मर्सिडीज़-बेंज़ EQC रिव्यूः पलक झपकते ही हवा से बातें करती है ये इलैक्ट्रिक SUV
हाइलाइट्स
इलैक्ट्रिक कारों का चलन लगातार बढ़ रहा है और ज़्यादातर लक्ज़री कार निर्माता इसे बहुत गंभीरता से ले रहे हैं! इसमें नया नाम जुड़ा है मर्सिडीज़-बेंज़ EQC का, जो कंपनी की पहली पूरी तरह से इलैक्ट्रिक कार है... हमने इसे पिछले साल नॉर्वे में चलाया था और EQC ने हमें अपनी रेंज और परफॉर्मेंस से काफी प्रभावित किया था. और अब, हमें इसे भारत में परखने का मौका मिला.
क्या है EQC
यह बताना ज़रूरी है कि EQC काफी हद तक जीएलसी पर आधारित है और यह इस बाद से साफ हो जाता है कि दोनों कारें एक ही प्लेटफॉर्म पर बनी हैं और इनकी डिज़ाइन भी समान है. लागत और R & D के बजट को कम करने के लिए मौजूदा प्लेटफ़ॉर्म का इस्तेमाल करना ही समझदारी थी. लेकिन, EQC पूरी तरह से आयात की आएगी और हमें लगता है कि इसकी कीमत इस बात की ओर इशारा करेगी.
मोटर और बैटरी
EQC को हर एक्सल पर दो मोटर मिलती हैं और कुल मिलाकर 402 बीएचपी ताकत बनती है. मर्सिडीज़ की मानें तो कार सिर्फ 5.1 सेकंड में 0-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पक़ड लेती है. अगली मोटर को बढ़िया प्रदर्शन देने के लिए तैयार किया गया है, जबकि पिछली मोटर का काम ड्राइविंग के मज़े को बेहतर बनाना है. बैटरी की बात करें तो EQC में 80 kWh का लीथियम-आयन बैटरी पैक मिलता है जिसका वज़न 652 किलो है और इसे कार के फर्श पर लगाया गया है. 384 सेल वाला ये पैक पानी और धूल से सुरक्षित रहता है. मर्सिडीज़-बेंज़ बैटरी पर 8 साल की वारंटी दे रही है, जो उद्योग में पहली बार है.
ड्राइव का अनुभव
EQC को चलाते समय जो बात सबसे पहली आपकी नज़र में आएगी वो इसका साफ-सुथरा अंदाज़ है. ये वाकई एक बिल्कुल शांत कार है क्योंकि इसके चलने पर कोई भी आवाज़ नहीं आती और ना ही इसके टायर्स और मोटर इतनी आवाज़ करते हैं कि वो केबिन में आपको सुनाई दे. तो ऐसे में ये सिर्फ शांत नहीं, बल्कि बेहद साफ और शांत कार है. इसके अलावा पूरी तरह इलैक्ट्रिक कार होने के नाते, खासतौर पर EQC में थ्रॉटल रिस्पॉन्स बहुत शानदार है जिससे पलक झपकते ही कार बहुत तेज़ रफ्तार पकड़ लेती है. कार की क्षमता का पूरा इस्तेमाल आप कुछ ही सेकंड में कर सकते हैं.
EQC में 760 न्यूटन मीटर टॉर्क तकात आपको ऐक्सेलरेटर पर पैर रखते ही मिलने लगती है. इसका सीधा मतलब ये हुआ कि किसी वाहन से आगे निकलने के लिए आपको कुछ भी सोचना नहीं पड़ेगा. और अगर आप इसकी रेन्ज को लेकर कुछ सोच में पड़ रहे हैं तो बता दें कि डब्ल्यूएलटीपी साइकिल के अनुसार सिंगल चार्ज में इस दमदार इलैक्ट्रिक एसयूवी को 450 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है. बैटरी नीचे लगे होने का मतलब है कि सेंटर ऑफ ग्रैविटी कम ऊंचाई पर है जिसका मतलब है कि कार तेज़ गति पर स्थिर रहती है, चाहे वो सीधी चल रही हो या मुड़ रही हो. इसके अलावा, बढ़े हुए वज़न को संभालने के लिए, चेसिस को थोड़ा सख़्त भी बनाया गया है.
राइड क्वालिटी के मामले में EQC की बात करें तो, मेरा कहना है कि ये अब भी बहुत यूरोपीय है, कहने का मतलब जब आप इस एसयूवी को भारतीय सड़कों पर चलाते हैं तो काफी उछाल देखने को मिलता है. इसके सस्पेंशन हमारे देश की सड़कों पर पाए जाने वाले उतार चढ़ाव के हिसाब से सही नहीं कहे जा सकते. इसके अलावा गड्ढों और खुरदुरी सड़क पर इसका स्टीयरिंग व्हील भी आपको उतना सहीं नहीं लगेगा जितना इसे होना चाहिए.
