टोयोटा हायलक्स रोड टेस्ट रिव्यू, फौलादी ट्रक
हाइलाइट्स
हम सभी जानते हैं कि टोयोटा हायलक्स कितना सक्षम है. यह न केवल अच्छी तरह से सड़क पर उतरता है बल्कि कड़ी से कड़ी सड़क परीक्षाओं को भी मुस्कुराते हुए पार कर सकती है. हालांकि इसने दुनिया भर के इलाकों और परिस्थितियों पर फतेह प्राप्त की है, लेकिन इसे भारतीय बाजार में एक लाइफस्टाइल ऑफ रोडर के रूप में पेश किया जा रहा है और एक लाइफस्टाइल ऑफ-रोडर को काफी समय बिताना होगा ट्रैफिक जाम में. हमने दिल्ली और गुरुग्राम में अपनी यात्रा के दौरान इसके साथ पता लगाया कि इसके बड़े आकार के साथ अनुभव कैसा होता है.
टोयोटा हायलक्स एक ताकतवर पिक-अप है और हर तरह की चुनौतियों को पार कर सकता है
डिजाइन और आकार
हायल्क्स साइज़ में बड़ा है, यह 5.3 मीटर लंबाई के साथ आती है, यह मर्सिडीज एस-क्लास से भी अधिक लंबी है. यह सड़क पर शानदार दिखता है और हाथी जैसी सड़क उपस्थिति के साथ दमदार लगती है, लेकिन तंग स्थानों और यातायात स्थितियों में इसे चलाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है. यह आपको सड़क पर नियमित आकार की शहरी हैचबैक के मुकाबले काफी बड़ी दिखाई देती है.
हायलक्स आकार में काफी बड़ा है और सड़क पर चलते वक्त आराम से सबकी नज़र में आ जाता है
जैसा कि आप उम्मीद करेंगे, हायलक्स के लिए टर्निंग रेडियस भी बहुत बड़ा है. जब तक कि सड़क बेहद चौड़ी न हो और आपने पर्याप्त चौड़ा मोड़ न ले लिया हो, संभावना है कि हायलक्स को आपसे तिराहे के मोड़ की आवश्यकता होगी. इसका मतलब है कि आपको अधिकतर ट्रैफ़िक रोकना होगा. लेकिन बड़े आकार का मतलब है कि लोग आपकी परेशानी को समझते हैं और अनावश्यक हॉर्न नहीं बजाएंगे, यदि आपके पास पर्याप्त चौड़ी पार्किंग जगह नहीं है या आप तंग जगहों पर गाड़ी चलाते हैं तो हायलक्स का आकार आपके लिए बहुत सारी समस्याएं पैदा करेगा.
हायलक्स में बड़ा टर्निंग रेडियस है, तंग स्थानों पर इसे मोड़ना मुश्किल भरा है
बड़ा कार्गो बेड आपके लाइफस्टाइल गियर या जरूरत पड़ने पर दो मोटरसाइकिलें ले जाने के लिए भी काम में आ सकता है. यह आसानी से 470 किलोग्राम पेलोड संभाल सकता है और खुला होने पर पिछला ढक्कन भी काफी मजबूत है.
कैबिन और फीचर्स
हायलक्स एक लंबा वाहन है और ऊँचे कैबिन में प्रवेश के लिए पहले फुटस्टेप और फिर पिलर पर हैंडल पकड़ने की आवश्यकता होती है. हायलक्स का कैबिन एक 35 लाख की गाड़ी के लिहाज़ से बहुत ही सामान्य फीचर्स के साथ आता है, लेकिन अच्छी तरह से बनाया गया है. छत की परत बुनियादी है, प्लास्टिक कठोर है और नरम-स्पर्श मटेरियल केवल सीटों तक ही सीमित है.
हायलक्स का कैबिन एक बहुत ही सामान्य फीचर्स के साथ आता है, लेकिन अच्छी तरह से बनाया गया है
जैसा कि कहा गया है, साधारण डैशबोर्ड को बहुत सारे व्यावहारिक टच मिलते हैं जैसे प्रत्येक दरवाजे पर बोतल होल्डर, एसी वेंट के सामने फोल्डिंग कप होल्डर, सेंटर कंसोल के बेस पर कप होल्डर्स की एक और जोड़ी, दो बड़े ग्लव बॉक्स और एक सुविधाजनक 2-पिन चार्जिंग सॉकेट के साथ आगे की सीटों के बीच में एक बॉक्स मिलता है.
कैबिन ज्यादा तकनीकी रूप से सक्षम तो नहीं है लेकिन प्रैक्टिकली इसमें काफी स्पेस मिलता है
आगे की सीटें बड़ी और आरामदायक हैं. पीछे की सीटें उतनी अच्छी नहीं हैं. लेगरूम पर्याप्त नहीं है क्योंकि बड़ा 3,085 मिमी व्हीलबेस का उपयोग स्पष्ट रूप से कार्गो के रूम को बढ़ाने के लिए किया गया है, न कि कैबिन के स्पेस में जगह बनाने के लिए है.
