कई चीजों की सेटिंग्स बदल जाती हैं ताकि आपको शानदार ड्राइव मिल सके जो वास्तव में अच्छा है. अच्छी बात यह है कि ड्राइव मोड को सही पैडल शिफ्टर्स के जरिए बदला जा सकता है जो बहुत सुविधाजनक है. रीजेन के कई लेवल भी हैं, जिन्हें बाएं पैडल शिफ्टर का उपयोग करके चुना जा सकता है. इसमें सिंगल पैडल ड्राइविंग भी शामिल है जो थोड़ी अतिरिक्त रेंज निकालने में मदद करती है.
यह एसयूवी सिंगल पैडल ड्राइविंग फीचर के साथ भी आई है
कुछ साल पहले तक इलेक्ट्रिक और परफॉर्मेंस कारें कभी एक साथ नहीं चलती थीं, लेकिन पिछले कुछ सालों में इसमें काफी बदलाव आ रहा है, ऑटो कंपनियां काफी प्रयास कर रही हैं और लोटस एलेट्रा इसका एक प्रमुख उदाहरण है. बेशक यह एक ईवी है इसलिए आप इंजन की आवाज को मिस करते हैं और साइलेंट ड्राइव के कारण बाहर से कुछ शोर कैबिन में आता है. इस कार की कीमत और सेगमेंट को देखते हुए आप थोड़े बेहतर इन्सुलेशन की उम्मीद करते हैं.
सुरक्षा
नई एसयूवी को 8 एयरबैग मिलते हैं
एलेट्रा दुनिया की पहली प्रोडक्शन कार है जिसमें ऑटोनॉमस लेवल 4 LIDAR तकनीक है, जिसे अभी भी भारत सहित कई देशों में अनुमति नहीं है. हालांकि, जब भी नियम को अनुमति मिलेगी, यह वाहन पर, विशेष रूप से राजमार्गों पर, एक शानदार फीचर होगा. यह सॉफ़्टवेयर अपडेट के साथ भी आता है ताकि जब भी नए फीचर्स जोड़े जाएँ तो कार ऑटोमेटिली उन्हें आपकी ड्राइव को निश्चित रूप से अधिक सुरक्षित बनाने के लिए प्राप्त कर ले. एक चतुर विशेषता यह है कि विंडस्क्रीन और फ्रंट व्हील आर्च के टॉप पर लगे सेंसर उपयोग में न होने पर छिपे रहते हैं. इसके अलावा दो एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) पैक भी उपलब्ध हैं.
कीमत और निर्णय
एलेट्रा भारतीय बाजार में ब्रांड के लिए एक आदर्श लॉन्चपैड है
लोटस एलेट्रा ₹2.55 करोड़ (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है, जबकि सबसे महंगे R वैरिएंट की कीमत ₹2.99 करोड़ हैं. बड़ा सवाल यह है कि क्या यह लोटस बैज को उचित ठहराती है? खैर, चलते समय यह वास्तव में एक बेहतरीन-प्रदर्शन वाले ICE वाहन की तरह महसूस होती है और एक ड्राइवर के रूप में आप इसे पसंद करते हैं, लेकिन यह आपको तकनीक और लग्ज़री से भी परिचित कराती है. यह दुनिया के दशकों के लोटस को देखने के नजरिए को बदल देती है और भारतीय बाज़ार में ब्रांड के लिए एक आदर्श कार की तरह लगती है. ब्रांड ने 2028 तक पूरी तरह से इलेक्ट्रिक बनने का वादा किया है और एलेट्रा इस राह पर आगे बढ़ने में पूरी तरह सक्षम है.