स्टाइलिंग
EQC का आकार एक एसयूवी क्रॉसओवर की तरह है जो काफी स्पोर्टी दिखता है! EQC सामने से आपका ध्यान ज़रूर आकर्षित करेगी, ख़ासतौर पर डिजाइन के कारण. यह तुरंत मर्सिडीज़ एसयूवी के रूप में पहचानने लायक है और लेकिन फिर भी, सभी कंपनी की दूसरी SUVs को मिलने वाले पारिवारिक डिजाइन से काफी अलग है.
मोटी क्रोम के किनारे वाली बड़ी ग्रिल और पिस्टल के आकार की एलईडी हेडलाइट्स के साथ नीले रंग के अलॉय व्हील बढ़िया दिखते हैं... हालांकि पीछे का डिज़ाइन बहुत ही सरल है. एसा कुछ भी नहीं है जो जुदा है, एलईडी टेल लाइट्स और इनको जोड़ने वाली एलईडी पट्टी के सिवाय. कुल मिलाकर यह अद्भुत तो नहीं लेकिन काफी आधुनिक है.
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आधुनिकता केबिन में भी भरी हुई है और यह काफी प्रीमियम भी है. डैशबोर्ड को एक सरल डिजाइन मिलता है, जिसमें चालक के तरफ देखती हुई दो 12.3 इंच की स्क्रीन लगी हैं. जो हमारी आंखों को भाया वो था ऐसी वेंट पर तांबे के रंग का इस्तेमाल जो बहुत उम्दा दिखते हैं. कुल मिलाकर लुक बाकी मर्सिडीज़ एसयूवी के समान ही है. सीटें आलीशान हैं और आपको आमंत्रित करती हैं.
फीचर्स
किसी भी अन्य मर्सिडीज़ एसयूवी की तरह, EQC तकनीक से भरी हुई है. सबसे पहले कार में MBUX का नया वर्ज़न है, जो इसे एक कनेक्टेड SUV बनाता है. हमने अपने स्मार्टफोन को मर्सिडीज़ मी ऐप के ज़रिए कार से जोड़ने की कोशिश की और कार को लॉक करने-अनलॉक करने, सनरूफ और खिड़कियों को खोलने और यहां तक कि बैटरी में बचे हुए चार्ज की जानकारी लेने जैसे काम सही तरीके से हो गए. हालाँकि, एप्लिकेशन को कमांड देने और उसपर अमल होने के बीच थो़ड़ी देर लग जाती है.
साथ ही आपके अगली सीटों पर मसाजर, एक प्रीमियम बर्मास्टर ऑडियो सिस्टम और ऐप्पल कारप्ले और एंड्रॉइड ऑटो के रूप में स्मार्टफोन कनेक्टिविटी जैसे फीचर मिलते हैं. जबकि आगे की सीटों बढ़िया आराम देती हैं, पीछे ऐसा नहीं हैं और यहां थोड़ी और जगह मिल सकती थी. सुरक्षा की बात करें तो EQC में 7 एयरबैग के अलावा ड्राइवर की मदद के लिए कई उपयोगी फीचर दिए गए हैं
चार्जिंग
EQC को चार्ज करने का सबसे अच्छा तरीका है कि इसे पब्लिक DC फास्ट चार्जर में प्लग किया जाए, जिससे कार को लगभग एक घंटे में 80 फीसदी तक चार्ज मिलता है और फुल चार्ज होने में दो घंटे से भी कम समय लगता है. अगर आप दीवार पर लगने वाले बॉक्स चार्जर का उपयोग करेंगे तो EQC को पूरी तरह से चार्ज करने में लगभग 10-11 घंटे लग जाएंगे.
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फैसला
अमीर और सक्षम लोगों के लिए इलैक्ट्रिक एसयूवी के तौर पर मर्सिडीज़-बेंज़ EQC बहुत बढ़िया विकल्प बनने वाली है. EQC में आपको ड्राइविंग का बेहतरीन ऐहसास होता है और इसका प्रदर्शन लाजवाब होने के अलावा डिज़ाइन और राइड क्वालिटी के मामले में भी ये इलैक्ट्रिक एसयूवी कहीं कम नहीं पड़ती. हालांकि डिज़ाइन और राइड क्वालिटी को और बेहतर किया जा सकता था. लेकिन इन सबके बावजूद ये बहुत बढ़िया एसयूवी है जिसके ड्राइविंग डायनामिक्स आपको बेहद पसंद आएंगे.
मजेदार बात ये है कि भारतीय एसयूवी प्रेमियों के पास लगभग हर सेगमेंट में चुनने के लिए एक इलैक्ट्रिक एसयूवी है. सबकॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट में टाटा नैक्सॉन EV है तो कॉम्पैक्ट SUV बाज़ार में ह्यून्दे कोना और MG ZS EV मौजूद हैं. और फिर EQC, जो एक लक्ज़री इलैक्ट्रिक SUV है. अच्छी खबर यह है कि छोटे इलैक्ट्रिक वाहनों को अच्छी मांग मिली है और इसमें कोई हैरानी की बात नही होगी अगर हम मर्सिडीज़-बेंज़ EQC को भारतीय सड़कों पर अक्सर दौड़ते हुए देखें.