बैठने की स्थिति भी बहुत आरामदायक नहीं है और अंडर थाई सपोर्ट थोड़ा कम रहता है और एक चीज़ जो इसमें मदद नहीं करती है वह है सीधा पिछला बैकरेस्ट, जो कि अधिकांश पिकअप में एक जैसा होता है. पीछे की सीटें कुछ अतिरिक्त व्यावहारिकता के साथ बिल्ट-इन आती हैं. जब आप इनका उपयोग न कर रहें हों तो कैबिन के अंदर बड़े सामान के लिए जगह खाली करने के लिए सीट बेस को सीधा खड़ा किया जा सकता है.
हायलक्स की आगे की सीटें बड़ी और आरामदायक हैं. पीछे की सीटें उतनी अच्छी नहीं हैं
हायलक्स को दो वैरिएंट में पेश किया गया है, और दोनों ही वैरिएंट मानक तौर पर, कीलेस एंट्री एंड गो, क्रूज़ कंट्रोल, एक ऐप्पल कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो के साथ 8-इंच टचस्क्रीन, रियर एयर-कॉन वेंट, फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर और एक रिवर्स कैमरा जैसे फीचर्स के साथ आते हैं. इसके महंगे, हाई वैरिएंट, बाहर से क्रोम फिनिश द्वारा पहचाना जा सकता है, इसमें एलईडी हेडलाइट्स, ऑटो क्लाइमेट कंट्रोल, लेदर अपहोल्स्ट्री और एक पावर्ड ड्राइवर सीट एडजस्ट शामिल है. फीचर सूची अपने आप में लंबी नहीं है, लेकिन हायलक्स के साथ जीवन को आरामदायक बनाने के लिए पर्याप्त हैं.
ड्राइविंग एक्सपीरियंस
हायलक्स सड़क पर मजबूत महसूस होता है और इसमें 470 किलोग्राम पेलोड खींचने की क्षमता है
हायलक्स अपना डीजल इंजन फॉर्च्यूनर के साथ साझा करता है. इसमें 2.8-लीटर का डीजल है जो 201 बीएचपी की ताकत के साथ आता है और यह 6-स्पीड मैनुअल के साथ 420Nm का पीक टॉर्क पैदा करता, जबकि 6-स्पीड ऑटोमेटिक के साथ टॉर्क का आंकड़ा बढ़कर 500Nm तक पहुंच जाता है. हायलक्स सड़क पर मजबूत महसूस होता है. इसकी गति काफी तेज हो जाती है और रिजर्व में हमेशा अधिक शक्ति का एहसास होता है जो तब महत्वपूर्ण होगा जब आप 470 किलोग्राम पेलोड को खींचने का निर्णय लेंगे. यदि आप जल्दी से आगे बढ़ना चाहते हैं, तो आप स्पोर्ट मोड पर शिफ्ट हो सकते हैं.
हायलक्स में फॉर्च्यूनर वाला 2.8 लीटर डीज़ल इंजन मिलता है, जो 201 बीएचपी की ताकत बनाता है
स्पीड में इंजन तेज़ आवाज़ करता है, लेकिन एक पिकअप के लिहाज़ से शोर का स्तर स्वीकार्य सीमा के भीतर है. 6-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स शिफ्ट स्मूथ है और जरूरत पड़ने पर आप इसे तेजी से आगे बढ़ने के लिए स्पोर्ट मोड में डाल सकते हैं.
स्टीयरिंग भारी है और पार्किंग गति पर मोड़ने के लिए कंधे की बहुत अधिक ताकत की आवश्यकता होती है. बड़े टर्निंग रेडियस को देखते हुए यू-टर्न एक बड़ी समस्या होगी. हायलक्स तेज स्पीड पर बहुत अच्छा लगता है और अपने आकार के हिसाब से मोड़ पर यह आश्चर्यजनक रूप से आत्मविश्वास महसूस कराता है.
टोयोटा हायलक्स निर्णय
टोयोटा हायलक्स हर किसी के लिए नहीं बना है, लेकिन अगर आपको एक एडवेंचर लाइफस्टाइल का शौक है तो निश्चित ही आपके लिए है
टोयोटा हायलक्स टशन दिखाने वालों के लिए नहीं है. ये उन लाइफास्टाइल खरीदारों के लिए है जो इसके साथ कुछ करना चाहते हैं. क्योंकि कीमत और रोजमर्रा के इस्तेमाल के हिसाब से आदर्श वाहन नहीं है और इसे खरीदने के बाद भी फीचर्स या आराम के मामले में कुछ खास नहीं मिलता है. ये एक खास इस्तेमाल के लिए बनी कार है, जो आपको दुनिया के सबसे खतरनाक कोनों तक लेकर जा सकती है या आपका सामान आराम से ढो सकती है और अगर आपको एक एडवेंचर लाइफस्टाइल का शौक है तो ये आपके लिए बनी है.
Last Updated on September 9, 2023