मारुति सुजुकी विक्टोरिस एसयूवी से उठा पर्दा, L2 ADAS के साथ भारत एनकैप से मिली है 5-स्टार सुरक्षा रेटिंग

हाइलाइट्स
- मारुति सुजुकी विक्टोरिस, ग्रैंड विटारा पर आधारित नई 4.3 मीटर एसयूवी है
- पेट्रोल, सीएनजी और ऑटोमैटिक विकल्पों में उपलब्ध होगी
- मारुति के एरिना नेटवर्क के माध्यम से बेची जाएगी
इस त्योहारी सीज़न में, मारुति सुजुकी साल के अपने सबसे बड़े लॉन्च - विक्टोरिस - पर दांव लगा रही है. 'सेबर' कोडनेम वाली यह एसयूवी ग्रांड विटारा वाले ही प्लेटफॉर्म पर आधारित है, जिसे मारुति के प्रीमियम नेक्सा नेटवर्क के ज़रिए बेचा जाता है. विक्टोरिस को एरिना रिटेल चेन के ज़रिए बेचा जाएगा, जिसकी भारत भर में बड़े स्तर पर पहुँच है.
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यह 5 सीटों वाली एसयूवी (ग्रांड विटारा से भी बड़ा बूट स्पेस) अपने समकक्ष जितनी ही बड़ी है, बस यह ऊँचाई में छोटी लगती है. ग्राउंड क्लीयरेंस वही है और इसमें 17 इंच के पहिए लगे हैं. भारत में डिज़ाइन की गई यह एसयूवी मौजूदा ब्रेज़ा और स्विफ्ट मालिकों के लिए एक अपग्रेड मानी जा रही है.
विक्टोरिस की ऊँचाई ग्रांड विटारा जितनी नहीं है और यह कम बॉक्सी दिखती है, हालाँकि हमें लगता है कि इस बारे में राय अलग-अलग होगी इसका डिज़ाइन मारुति की दूसरी कारों, जैसे दो साल पहले आई ईविटारा कॉन्सेप्ट, यहाँ तक कि छोटी ब्रेज़ा और लंबी ग्रांड विटारा से प्रेरणा लेने की कोशिश करता है. इसका आगे का हिस्सा फ्लश-फिट हेडलाइट्स और एक मिनिमलिस्ट ग्रिल के साथ ज़्यादा मिनिमलिस्ट है. पीछे का हिस्सा एक बड़ी, गोल हैचबैक और कनेक्टेड टेल लैंप के साथ ज़्यादा आकर्षक दिखता है. साइड से, इस एसयूवी में ऊँची कमर, चौकोर व्हील आर्च और एक ढलानदार छत है. यह थोड़ी उभरी हुई भी दिखती है.
विक्टोरिस में ग्रांड विटारा वाले ही इंजन और गियरबॉक्स विकल्प हैं. हुड के नीचे 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन है, जो टोयोटा से उधार लिए गए एक मज़बूत हाइब्रिड सिस्टम या सीएनजी के साथ भी उपलब्ध है, जिसे छह-स्पीड मैनुअल या टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक के साथ जोड़ा गया है. इसमें मैनुअल और ऑटोमैटिक दोनों ही रूपों में ऑल-ग्रिप ऑल-व्हील ड्राइव सिस्टम भी उपलब्ध है. दिलचस्प बात यह है कि मारुति के इंजीनियरों ने एक छिपा हुआ सीएनजी टैंक डिज़ाइन किया है, जिसका मतलब है कि इसमें एक फुल आकार का बूट भी होगा. डेमो यूनिट में हमने स्पेयर टायर या स्पेस सेवर के बजाय पंचर रिपेयर किट को विकल्प के रूप में देखा. इसकी ईंधन दक्षता ग्रांड विटारा के समान होनी चाहिए, जो 13-20 किमी/लीटर की रेंज में है.
मारुति की एक और पहली कार, विक्टोरिस में लेवल 2, रडार-आधारित ADAS दिया गया है. अन्य नए फ़ीचर्स में नए इंटरफ़ेस वाला 10.1-इंच पोर्ट्रेट-ओरिएंटेड टचस्क्रीन और एक नया 10.1-इंच ऑल-डिजिटल इंस्ट्रूमेंट डिस्प्ले शामिल है जिसे कस्टमाइज़ किया जा सकता है.
विक्टोरिस में आगे की ओर हवादार सीटें, एम्बिएंट लाइटिंग (हालांकि ज़्यादा विस्तृत नहीं), एक हेड-अप डिस्प्ले (बलेनो जैसा) और डॉल्बी के साथ इन्फिनिटी म्यूज़िक सिस्टम जैसे कई फ़ीचर हैं. अन्य फ़ीचर्स में आगे की ओर वायरलेस चार्जिंग शामिल है. विक्टोरिस में आगे और पीछे दो टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट भी हैं. इसमें डायरेक्शनल फ्लैप के साथ पीछे की ओर एसी वेंट भी हैं, लेकिन ब्लोअर कंट्रोल नहीं हैं. एक पैनोरमिक सनरूफ भी उपलब्ध है.
सीटें आलीशान और मज़बूत लगती हैं. 3-पॉइंट सीटबेल्ट के साथ एडजस्टेबल हेडरेस्ट सभी पाँचों कारों में मानक हैं. पीछे की तरफ लेगरूम तो पर्याप्त है, लेकिन पीछे की तरफ हेडरूम ज़्यादा सीधी ग्रांड विटारा जितना नहीं है. यह तीन लोगों के लिए थोड़ी ज़्यादा आरामदायक भी लगती है.
विक्टोरिस एक सोची-समझी SUV है जो भारतीय कार ग्राहकों की ज़रूरतों को पूरा करती है. इसकी फ़ीचर लिस्ट काफ़ी प्रभावशाली है और हमें यह बात पसंद है कि मारुति ने अपनी प्रीमियम ग्रांड विटारा की तरह ही सभी ड्राइव विकल्पों में कोई कमी नहीं छोड़ी है. और हाँ, यह ज़्यादा फ़ीचर्स से भरपूर लगती है.